आयातित एवं निर्यात वस्तुओं से संबंधित विदेशी मुद्रा विनिमय दर अधिसूचित, कल से लागू
सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 (1962 का 52) की धारा 14 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) ने सं. 77/2018-कस्टम्स (एन.टी.), दिनांक 06 सितंबर, 2018 की अधिसूचना के पश्चात अनुसूची-I और अनुसूची-II में दर्ज प्रत्येक विदेशी मुद्रा, जिसका उल्लेख कॉलम (2) में किया गया है, की नई विनिमय दर निर्धारित की है जो आयात और निर्यात वस्तुओं के संदर्भ में कॉलम (3) में की गयी तत्संबंधी प्रविष्टि के अनुसार 21 सितंबर, 2018 से प्रभावी होंगी।
अनुसूची- I
अनुसूची- I
क्रम संख्या | विदेशी मुद्रा | भारतीय रुपये के समतुल्य विदेशी मुद्रा की
प्रत्येक इकाई की विनिमय दर |
(1) | (2) | (3) |
| | (ए) | (बी) |
| | (आयातित वस्तुओं के लिए) | (निर्यात वस्तुओं के लिए) |
1. | ऑस्ट्रेलियाई डॉलर |
53.95
|
51.60
|
2. | बहरीन दीनार |
199.35
|
187.05
|
3. | कैनेडियन डॉलर |
57.20
|
55.25
|
4. | चाइनीज युआन |
10.80
|
10.45
|
5. | डेनिश क्रोनर |
11.60
|
11.20
|
6. | यूरो |
86.55
|
83.45
|
7. | हांगकांग डॉलर |
9.45
|
9.10
|
8. | कुवैत दीनार |
248.30
|
232.60
|
9. | न्यूजीलैंड डॉलर |
49.35
|
47.10
|
10. | नॉर्वेजियन क्रोनर |
9.10
|
8.75
|
11. | पौंड स्टर्लिंग |
97.40
|
94.05
|
12. | कतरी रियाल |
20.65
|
19.35
|
13. | सऊदी अरब रियाल |
20.05
|
18.80
|
14. | सिंगापुर डॉलर |
54.05
|
52.25
|
15. | दक्षिण अफ्रीकी रैंड |
5. 05
|
4.75
|
16. | स्वीडिश क्रोनर |
8.30
|
8.00
|
17. | स्विस फ्रैंक |
76.90
|
73.95
|
18. | यूएई दिरहम |
20.45
|
19.20
|
19. | अमेरिकी डॉलर |
73.65
|
71.95
|
(Source: pib.nic.in)
PPF, सुकन्या समृद्धि योजना में पैसे लगाने वालों के लिए अच्छी खबर
भारत सरकार के निर्णय को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री की मंजूरी मिलने पर अल्प बचत योजनाओं की ब्याज दरों को हर तिमाही में अधिसूचित किया जाना है। तदनुसार, चालू वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही (1 अक्टूबर, 2018 से शुरू और 31 दिसंबर, 2018 को समाप्ति) के लिए विभिन्न अल्प बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की घोषणा की गई है। इन योजनाओं में अंतर्निहित ब्याज चक्रवृद्धि/भुगतान के आधार पर ब्याज दरें निम्नानुसार होंगी:
बचत योजना | 01.07.2018 से 30.09.2018 तक के लिए ब्याज दर | 01.10.2018 से 31.12.2018 तक के लिए ब्याज दर | आकलन की आवृत्ति * |
बचत जमा | 4.0 | 4.0 | वार्षिक |
1 वर्षीय सावधि जमा | 6.6 | 6.9 | तिमाही |
2 वर्षीय सावधि जमा | 6.7 | 7.0 | तिमाही |
3 वर्षीय सावधि जमा | 6.9 | 7.2 | तिमाही |
5 वर्षीय सावधि जमा | 7.4 | 7.8 | तिमाही |
5 वर्षीय आवर्ती जमा | 6.9 | 7.3 | तिमाही |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (5 वर्ष) | 8.3 | 8.7 | तिमाही और देय |
5 वर्षीय मासिक आय खाता | 7.3 | 7.7 | मासिक और देय |
5 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्र | 7.6 | 8.0 | वार्षिक |
सार्वजनिक भविष्य निधि योजना | 7.6 | 8.0 | वार्षिक |
किसान विकास पत्र | 7.3 (परिपक्वता 118 माह में) | 7.7 (परिपक्वता 112 माह में) | वार्षिक |
सुकन्या समृद्धि योजना | 8.1 | 8.5 | वार्षिक |
* कोई बदलाव नहीं
(Source: pib.nic.in)
Modi Money Mantra: प्रधानमंत्री मोदी अपना पैसा कहां निवेश करते हैं...
अगले महीने से BSE, NSE पर भी कर सकेंगे कमोडिटी डेरिवेटिव्ज में ट्रेडिंग
अगर आप कमोडिटी डेरिवेटिव्ज में ट्रेडिंग करते हैं, तो आपके लिए अगले महीने से ज्यादा विकल्प मिलेंगे। देश के दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और एनएसई यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज अगले महीने से कमोडिटी डेरिवेटिव्ज में ट्रेडिंग शुरू करने जा रहे हैं। सबसे सोने और चांदी में कारोबार शुरू करेंगे।
फिलहाल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स और एनसीडीएक्स पर कमोडिटी फ्यूचर की ट्रेडिंग होती है।
मार्केट रेगुलेटर सेबी दोनों स्टॉक एक्सचेंज को कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग शुरू करने की मंजूरी दे चुका है। दोनों एक्सचेंज ने संबंधित क्लियरिंग कॉर्पोरेशन से भी नियामिकीय मंजूरी ले चुके हैं। माना जा रहा है कि बीएसई और एनएसई द्वारा कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग शुरू किये जाने से कमोडिटी डेरिवेटिव्ज का दायरा बढ़ेगा।
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कमोडिटी
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चांदी
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बीएसई
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सेबी
,
सोना
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,
Commodity
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Gold
,
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NSE
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Silver
‘एमएसएमई इनसाइडर’ – मंत्रालय का मासिक ई-न्यूजलेटर लांच किया गया
सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरिराज सिंह ने आज नई दिल्ली में मंत्रालय का मासिक ई-न्यूजलेटर ‘एमएसएमई इनसाइडर’ लांच किया। इस अवसर पर श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ई-न्यूजलेटर में मंत्रालय की गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां रहेंगी। यही नहीं, ई-न्यूजलेटर इस मंत्रालय एवं देश भर में फैली लाखों एमएसएमई इकाइयों के बीच एक पुल की भूमिका भी निभाएगा। उन्होंने कहा कि इस मंत्रालय का मुख्य उद्देश्य रोजगार सृजन है। उन्होंने कहा कि ई-न्यूजलेटर के जरिए एमएसएमई को इस क्षेत्र से जुड़ी जानकारियां नियमित रूप से मिलती रहेंगी, अत: ई-न्यूजलेटर से मंत्रालय और इसके हितधारकों के बीच दोतरफा संचार विकसित करने में भी मदद मिलेगी। एमएसएमई सचिव डॉ. अरुण कुमार पांडा ने कहा कि मंत्रालय और इससे संबद्ध संगठनों की विभिन्न योजनाओं और अन्य गतिविधियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ही यह ई-न्यूजलेटर प्रस्तुत किया गया है।
मंत्रालय की योजनाओं से एमएसएमई के साथ-साथ आम जनता को भी अवगत कराने के अलावा ई-न्यूजलेटर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम नवाचारों, संबंधित माह में होने वाले आगामी कार्यक्रमों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में भी आवश्यक जानकारियां देगा। इसके अलावा, ई-न्यूजलेटर में संबंधित अथवा प्रासंगिक विषयों पर रोचक लेख भी होंगे। ई-न्यूजलेटर में उन उद्यमियों की सफलता की गाथाएं भी होंगी जो मंत्रालय की योजनाओं से लाभान्वित हुए हैं। ई-न्यूजलेटर मंत्रालय की वेबसाइट www.msme.gov.in के साथ-साथ इससे संबद्ध संगठनों की वेबसाइटों पर भी उपलब्ध होगा। इसके अलावा, उद्योग आधार मेमोरेंडम पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके लगभग 50 लाख एमएसएमई के बीच ई-न्यूजलेटर का वितरण भी किया जाएगा।
एमएसएमई में अपर सचिव एवं विकास आयुक्त श्री राम मोहन मिश्रा और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी ई-न्यूजलेटर को लांच किए जाने के अवसर पर उपस्थित थे।
(Source: pib.nic.in)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'