अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – मई 2024
मई 2024 माह के दौरान अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों के संबंध में प्राप्त आंकड़े सारणी 1 से 7 में दर्शाए गए हैं।
मुख्य बातें:
ऋण दरें:
एससीबी के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) अप्रैल 2024 में 9.55 प्रतिशत (मार्च 2024 में 9.37 प्रतिशत) रही।
एससीबी के बकाया रुपया ऋणों पर डब्लूएएलआर अप्रैल 2024 में 9.83 प्रतिशत रही (मार्च 2024 में 9.85 प्रतिशत)1।
- एससीबी की एक वर्ष की औसत निधियों की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) अप्रैल में 8.85 प्रतिशत से बढ़कर मई 2024 में 8.79 प्रतिशत हो गई।
जमा दरें:
एससीबी की नई रुपया मीयादी जमाओं पर भारित औसत घरेलू मीयादी जमा दर (डब्ल्यूएडीटीडीआर) अप्रैल 2024 में 6.48 प्रतिशत रही, जोकि मार्च 2024 के 6.62 प्रतिशत थी।
एससीबी की बकाया रुपया मीयादी जमाओं पर भारित औसत घरेलू मीयादी जमा दर (डब्ल्यूएडीटीडीआर) अप्रैल 2024 में 6.91 प्रतिशत (मार्च 2024 में 6.89 प्रतिशत) थी।1
1 बैंक के साथ गैर-बैंक के विलय के प्रभाव को आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया है।
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – मई 2024
देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने समान मासिक किस्तों (EMI) आधारित व्यक्तिगत ऋण (Personal Loan) पर अस्थायी (Floating) ब्याज दर का पुनर्निर्धारण के संबंध में एक अधिसूचना जारी की है। इसे बैंकों को लागू करना है। इसे लोन ग्राहकों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। आरबीआई द्वारा जारी अधिसूचना को आप हूबहू यहां पढ़ सकते हैं-
सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
प्राथमिक (शहरी) सहकारी बैंक
राज्य सहकारी बैंक और जिला केंद्रीय सहकारी बैंक
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (आवास वित्त कंपनियों सहित)
महोदया / महोदय,
समान मासिक किस्तों (ईएमआई) आधारित व्यक्तिगत ऋण1 पर अस्थायी (फ्लोटिंग) ब्याज दर का पुनर्निर्धारण
कृपया हमारा दिनांक 01 जुलाई 2015 का परिपत्र क्रमांक डीबीआर.सं.डीआईआर.बीसी.10/13.03.00/2015-16, दिनांक 01 सितम्बर 2016 के मास्टर दिशानिर्देश संख्या.डीएनबीआर.पीडी.007/03.10.119/2016-17, दिनांक 01 सितंबर 2016 का मास्टर दिशानिर्देश संख्या डीएनबीआर.पीडी.008/03.10.119/2016-17 और दिनांक 17 फरवरी 2021 का मास्टर दिशानिर्देश संख्या विवि.एफ़आईएन.एचएफ़सी.सीसी.सं.120/03.10.136/2020-21 देखें, जिसके अंतर्गत ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता से संबंधित दिशानिर्देश क्रमशः एससीबी, एनबीएफसी और एचएफसी को जारी किए गए हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक के मौजूदा निर्देशों अनुसार, विनियमित संस्थाओं (आरई) को सभी श्रेणियों के अग्रिमों को निश्चित या फ्लोटिंग ब्याज दरों के आधार पर देने की स्वतंत्रता है।
2. ईएमआई आधारित अस्थायी दर वाले व्यक्तिगत ऋणों की स्वीकृति प्रदान करते समय, आरई द्वारा उधारकर्ताओं की पुनर्भुगतान क्षमता को ध्यान में रखना आवश्यक है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऋण की अवधि के दौरान बाहरी बेंचमार्क दर में संभावित वृद्धि के परिदृश्य में अवधि बढ़ाने और/या ईएमआई में वृद्धि के लिए पर्याप्त हेडरूम/मार्जिन उपलब्ध है। हालाँकि, ईएमआई आधारित अस्थायी दर वाले व्यक्तिगत ऋणों के संबंध में, बढ़ती ब्याज दरों को ध्यान में रखते हुए, उधारकर्ताओं के साथ उचित पत्र व्यवहार और/या सहमति के बिना ऋण की अवधि बढ़ाने और/या ईएमआई राशि में वृद्धि से संबंधित कई उपभोक्ता शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इन चिंताओं के समाधान के लिए, आरई को कार्यान्वयन और अनुपालन के लिए निम्नलिखित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक उचित नीति ढांचा तैयार करने हेतु सूचित किया जाता है:
मंजूरी के समय, आरई द्वारा उधारकर्ताओं को ऋण पर बेंचमार्क ब्याज दर में बदलाव के कारण ईएमआई और/या अवधि अथवा दोनों में होने वाले सभी संभावित प्रभावों के संबंध में स्पष्ट रूप से सूचित करना होगा। इसके बाद, उपर्युक्त के कारण ईएमआई/अवधि अथवा दोनों में कोई भी वृद्धि होती है तो उक्त के संबंध में उधारकर्ता को उचित माध्यमों से तुरंत सूचित करना होगा।
ब्याज दरों के पुनर्निर्धारण के समय, आरई द्वारा उधारकर्ताओं को अपने बोर्ड द्वारा अनुमोदित नीति के अनुसार एक निश्चित दर पर स्विच करने का विकल्प प्रदान किया जाएगा। नीति में अन्य बातों के साथ-साथ यह भी निर्दिष्ट किया जाए कि उधारकर्ता को ऋण की अवधि के दौरान कितनी बार स्विच करने की अनुमति दी जाएगी।
उधारकर्ताओं को (i) ईएमआई में वृद्धि या अवधि में वृद्धि या दोनों विकल्पों के संयोजन के लिए; और, (ii) ऋण की अवधि के दौरान किसी भी समय, या तो आंशिक या पूर्ण रूप से पूर्व भुगतान करने का विकल्प चुनने का विकल्प भी दिया जाएगा। पुरोबंध शुल्क/पूर्व-भुगतान जुर्माना लगाना वर्तमान निर्देशों के अधीन होगा।
ऋणों को अस्थायी दर से निश्चित दर पर स्विच करने के लिए सभी लागू शुल्क और उक्त विकल्पों के प्रयोग के लिए प्रासंगिक कोई अन्य सेवा शुल्क/प्रशासनिक लागत मंजूरी पत्र में और समय-समय पर आरई द्वारा ऐसे शुल्कों/लागतों के संशोधन के समय भी पारदर्शी रूप से प्रकट किया जाए।
आरई द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि अस्थायी दर के मामले में अवधि बढ़ने से नकारात्मक परिशोधन (निगेटिव अमोर्टिजेसन) न हो।
आरई द्वारा प्रत्येक तिमाही के अंत में उचित माध्यमों से उधारकर्ताओं के लिए एक विवरण साझा / सुलभ कराया जाएगा, जिसमें न्यूनतम, अब तक वसूल किए गए मूलधन और ब्याज, ईएमआई राशि, शेष ईएमआई की संख्या और ऋण की पूरी अवधि के लिए वार्षिक ब्याज दर / वार्षिक प्रतिशत दर (एपीआर) की गणना होगी। आरई द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि उक्त विवरण सरल हों और उधारकर्ता इन्हें आसानी से समझ सकें।
3. समान मासिक किस्त वाले ऋणों के अलावा, ये अनुदेश, यथोचित परिवर्तनों के साथ, विभिन्न आवधिकों के सभी समान किस्त आधारित ऋणों पर भी लागू होंगे। बाहरी बेंचमार्क ऋण दर (ईबीएलआर) व्यवस्था के तहत बाहरी बेंचमार्क से जुड़े ऋणों के मामलों में, बैंकों को मौजूदा अनुदेशों का अनुपालन करना आवश्यक होगा और बेंचमार्क दर परिवर्तन का ऋण दर में संचरण की निगरानी के लिए पर्याप्त सूचना प्रणाली भी लगानी होगी।
4. आरई द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि उक्त अनुदेश मौजूदा और साथ ही नए ऋणों पर 31 दिसंबर 2023 तक उपयुक्त रूप से लागू किए जाएं। सभी मौजूदा उधारकर्ताओं को उचित माध्यमों से एक सूचना भेजी जाए, जिसमें उन्हें उपलब्ध विकल्पों की जानकारी दी जाएगी।
5. उपर्युक्त अनुदेश बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 21, 35ए और 56, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 45जेए, 45एल और 45एम और राष्ट्रीय आवास बैंक अधिनियम, 1987 की धारा 30ए और 32 के तहत जारी किए गए हैं।
(साभार- www.rbi.org.in)
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
-Videos on IPO, share market: -Videos on Mutual Fund -Insurance हर किसी के लिए क्यों जरूरी पर Video -Videos on FD/RD,Bank,Post office -Videos on Home Loan, Home -Videos on PF, Pension Scheme, Retirement Fund -Videos on Children & Women's Fin. Planning -Videos on Savings, Investment, Fin.Literacy, Fin.Planning -Income Tax & How to save Tax पर Video -Video on Gold & Silver Investment; सोना और चांदी में निवेश पर वीडियो -Videos on Bitcoin, Cryptocurrency investment -Video on Commodities - Money, investment, savings in Marathi (beyourmoneymanagerMarathi)
A: My Youtube Channels:
1) beyourmoneymanager
2)beyourmoneymanagermarathi
3)RangaRang India
4)Sadabahar Romantic Raja
3) Blog on Cryptocurrency-
4) Blog on Housing Society-
5) Marathi Blog on Money-
6) Blog on My poem, Music, Kahani:
समान मासिक किस्तों (EMI) आधारित व्यक्तिगत ऋण (Personal Loan) पर अस्थायी (Floating) ब्याज दर का पुनर्निर्धारण
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें – जून 2023
जून 2023 माह के लिए अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और लघु वित्त बैंकों को छोड़कर) की ऋण और जमा दरों से संबंधित आंकड़ा।
मुख्य बातें:
उधार दर:
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नए रुपया ऋणों पर भारित औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) अप्रैल 2023 में 9.08 प्रतिशत से 19 आधार अंक (बीपीएस) बढ़कर मई 2023 में 9.27 प्रतिशत हो गई।
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के बकाया रुपया ऋणों पर डब्लूएएलआर अप्रैल 2023 में 9.76 प्रतिशत से 2 बीपीएस बढ़कर मई 2023 में 9.78 प्रतिशत हो गया।
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की निधि का सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की 1-वर्ष की माध्यिका मई 2023 में 8.60 प्रतिशत से बढ़कर जून 2023 में 8.65 प्रतिशत हो गई।
एससीबी के कुल बकाया अस्थिर दर वाले रुपया ऋण में बाह्य बेंचमार्क आधारित उधार दर (ईबीएलआर) से संबद्ध ऋणों की हिस्सेदारी मार्च 2023 के अंत में 49.6 प्रतिशत थी, जबकि एमसीएलआर से संबद्ध ऋणों की हिस्सेदारी 45.5 प्रतिशत थी।
जमा दरें:
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के नए रुपया मियादी जमा पर भारित औसत घरेलू मियादी जमा दर (डब्ल्यूएडीटीडीआर) अप्रैल 2023 में 6.36 प्रतिशत से 4 बीपीएस घटकर मई 2023 में 6.32 प्रतिशत हो गई।
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की बकाया रुपया मियादी जमाराशियों पर भारित औसत घरेलू मियादी जमा दर (डब्ल्यूएडीटीडीआर) अप्रैल 2023 में 6.28 प्रतिशत से 9 बीपीएस बढ़कर मई 2023 में 6.37 प्रतिशत हो गई।
(साभार:www.rbi.org.in)
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
-Videos on IPO, share market: -Videos on Mutual Fund -Insurance हर किसी के लिए क्यों जरूरी पर Video -Videos on FD/RD,Bank,Post office -Videos on Home Loan, Home -Videos on PF, Pension Scheme, Retirement Fund -Videos on Children & Women's Fin. Planning -Videos on Savings, Investment, Fin.Literacy, Fin.Planning -Income Tax & How to save Tax पर Video -Video on Gold & Silver Investment; सोना और चांदी में निवेश पर वीडियो -Videos on Bitcoin, Cryptocurrency investment -Video on Commodities - Money, investment, savings in Marathi (beyourmoneymanagerMarathi)
जून 2023 में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की ऋण और जमा दरें- RBI
अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में लगातार चार बार 0.75-0.75% बढ़ोतरी के बाद दिसंबर की बैठक में ब्याज दर 0.50% बढाया। फेड की 13, 14 दिसंबर को हुई बैठक के दौरान लिए गए इस फैसले के बाद ब्याज दर बढ़कर 4.25-4.50% के दायरे में आ गई है। यह ब्याज दर 2007 के बाद सबसे ज्यादा है। इस बढ़ोतरी के बाद 2023 के अंत तक औसत ब्याज दर 5.1% पहुंचने का अनुमान है, जो कि इससे पहले के सितंबर के निवेशकों 4.6% के अनुमान से ज्यादा है। ज्यादातर जानकार अब 2024 में ही ब्याज दरों में कटौती की संभावना जता रहे हैं।
फेड की बैठक ने बेरोजगारी दर 2023 के अंत तक 4.6% रहने का अनुमान जताया है, जो कि 2024 तक जारी रह सकती है। फिलहाल यह दर 3.7% के स्तर पर है। अमेरिका का जीडीपी ग्रोथ 2023 में 0.5% रहने का अनुमान है, जो कि इस साल सितंबर तिमाही में 1.2% दर्ज किया गया।
फेड के स्टेटमेंट में ब्याज बढ़ाने के फैसले को जायज ठहराते हुए कहा गया है कि महंगाई दर को लक्षित स्तर 2% से नीचे लाने में इससे मदद मिलेगी।
>अमेरिकी शेयर बाजारों पर असर:
फेड के ब्याज बढ़ाते ही अमेरिकी शेयर बाजारों ने अपनी शुरुआती तेजी को गंवाना शुरू कर दिया। S&P 500 ने 0.5% से ज्यादा मुनाफा गंवाया। आपको बता दूं कि पिछली बार की ब्याज बढ़ोतरी के बाद अमेरिकी शेयर बाजार इस उम्मीद में 6 % से ज्यादा बढ़े थे कि आगे की बैठक में फेड ब्याज दरों में कटौती की रफ्तार को धीमी करेगा और अगले साल यानी 2023 में ब्याज दर बढ़ाना रोक देगा। लेकिन, अब माना जा रहा है कि अगले साल ब्याज दर मौजूदा 4.25-4.50% से बढ़कर 5.00% के पार जा सकती है।
फेड ने महंगाई को काबू में करने के लिए इस साल 7 बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है और महंगाई को मुख्य समस्या मानते हुए आगे भी ब्याज दर में बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं।
फेड के इस बैठक के बाद दुनिया भर के निवेशकों की नजर बैंक ऑफ इंग्लैंड और यूरोपियन सेंट्रल बैंक के ब्याज दर पर आज आने वाले फैसले पर नजर है। माना जा रहा है कि दोनों केंद्रीय बैंक ब्याज दर 0.50% बढ़ा सकते हैं।
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
अमेरिका के केंद्रीय बैंक Federal Reserve ने ब्याज दर 0.50% बढ़ाया, आगे भी बढ़ाने के संकेत, अमेरिकी शेयर बाजार गिरे
SBI FD Interest Rates: SBI में FD कराने पर अब ज्यादा ब्याज मिलेगा, जानें...
(स्रोत-आरबीआई)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'