वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का कार्यनिष्पादन
आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान निजी कॉर्पोरेट क्षेत्र के कार्यनिष्पादन से संबंधित आंकड़े जारी किए, जो 2,779 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय कंपनियों के संक्षिप्त तिमाही वित्तीय परिणामों से लिए गए हैं। वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही और 2022-23 की दूसरी तिमाही के आंकड़े भी तुलना करने के लिए प्रस्तुत (web-link https://dbie.rbi.org.in/DBIE/dbie.rbi?site=statistics#!2_42) किए गए हैं।
मुख्य बिंदु
बिक्री
सूचीबद्ध निजी गैर-वित्तीय कंपनियों की बिक्री संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) 2022-23 की तीसरी तिमाही में घटकर 12.7 प्रतिशत रह गई, जो पिछली तिमाही में 22.6 प्रतिशत थी।
विनिर्माण कंपनियों ने 2022-23 की तीसरी तिमाही में 10.6 प्रतिशत की कम बिक्री संवृद्धि दर्ज की, जो पिछली तिमाही में 20.9 प्रतिशत थी; यह कमी सीमेंट को छोड़कर, पूरे उद्योगों में वैविध्यपूर्ण थी।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियां उच्च संवृद्धि पथ पर बनी रहीं और हालिया तिमाही के दौरान बिक्री में 19.4 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि दर्ज की गई।
गैर-आईटी सेवा कंपनियों के लिए राजस्व संवृद्धि को व्यापार, परिवहन और दूरसंचार क्षेत्रों में स्थिर कार्यनिष्पादन से समर्थन मिला।
व्यय
अल्प बिक्री संवृद्धि और कतिपय निविष्टियों की कीमतों में नरमी के अनुरूप कच्चे माल पर निर्माण कंपनियों के व्यय में मामूली कमी आई है।
विनिर्माण, आईटी और गैर-आईटी सेवा कंपनियों के लिए कर्मचारियों की लागत में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर क्रमशः 8.8 प्रतिशत, 21.8 प्रतिशत और 18.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
विनिर्माण, आईटी और गैर-आईटी सेवा कंपनियों के लिए बिक्री की तुलना में कर्मचारियों की लागत का अनुपात क्रमशः 5.3 प्रतिशत, 49.6 प्रतिशत और 8.1 प्रतिशत रहा।
लाभ
2022-23 की तीसरी तिमाही में लगातार दूसरी तिमाही के लिए वार्षिक (वर्ष-दर-वर्ष) आधार पर विनिर्माण कंपनियों के परिचालन लाभ में कमी आई; तथापि, आईटी और गैर-आईटी सेवा कंपनियों दोनों के परिचालन लाभ में वृद्धि हुई ।
ब्याज
अल्प लाभ के कारण विनिर्माण कंपनियों के ब्याज कवरेज अनुपात (आईसीआर)1 में 2022-23 की तीसरी तिमाही के दौरान 6.3 तक (एक वर्ष पहले 8.6) की गिरावट आई, जबकि आईटी कंपनियों के लिए यह अनुपात 48.9 था (एक वर्ष पहले 61.3); गैर-आईटी सेवा कंपनियों का आईसीआर, परिवहन और आतिथ्य कंपनियों में सुधार के कारण एक से अधिक रहा।
मूल्य निर्धारण क्षमता
आईटी कंपनियों के लिए परिचालनगत लाभ मार्जिन स्थिर रहा और विनिर्माण कंपनियों के लिए बढ़ा; गैर-आईटी सेवा कंपनियों ने मुख्य रूप से दूरसंचार कंपनियों द्वारा दर्ज की गई हानि के कारण निवल हानि दर्ज करना जारी रखा।
(साभार: www.rbi.org.in)
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