PNB ने Home, Auto Loan सस्ता किया, इतना फायदा होगा
After SBI, PNB reduces home loan interest Rate
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई के बाद पीएनबी यानी पंजाब नेशनल बैंक से होम और ऑटो लोन लेने वालों के लिए अच्छी खबर है। बैंक ने लोन सस्ता कर दिया है। बैंक के इस फैसले से आपको ईएमआई पर कितना फायदा होगा, ये जानने के लिए इस एपिसोड को अंत तक देखिये।
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SBI में FD करें या PNB में: कहां मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा
SBI vs PNB?1,2,3 and 5 year fixed deposit? Where is more benefit?
अगर आप 5 लाख रुपए की एफडी 1 साल, 2 साल, तीन साल या पांच साल के लिए एफडी कराने की सोच रहे हैं तो एसबीआई या पीएनबी में से किसमें एफडी कराना फायदेमंद रहेगा। इस एपिसोड में विस्तार से जानिये।
देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक पर लोन एवं एडवांस के साथ साथ केवाईसी से जुड़े उसके दिशा-निर्देशों का अनुपालन करने में विफल रहने पर ₹1,31,80,000 (₹ एक करोड़ 30 लाख 80 हजार) जुर्माना लगाया है। रिजर्व बैंक ने इसकी जानकारी दी।
अगर आप HDFC या फिर पंजाब नेशनल नेशनल बैंक यानी PNB से लोन लेने का विचार कर रहे हैं, तो इन बैंकों की लोन की नई ब्याज दरें पता कर लें। दरअसल, दोनों बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है।
HDFC ने तत्काल प्रभाव से रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट्स में 0.10 प्रतिशत का इजाफा कर दिया है। लोन की ब्याज दरों में हुई इस बढ़ोतरी के बाद अलग-अलग अवधि के लिए लोन की नई दरें 8.80-9.05 प्रतिशत सालाना हो गईं हैं।
उधर,दूसरी ओर सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने एमसीएलआर या शॉर्ट टर्म लोन की ब्याज दर 0.20 प्रतिशत तक बढ़ा दी है। नई दरें सोमवार से लागू हो गईं।
बैंक का ओवरनाइट एमसीएलआर 7.9 प्रतिशत से बढ़कर 8.2 प्रतिशत, एक महीने का एमसीएलआर 8.05 प्रतिशत के मुकाबले 8.10 प्रतिशत हो गया है।
लोन और सस्ते होने का इंतजार कर रहे लोगों को झटका, SBI, ICICI बैंक, PNB के लोन हुए महंगे
बहुत सारे लोग कर्ज के और सस्ते होने का इंतजार कर रहे थे। ऐसे लोगों को बैंकों ने झटका देना शुरू कर दिया है। जानकार तो आने वाले दिनों में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति द्वारा प्रमुख दरों में बढ़ोतरी के आसार ही जता रहे थे लेकिन बैंकों ने ब्याज दरों में इजाफा भी शुरू कर दिया। एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक ने तो कुछ समय पहले मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) से जुड़े हर तरह के लोन पर ब्याज दर में बढ़ोतरी की शुरुआत की थी, जिसे अब दूसरे बैंक भी लागू कर रहे हैं। हालांकि रिजर्व बैंक पिछले कुछ बैठकों में प्रमुख दरों को जस का तस रखा है।
देश के तीन दिग्गज बैंकों - एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक ने होली से पहले ही लोन ग्राहकों को झटका दिया है। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ने सभी तरह की सावधि जमाओं पर ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी का तोहफा देकर बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स और मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट बढ़ाकर लोन ग्राहकों पर बोझ बढ़ा दिया है।
एसबीआई ने अप्रैल 2016 में कर्ज की नई व्यवस्था मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट के लागू होने के बाद पहली बार बेस रेट में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। नई दरें एक मार्च से लागू हो गईं हैं। कर्ज की दरें बढ़ाने से लोन ग्राहकों की ईएमआई बढ़ जाएगी और होम, कार, पर्सनल समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे।
एसबीआई ने एक साल के एमसीएलआर को 0.20 प्रतिशत बढ़ाकर 7.95 प्रतिशत से 8.15 प्रतिशत, 6 महीने के एमसीएलआर को 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर 8 प्रतिशत, दो साल के एमसीएलआ को 0.20 प्रतिशत बढ़ाकर 8.25 प्रतिशत और तीन साल के एमएसीएलआर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया है। बैंक के इस फैसले से एमसीएलआर से जुड़े कर्ज महंगे हो जाएंगे और जिन लोगों ने भी एमसीएलआर के आधार पर कर्ज लिया है, उनकी ईएमआई बढ़ जाएगी।
एसबीआई के कर्ज की दरों में बढ़ोतरी की घोषणा के तुरंत बाद ही देश के दो बैंकों- सबसे बड़े प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने भी एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत तक के इजाफे का ऐलान कर दिया। नई दरें एक मार्च से लागू हो गईं हैं।
आईसीआईसीआई बैंक के इस फैसले के एक महीने का एमसीएलआर 7.8 प्रतिशत से 7.95 प्रतिशत, तीन महीने का एमसीएलआर 7.85 प्रतिशत से 8 प्रतिशत हो जाएगा। बैंक ने हालांकि छह महीने और एक साल के एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी की है। इससे छह महीने का एमसीएलआर 8.15 प्रतिशत से 8.25 प्रतिशत और एक साल का एमसीएलआर 8.2 प्रतिशत से 8.3 प्रतिशत हो गया है।
वहीं पंजाब नेशनल बैंक का एक साल का एमसीएलआर 8.15 प्रतिशत से बढ़कर 8.30 प्रतिशत हो गया है। इस बढ़ोतरी के बाद कोई भी अगर किसी तरह का लोन लेता है तो उसे ज्यादा पैसे चुकाने होंगे।
SBI, PNB और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के कर्ज भी हुए सस्ते, जानिए कहां मिलेगा सबसे सस्ता लोन
नोटबंदी की वजह से बैंकों में खासकर सरकारी बैंकों के बीच कर्ज सस्ता करने की होड़ मच गई है जिसका फायदा ग्राहकों को मिल रहा है। आईडीबीआई और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर के बाद देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी एमसीएल आर यानी Marginal Cost Of Funds Lending Rates (कोष की सीमांत लागत) घटाकर ग्राहकों को नए साल का तोहफा दिया है। इन बैंकों ने अपनी विभिन्न परिपक्वता अवधि (Maturity Period) के कर्ज की मानक दरों में 0.9% तक की कटौती की घोषणा की है।
SBI ने कहा है कि उसके एक साल की अवधि वाले कर्ज की सीमान्त कोष लागत आधारित कर्ज दर 8.90% से घटाकर 8% की गई है। इसी प्रकार 1, 3 और 6 माह की अवधि के कर्ज के लिए भी ब्याज दरों में कटौती की गई है।
बैंक ने दो साल और तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर घटाकर 8.10% और 8.15% कर दिया है। इसी के साथ पीएनबी और यूबीआई ने भी अपनी मानक दरों में 0.9% तक की कटौती की है।
पीएनबी ने एक वर्ष की अवधि वाले कर्ज के लिए एमसीएलआर 0.7% घटाकर 8.45% कर दिया है। इसी प्रकार तीन वर्ष की अवधि के लिए यह 8.60% और पांच वर्ष की अवधि के लिए 8.75% किया गया है।
यूबीआई ने एमसीएलआर में 0.65 से 0.90% की कटौती की है. एक वर्ष की अवधि के लिए एमसीएलआर को घटाकर 8.65% किया गया है।
पिछले दिनों ने आईडीबीआई ने एक साल की एमसीएलआर और बेस रेट में 0.15%-0.15% की कमी करते हुए इसे क्रमश: 9.15% और 9.50% कर दिया है। वहीं एसबीआई के सहयोगी बैंक स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (एसबीटी) ने बेस रेट में 0.30% की कमी की है, जबकि एक साल अवधि वाली एमसीएलआर को 0.25% कम करते हुए इसे 9.45% से 9.20% कर दिया था।
बता दें कि 2016 के अप्रैल से कर्ज की दर तय करने की नई व्यवस्था एमसीएलआर लागू की गई है। ये बैंकों के वेटेड (Weighted)एवरेज कॉस्ट ऑफ फंडिंग से जुड़ा हुआ है जो बैंकों के कॉस्ट ऑफ फंड्स (कोषों की लागत) घटने से अपने-आप कम हो जाती है।