Results for "बचत खाता"
कम समय के लिए पैसे लगाने के बेस्ट विकल्प, सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा रिटर्न मुमकिन
पैसा कमाते हैं तो फिर पैसे से पैसा बनाने की भी कला जानना चाहिए। अक्सर लोग बचत यानी खर्च के बाद बचे हुए पैसे को या तो सेविंग्स अकाउंट में पड़े रहने देते हैं या फिर घर में। लेकिन, ये सही रणनीति नहीं है। आप इन बचे हुए पैसों पर कम समय के लिए निवेश करके सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं। 

अब आप जानना चाह रहे होंगे कि कम समय के लिए पैसा लगाने के सेविंग्स अकाउंट से बेहतर विकल्प कौन-कौन हो सकते हैं। यहां पर हम उन्ही विकल्पों के बारे में बता रहे हैं। उनमें से कुछ तो बाजार आधारित यानी जोखिमपूर्ण विकल्प हैं जबकि कुछ सुरक्षित। 
कम रिस्की और बाजार में भारी उतार-चढ़ाव से कम असर वाले विकल्प की बात करें तो उनमें डेट म्युचुअल फंड स्कीम महत्वपूर्ण हैं। डेट फंड ट्रेजरी बिल्स, सरकारी प्रतिभूति, सर्टिफिकेट्स ऑफ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर्स, बॉन्ड्स और मनी मार्केट निवेश साधन उनमें शामिल हैं। 

>म्युचुअल फंड:
1) लिक्विड फंड (Liquid Fund):
-ओपन एंडेड फंड है
-91 दिन या उससे कम मैच्योरिटी 
अवधि वाले डेट और मनी मार्केट 
निवेश साधनों में पैसा निवेश किया 
जाता है 
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 6.68%
-इसमें निवेश करने की वजह: इमरजेंसी 
यानी आपातकालीन फंड बनाना, अचानक 
आए पैसों को निवेश करने के लिए





2)अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन (Ultra Short Duration):
-इसका पैसा 3 से 6 महीने की मैच्योरिटी अवधि
वाले डेट और मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 5.78%
-निवेश की वजह: डेट म्युचुअल फंड से
 इक्विटी म्युचुअल फंड में एसटीपी के लिए

3)लो ड्यूरेशन (Low Duration):
-इसका पैसा 6 से 12 महीने की मैच्योरिटी अवधि
वाले डेट और मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 6.20%
-निवेश की वजह: डेट म्युचुअल फंड से
इक्विटी म्युचुअल फंड में एसटीपी या  SWP 
के लिए


4) मनी मार्केट(Money Market):
-इसका पैसा 12 महीने तक की मैच्योरिटी 
अवधि वाले मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 6.79%
-निवेश की वजह: बाजार में भारी उतार-चढ़ाव 
के दौरान इक्विटी से पैसा निकालकर इन फंड्स 
में पैसा लगाकर सुरक्षित रह सकते हैं 

5)शॉर्ट ड्यूरेशन (Short Duration): 

-इसका पैसा 1 से 3 साल की मैच्योरिटी अवधि
वाले डेट और मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 4.41%
-निवेश की वजह: 3 से 4 साल के वित्तीय 
लक्ष्य को हासिल करने के लिए पैसा 
जमा करने के इरादे से 


> सुरक्षित निवेश साधन: अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश करने में असहज हैं तो फिर बैंक और पोस्ट ऑफिस में भी कम समय के लिए पैसे लगाने के कई विकल्प हैं। 

1) स्वीप-इन-फिक्स्ड डिपॉजिट (Sweep-in-fixed Deposit):
-इसके तहत बैंक में मिनिमम बैलेंस से अधिक पैसा 
कम से कम एक साल की फिक्स्ड डिपॉजिट में 
ट्रांसफर हो जाता है यानी सेविंग्स से ज्यादा ब्याज 
मुमकिन
-फिक्स्ड डिपॉजिट जितना ब्याज
-मिनिमम निवेश बैंकों पर निर्भर, 
अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 

2)आवर्ती जमा या रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit):
-बैंक या पोस्ट ऑफिस में निवेश कर सकते हैं 
-एक बार के बजाय हर महीने निश्चित पैसा निवेश 
करना होता है
-6 महीने की अवधि से लेकर 10 साल के 
लिए निवेश कर सकते हैं 
-मिनिमम निवेश बैंकों और पोस्ट ऑफिस पर निर्भर, 
अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम
-ब्याज दर अलग-अलग बैंक और पोस्ट ऑफिस पर 
निर्भर
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 


3) शॉर्ट टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट (Short Term Fixed Deposit):

-इसके तहत बैंक में निवेश कर सकते हैं 
-7 दिन से लेकर 12 महीने तक निवेश 
कर सकते हैं 
-मिनिमम निवेश बैंकों पर निर्भर, 
अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम
-ब्याज दर अलग-अलग बैंक पर निर्भर
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 

4)पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (Post office Time Deposit):
-पोस्ट ऑफिस में निवेश 
-1,2,3 और पांच साल के लिए निवेश करने की सुविधा 
-ब्याज दर की हर तिमाही में समीक्षा होती है 
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 



((म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((माता-पिता का आर्थिक सहारा बनें म्युचुअल फंड की मदद से, जानें कैसे
((म्युचुअल फंड को आसान बनाने के लिए सेबी का बड़ा फैसला
((म्युचुअल फंड: डायरेक्ट प्लान या रेगुलर प्लान-फायदेमंद कौन?
((वॉरेन बफेट को इंडेक्स फंड पसंद है, कहा, दूसरे निवेश में निवेशक नहीं मैनेजर अमीर बनते हैं

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-1:What Is Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-1: म्युचुअल फंड क्या है

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-2: Investment of Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-2: म्युचुअल फंड का कहां निवेश होता है

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-3:Benefits of Investment in Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-3: म्युचुअल फंड में निवेश के फायदे

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-4: म्युचुअल फंड में निवेश किसके जरिये करें

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-5: Role of MF Trustee
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-5: म्युचुअल फंड ट्रस्टी की भूमिका

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-6: What Is Asset Management Company
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-6: परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (AMC) का क्या काम है)

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-7: एनएवी क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-7: What is NAV

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-8: ऑफर डॉक्यूमेंट, क्लोज्ड एंडेड फंड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-8: Know about Offer Document, Close Ended Fund


((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-10: रिडेंप्शम मूल्य, पुनर्खरीद मूल्य क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-10: What is Redemption&Repurchase Price

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-11: फोलियो नंबर के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-11: What is Folio Number

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-12: जानें बैलेंस्ड फंड, फंड ऑफ फंड्स, टैक्स सेवर फंड्स के बारे में
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-12: Meaning of Balance Fund, Fund Of Funds&Tax Saver Fund

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-13: गिल्ट फंड्स, एफएमपी, गोल्ड ईटीएफ क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-13: What is Gilt Funds,FMPs, GoldETFs

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-14:  एनएफओ, एंट्री या फ्रंट लोड,  एग्जिट या बैंकएंड लोड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-14: Know about NFO, Entry or Front Load &
Exit or Back-end Load

((बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में महंगाई विलेन बने, तो क्या करें
म्युचुअल फंड में पैसे लगाएं, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के तनाव से बचें html

((म्युचुअल फंड में पैसे लगाइए, टैक्स बचाइए; जानें क्यों और कैसे होगा फायदा

((म्युचुअल फंड के जरिए फाइनेंशियल प्लानिंग पूरी करें

((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1

((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-2


(म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से

((What Is FMPs (Fixed Maturity Plans)
एफएमपी (फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान्स) क्या है

((म्युचुअल फंड कंपनियों की सूची

((टीचर हैं तो क्या हुआ, फाइनेंशियल प्लानिंग करना तो, बनता है बॉस

((डॉक्टर कैसे ठीक रखें फाइनेंशियल सेहत

((शादी की खुशी में फाइनेंशियल प्लानिंग करना कहीं भूल तो नहीं गए

((म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से

((म्युचुअल फंड क्या है, इसमें निवेश के 10 फायदे... What is Mutual Fund, 10 Benefiेts of MF Investment

((टैक्स बचत के साथ-साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो ELSS है ना...जानें 7 खास बातें ELSS की

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


Plz Follow Me on: 

Rajanish Kant मंगलवार, 16 अप्रैल 2019
SBI में Savings Account है तो तुरंत बंद करवा दें, जानें क्यों?

SBI में Savings Account है तो तुरंत बंद करवा दें, जानें क्यों?

Rajanish Kant शुक्रवार, 5 अप्रैल 2019
SBI में सेविंग्स अकाउंट है तो बहुत बड़ा झटका!
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई में आपका बचत खाता है तो आपके लिए बड़ा झटका है। दरअसल, बैंक ने एक लाख या उससे अधिक की बचत और ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी पर ब्याज दरों में चौथाई प्रतिशत करने की कमी करने का फैसला  किया है। फिलहाल इतनी रकम पर बैंक सालाना 3.50 प्रतिशत ब्याज देता है लेकिन एक मई से सालाना 3.25 प्रतिशत ब्याज देगा। 

बैंक ने आरबीआई द्वारा रेपो रेट में चौथाई प्रतिशत की कमी का हवाला देते हुए ये फैसला लिया है। आरबीआई ने 2,3,4 अप्रैल की बैठक में रेपो रेट 0.25 प्रतिशत घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया है।  

एसबीआई ने अल्पकालिक लोन (एमसीएलआर) की ब्याज दरों में भी 8-10 बेसिस प्वाइंट की कमी की घोषणा की है। बैंक ने इस साल एक मार्च को ही कहा था कि वह रिजर्व बैंक के फैसले के मुताबिक सेविंग्स बचत और एमसीएलआर की ब्याज दरों में बदलाव करेगा। 


(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


Plz Follow Me on: 

Rajanish Kant
क्या आपका भी बैंक अकाउंट बेकार पड़ा है, बंद कराने में है समझदारी....

क्या आपका भी बैंक अकाउंट बेकार पड़ा है, बंद कराने में है समझदारी....

Rajanish Kant सोमवार, 4 मार्च 2019
Savings account (बचत खाता) कैसे, कहां और क्यों खुलवाएं

Savings account (बचत खाता) कैसे, कहां और क्यों खुलवाएं

Rajanish Kant शनिवार, 16 फ़रवरी 2019
88% ग्रामीण परिवारों के पास है सेविंग्स अकाउंट, हर महीने करीब ₹ 1400 की बचत: NABARD
देश में फाइनेंशियल एन्कलूजन यानी वित्तीय समावेशन के लिए चलाई जा रही मुहिम का जबर्दस्त फायदा मिल रहा है। फाइनेंशियल एन्कलूजन की मुहिम का ही नतीजा है कि देश के 88% ग्रामीण परिवारों के पास सेविंग्स अकाउंट यानी बचत खाता है, जबकि 48% ग्रामीण परिवार कृषि से होने वाली आमदनी पर निर्भर हैं यानी कृषि पर से निर्भरता कम हो रही है। यही नहीं, ग्रामीण परिवारों की आमदनी 2015-16 में 2012-13 के मुकाबले 37.4% बढ़ी है। ये खुलासा हुआ है राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यानी  NABARD (National Bank For Agriculture and Rural Development)के सर्वे में। 
Nabard All India Financial Inclusion Survey (NAFIS) के ताजा सर्वे के मुताबिक, हालांकि, 88% ग्रामीण परिवारों के पास सेविंग्स अकाउंट तो है लेकिन केवल 24% ही एटीएम सेवा का इस्तेमाल करते हैं, वो भी तीन महीने में एक बार। उनमें से केवल 7.4 % परिवार डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं जबकि भुगतान के लिए 7.5% परिवार चेक का इस्तेमाल करते हैं, वो भी तीन महीने में एक बार। 


NAFIS के इस सर्वे की मानें, तो किसानों की सालाना आमदनी 2015-16 में 2012-13 के मुकाबले 37.4% बढ़ी है। NSSO के आखिरी सर्वे जो कि 2012-13 में हुआ था, उस दौरान किसानों की सालाना आमदनी ₹77,977 आंकी गई थी जो कि 2015-16 में बढ़कर ₹1,07,172 हो गई। इस सर्वे में यह बात भी खुलकर सामने आई है कि 2015-16 के दौरान ग्रामीण परिवारों ने औसतन हर महीने ₹1,413 की बचत की। सर्वे के मुताबिक, उन परिवारों ने 2015-16 में औसतन हर महीने ₹8,059 कमाये, वहीं ₹6,646 खर्च किये,यानी कुल मिलाकर औसतन हर महीने ₹1,413 की बचत। 



88% ग्रामीण परिवारों के पास है सेविंग्स अकाउंट, हर महीने करीब ₹ 1400 की बचत: NABARD
खर्च से बचे पैसे को घर में यूं ही मत रखें, उसे अच्छी जगहों पर निवेश करें, इसके कई फायदे हैं
((आपका कम से कम एक बैंक अकाउंट तो जरूर होना चाहिए, कैसे खुलेगा जानें
((बच्चे के बैंक अकाउंट के फायदे
((बच्चों का भी बैंक अकाउंट होना चाहिए 
S.B.I में "ये'' वाला अकाउंट खुलवाइये, मिनिमम बैलेंस का झंझट भी नहीं रहेगा और सारी सुविधायें भी मिलेंगी..
((घर बैठे ही खुल जाएगा आपका बैंक खाता, वो भी Zero Balance पर;  Kotak Mahindra Bank 811
((बढ़ती है दौलत, दौलत बढ़ाने वाली 'ट्रिक' चाहिए, चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) का पावर
((अब बैंक से भी खरीदें छोटी बचत योजनाएं, डाकघर को भूल जाएं
((सनी लियोनी कहां लगाती हैं पैसे-सोना, शेयर, रियल इस्टेट या फिर म्युचुअल फंड में !

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से  
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 
(बच्चों को फाइनेंशियल एजुकेशन क्यों देना चाहिए पर हिन्दी किताब- बेटा हमारा दौलतमंद बनेगा)
((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 

Rajanish Kant बुधवार, 22 अगस्त 2018
इन बैंकों ने भी बचत खाते पर ब्याज घटाये, जानिए इसमें आपका भी बैंक है
स्टेट बैंक, ऐक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यूनियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक जैसे दिग्गज बैंकों के बाद बचत खाते पर ब्याज दर घटाने वाले बैंकों में कुछ और बैंक शामिल हो गए हैं।  

बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और देना बैंक ने अपने-अपने सेविंग्स बैंक जमा खाते पर ब्याज दरों में कमी कर दी है। बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक अपने-अपने बचत जमा खातों पर ₹50 लाख तक की रकम पर सालाना 4 प्रतिशत के बदले 3.5 प्रतिशत ब्याज देंगे। हालांकि इससे अधिक की जमा राशि पर पहले की तरह 4 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलता रहेगा। 

उधर,देना बैंक ने बचत जमा खाते पर ₹25 लाख तक की  रकम पर 4 प्रतिशत के बदले 3.5 प्रतिशत ब्याज देगा, जबकि इससे अधिक की रकम पर पहले की ही तरह 4 प्रतिशत का ब्याज मिलता रहेगा। 

बैंकों ने बचत पर घटाये ब्याज, तो पैसों का हिसाब-किताब करना हो गया अनिवार्य
ICICI बैंक और यूनियन बैंक ने भी बचत खाते पर ब्याज घटाये
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 

((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 

Rajanish Kant बुधवार, 23 अगस्त 2017