त्रैमासिक औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण (आईओएस) की शुरुआत:
जनवरी-मार्च 2023 (101वां दौर)
भारतीय रिज़र्व बैंक ने जनवरी-मार्च 2023 की संदर्भ अवधि के लिए भारतीय विनिर्माण क्षेत्र के त्रैमासिक औद्योगिक संभावना सर्वेक्षण (आईओएस) के 101वें दौर की शुरुआत की है। इस सर्वेक्षण में वर्तमान तिमाही (2022-23 की चौथी तिमाही) के लिए कारोबारी मनोभाव और आगामी तिमाही (2023-24 की पहली तिमाही) के लिए प्रत्याशाओं का आकलन किया जाता है, जो मांग की स्थितियों, वित्तीय स्थितियों, रोजगार की स्थितियों तथा मूल्य स्थिति से संबंधित संकेतकों के समूह पर गुणवत्तापूर्ण प्रत्युत्तरों पर आधारित है। यह सर्वेक्षण विनिर्माण क्षेत्र के कार्यनिष्पादन पर उपयोगी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। कोविड-19 महामारी की वजह से जारी अनिश्चितता के कारण, बाद की दो तिमाहियों (2023-24 की दूसरी तिमाही और 2023-24 की तीसरी तिमाही) के लिए प्रमुख मापदंडों से संबंधित संभावना का आकलन करने हेतु सर्वेक्षण के इस दौर में एक अतिरिक्त ब्लॉक शामिल किया गया है।
2. 99वें दौर अर्थात्, 2022-23 की दूसरी तिमाही के परिणाम 30 सितंबर 2022 को सार्वजनिक डोमेन में प्रकाशित किए गए थे। 100वें दौर के सर्वेक्षण के परिणाम शीघ्र ही जारी किए जाएंगे।
3. मैसर्स जेनेसिस मैनेजमेंट एंड मार्केट रिसर्च प्रा. लि. को भारतीय रिज़र्व बैंक की तरफ से जनवरी-मार्च 2023 तिमाही का सर्वेक्षण करने के लिए प्राधिकृत किया गया है। यद्यपि, यह एजेंसी चुनिंदा कंपनियों से संपर्क करेगी, अन्य विनिर्माण कंपनियों को भी प्रोत्साहित किया जाता है कि वे रिज़र्व बैंक की वेबसाइट से सर्वेक्षण प्रश्नावली डाउनलोड कर इस सर्वेक्षण में भाग ले सकते हैं, यह सर्वेक्षण प्रश्नावली ‘फॉर्म’ शीर्ष (आरबीआई के होम पेज पर बिल्कुल नीचे ‘अन्य लिंक” देखें) और ‘सर्वेक्षण’ उप-शीर्ष के अंतर्गत रखी गई है। विधिवत भरी हुई प्रमाणित सर्वेक्षण प्रश्नावली को उसमें दिए गए संपर्क ब्यौरे पर ई-मेल से भेजा जा सकता है।
4. प्रतिक्रिया देने वालों की पहचान नहीं बताई जाती है।
5. किसी प्रश्न/ स्पष्टीकरण के लिए, कृपया हमसे निम्नलिखित पते पर संपर्क करें:
निदेशक,
उद्यम सर्वेक्षण प्रभाग,
सांख्यिकी और सूचना प्रबंध विभाग,
भारतीय रिज़र्व बैंक, सी-8, दूसरी मंजिल, बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स,
बांद्रा (पूर्व), मुंबई-400051,
फोन: 022-26578386, 022-26572197,
कृपया ई-मेल भेजने के लिए यहां क्लिक करें।
(लेख साभार- www.rbi.org.in)
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
कोई टिप्पणी नहीं