भारतीय निवेश परिदृश्य लगातार विकसित हो रहा है। अब एक नई निवेश श्रेणी — Special Investment Funds (SIFs) — धीरे-धीरे बाजार में अपनी जगह बना रही है। यह SEBI (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) द्वारा विनियमित एक नया उत्पाद वर्ग है, जिसका उद्देश्य म्यूचुअल फंड (MF) और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट स्कीम (PMS) के बीच की खाई को पाटना है।
Wealth-tech प्लेटफॉर्म Wealthy.in ने हाल ही में SIFs की पेशकश शुरू की है, और शुरुआती निवेशकों में इसकी अच्छी मांग देखने को मिल रही है।
SIF क्या हैं?
स्पेशल इन्वेस्टमेंट फंड्स (SIFs) ऐसे निवेश उत्पाद हैं जो निवेशकों को पारंपरिक म्यूचुअल फंड्स से अधिक लचीलापन और विविध रणनीतियाँ प्रदान करते हैं।
इन फंड्स के माध्यम से निवेशक:
-
लॉन्ग–शॉर्ट डेरिवेटिव रणनीतियों में निवेश कर सकते हैं,
-
कंसन्ट्रेटेड पोर्टफोलियो बना सकते हैं,
-
और कम प्रवेश राशि के साथ PMS या AIF जैसे निवेश अवसरों तक पहुंच सकते हैं।
| विशेषता | Mutual Fund | PMS | AIF | SIF |
|---|---|---|---|---|
| नियामक (Regulation) | SEBI | SEBI | SEBI | SEBI |
| न्यूनतम निवेश राशि | ₹500–₹5,000 | ₹50 लाख | ₹1 करोड़ | ~₹10 लाख* |
| रणनीति की स्वतंत्रता | सीमित | अधिक | बहुत अधिक | संतुलित |
| पोर्टफोलियो पारदर्शिता | उच्च | उच्च | मध्यम | उच्च |
| लचीलापन (Flexibility) | कम | अधिक | बहुत अधिक | अधिक |
| कराधान (Taxation) | इक्विटी/डेब्ट MF नियम | व्यक्तिगत आधार पर | AIF नियम | MF जैसा |
*संकेतात्मक आंकड़ा — अलग-अलग SIF में भिन्नता संभव है।
निवेशकों और वितरकों की शुरुआती प्रतिक्रिया
डिस्ट्रिब्यूटर्स का मानना है कि SIFs उन ग्राहकों के लिए उपयुक्त हैं जो:
-
पारंपरिक MF से आगे बढ़कर सक्रिय निवेश रणनीतियाँ चाहते हैं,
-
मार्केट-न्यूट्रल या लॉन्ग-शॉर्ट रणनीतियों में रुचि रखते हैं,
-
और जिनकी जोखिम सहनशक्ति (risk appetite) अधिक है।
कौन से निवेशक SIFs पर विचार कर सकते हैं?
-
HNIs (High Net-worth Individuals) जो PMS की तरह कस्टम रणनीतियाँ चाहते हैं, लेकिन कम टिकट साइज में।
-
Upper Mass Affluent निवेशक — जिनका MF पोर्टफोलियो मजबूत है और वे अगला कदम लेना चाहते हैं।
-
Digital-first निवेशक, जो wealth-tech प्लेटफॉर्म्स पर सहज हैं और नई रणनीतियाँ अपनाने को तैयार हैं।
📊 Wealthy.in के आदित्य अग्रवाल की राय
Wealthy.in के सह-संस्थापक आदित्य अग्रवाल के अनुसार, भारत में निवेश के अवसर तेज़ी से बदल रहे हैं।
वे कुछ प्रमुख रुझान साझा करते हैं:
-
म्यूचुअल फंड्स में लगातार SIP इनफ्लो — खुदरा निवेशकों का इक्विटी पर भरोसा मजबूत है।
-
सोना (Gold) एक प्रमुख एसेट क्लास बन चुका है — डिजिटल गोल्ड और ETFs की मांग रिकॉर्ड स्तर पर है।
-
PMS और SIFs जैसे नए निवेश वाहन उभर रहे हैं, जो लॉन्ग-शॉर्ट, मल्टी-एसेट, और प्राइवेट मार्केट रणनीतियाँ संभव बनाते हैं।
-
बीमा (Insurance) में भी दिलचस्प बदलाव — GST रीसेट के बाद, टर्म और हेल्थ कवर की सुलभता पर नया फोकस है।
क्या SIF आपके पोर्टफोलियो के लिए सही हैं?
यदि आप एक ऐसे निवेशक हैं जो:
-
म्यूचुअल फंड से अधिक सक्रिय रणनीतियाँ चाहते हैं,
-
PMS या AIF जैसे उत्पादों में रुचि रखते हैं लेकिन बड़ी न्यूनतम राशि निवेश नहीं करना चाहते,
-
और अपने पोर्टफोलियो को विविधता और उन्नत रणनीतियों से मजबूत बनाना चाहते हैं —
तो SIFs आपके लिए एक दिलचस्प नया विकल्प हो सकते हैं।
निष्कर्ष
जैसे-जैसे और प्लेटफॉर्म्स इन्हें लॉन्च करेंगे, SIFs निवेशकों के लिए “अगले स्तर का म्यूचुअल फंड अनुभव” साबित हो सकते हैं।
Wealthy के बारे में
कंपनी ने अब तक Series A फंडिंग में $12.75 मिलियन से अधिक की राशि जुटाई है और इसके प्रमुख निवेशकों में Alpha Wave Global, Venture Highway, और Good Capital शामिल हैं।
आदित्य अग्रवाल, सह-संस्थापक, Wealthy.in
प्रशांत गुप्ता, सह-संस्थापक, Wealthy.in
कीवर्ड्स:
SIF क्या है, Special Investment Funds India, SIF vs PMS vs Mutual Funds, Wealthy.in SIF, SEBI regulated investment products, HNI investment options India, new investment products 2025
डिस्क्लेमर- म्युचुअल फंड में निवेश करना जोखिमभरा होता है। यह जानकारी के लिए है,निवेश से पहले आर्थिक सलाहकार से सलाह लें या खुद रिसर्च करें।
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!







.jpg)
.jpg)

