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RBI MPC Meeting: RBI का ब्याज दर पर फैसला आज, रेपो रेट में 0.25% बढ़ोतरी का अनुमान


बाजार की नजर आज भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक पॉलिसी कमिटी के आने वाले फैसले पर है। जानकारों का मानना है कि आरबीआई ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो लोन और महंगे हो सकते हैं और एफडी करने वालों को फायदा हो सकता है। 

आपको बता दूं कि देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक पॉलिसी कमिटी की ब्याज दर पर तीन दिवसीय बैठक 6 फरवरी को शुरू हुई थी।  

पिछले हफ्ते ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व प्रमुख दर में चौथाई प्रतिशत की बढ़ोतरी कर चुका है। 

>RBI की मौजूदा प्रमुख दर: 

नीति रिपो दर: 6.25%
स्थायी जमा सुविधा दर: 6.00%
सीमांत स्‍थायी सुविधा दर: 6.50%
बैंक दर: 6.50%
प्रत्‍यावर्तनीय रिपो दर: 3.35%
सीआरआर: 4.50%
एसएलआर: 18.00%

आधार दर: 8.65% - 9.40%

एमसीएलआर (ओवरनाइट): 7.30% - 8.40%

बचत जमा दर: 2.70% - 3.00%

सावधि जमा दर > 1 वर्ष: 6.00% - 7.25%


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Rajanish Kant बुधवार, 8 फ़रवरी 2023
RBI ने की रेपो रेट में 0.25% की कटौती, ग्रोथ अनुमान भी घटाया,लोन होंगे और सस्ते, FD पर ब्याज भी घटेगा
भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती करते हुए इसे 5.15% कर दिया है। केंद्रीय बैंक ने तीन दिनों के बैठक के बाद  आज नीतिगत दरों में कटौती की घोषणा की। RBI के इस फैसले के बाद बैंक लोन और सस्ते कर सकते हैं। हालांकि FD पर ब्याज दर और घट सकते हैं। 


इस कटौती के साथ ही ब्याज दरों में यह लगातार पांचवीं कटौती हो गई। रिजर्व बैंक ने इस साल अब तक कुल मिलाकर प्रमुख दरोौं में 1.35% की कमी की है। 

(RBI की डीटेल्स में घोषणा पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

>RBI घोषणा की खास बात:
-रेपो रेट 0.25% घटकर 5.15% 
-रिवर्स रेपो रेट 0.25% घटकर 4.90% 
-MSF 0.25% घटकर 5.45% 
-बैंक रेट 0.25% घटकर 5.45% 
-RBI ने ग्रोथ कम होने का अनुमान जताया है
-मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान अगस्त बैठक के 6.9 प्रतिशत से घटाकर
6.1 प्रतिशत किया, 

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Rajanish Kant शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2019
बैंकों ने ब्याज में 0.75% कटौती में से मात्र 0.29 प्रतिशत लाभ ग्राहकों तक पहुंचाया

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि पिछली तीन मौद्रिक समीक्षाओं के दौरान नीतिगत ब्याज दरों में कुल 0.75 प्रतिशत की कटौती की गयी लेकिन बैंकों ने इस दौरान अब तक ग्राहकों को कर्ज पर ब्याज में कुल 0.29 प्रतिशत की कमी का ही लाभ दिया है। उन्होंने बैंकों से सस्ते धन का और अधिक लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने का आग्रह किया। 

केंद्रीय बैंक ने बुधवार को मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर में 0.35 प्रतिशत की कटौती कर इसे 5.4 प्रतिशत पर ला दिया है। इसे मिलाकर वर्ष 2019 में नीतिगत ब्याज दर में कुल 1.10 प्रतिशत की कमी की गयी है। रेपो दर वह दर होती है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को एक दिन के लिए नकदी उधार देता है इसके यह दर कम होने से बैंकों के धन की लागत कम होती है और वे भी ग्राहकों को कम दर पर उपलब्ध करा सकते हैं। 

आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि बैंकों ने उनके ऋण ग्राहकों को मात्र 0.29 प्रतिशत ब्याज दर कटौती का लाभ पहुंचाया है जबकि जून तक रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की कटौती की थी। 

उन्होंने कहा कि बैंकों ने ऐसा रुख तब अपना रखा है जबकि वे जिस वित्तीय बाजार पर निर्भर करते हैं वह रिजर्व बैंक की नीतियों के हिसाब से चल रहा है। 

दास ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि नीतिगत निर्णय को आगे बढ़ाने के लिए आने वाले हफ्तों और महीनों में बैंक काम करेंगे।’’ 

अगस्त की मौद्रिक समीक्षा नीति में ब्याज दरों में 0.35 प्रतिशत की कटौती का निर्णय 4:2 की सहमति से किया गया।
(साभार- पीटीआई भाषा)
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Rajanish Kant गुरुवार, 8 अगस्त 2019
RBI ने प्रमुख दरों में 0.35% की कटौती की,#EMI होगी सस्ती, GDP अनुमान घटा
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक पॉलिसी कमिटी यानी RBI MPC ने प्रमुख दरों में 0.35% की कटौती कर दी है। ये कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। प्रमुख दरों पर बैठक 5,6 और 7 अगस्त को चली जिसमें प्रमुख दरों में कटौती की संभावना जताई जा रही थी। 

RBI MPC द्वारा प्रमुख दरों में 0.35% की कटौती के बाद रेपो रेट 5.75% से घटकर 5.40%, रिवर्स रेपो रेट    5.50% से कम होकर  5.15% जबकि एमएसएफ (Marginal Standing Facility) और बैंक रेट 6.00% के मुकाबले घटकर 5.65% पर आ गया। इस फैसले के बाद उम्मीद की जा रही है कि बैंक कर्ज पर ब्याज दरों में और कमी करेंगे, जिससे कर्जदारों की ईएमआई सस्ती होगी। हालांकि, एफडी करने वालों के लिए ये अच्छी खबर नहीं है। हो सकता है बैंक एफडी की ब्याज दरों में और कमी करें। 

RBI MPC ने देश की जीडीपी ग्रोथ अनुमानों में भी कमी की है। जून बैठक के दौरान 2019-20 के दौरान 7.00 % ग्रोथ का अनुमान लगाया गया था जिसे अगस्त की पॉलिसी बैठक में घटाकर 6.9% कर दिया गया है। 

Chart_1

Chart_2
MPC की अगली बैठक  1, 3 और 4 अक्टूबर 2019 को प्रस्तावित है। 

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Rajanish Kant बुधवार, 7 अगस्त 2019
SBI की एक और नई पहल, होम लोन को रेपो रेट से जोड़ेगा, 1 जुलाई से शुरुआत #RLLR #SBI
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक यानी एसबीआई ने होम लोन को भी एक जुलाई से रेपो रेट से जोड़ेगा (रेप रेट लिंक्ड लेंडिग रेट-RLLR) यानी रेपो रेट में कमी होने पर उसका तुरंत फायदा होम लोन के ग्राहकों को ब्याज दर में कमी करके देगा लेकिन अगर रेपो रेट बढ़ा तो होम लोन तुरंत महंगा भी कर देगा। बैंक ने इसकी जानकारी दी।

इससे पहले बैंक ने इसी साल एक मई से एक लाख रुपए से अधिक रकम वाले बचत खाता,  एक लाख से अधिक रकम वाले CC (कैश क्रेडिट अकाउंट) और OD (ओवर ड्राफ्ट) को रेपो रेट से जोड़ दिया था। अभी 6 जून को रेपो रेट में आरबीआई ने चौथाई प्रतिशत की कमी कर दी थी। इस साल आरबीआई ने तीन बार में रेपो रेट में कुल 0.75 प्रतिशत कमी की है। 6 जून की कटौती के बाद रेपो रेट 9 साल के सबसे नीचले स्तर पर आ गया। 

इस साल मार्च में ही एसबीआई ने एक लाख से अधिक के बचत खाते पर ब्याज रेपो रेट से 2.75 प्रतिशत कम रखने जबकि एक लाख से अधिक रकम वाले CC (कैश क्रेडिट अकाउंट) और OD (ओवर ड्राफ्ट) को रेपो रेट से 2.75 प्रतिशत अधिक रखने की घोषणा की थी और इस नियम को इस साल 1 मई से लागू किया। 

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सामान खरीदने से पहले कीमत देखते हैं, फिर शेयर खरीदने से पहले भी कुछ देखिये

Rajanish Kant शनिवार, 8 जून 2019