Fair Lending Practice: RBI ने उचित ऋण पद्धति - ऋण खातों में दंडात्मक प्रभार संबंधी परिपत्र का मसौदा जारी किया


भारतीय रिज़र्व बैंक ने उचित ऋण पद्धति - ऋण खातों में दंडात्मक प्रभार संबंधी परिपत्र का मसौदा 
जारी किया

दंडात्मक ब्याज लगाने संबंधी मौजूदा विनियामक दिशानिर्देशों की समीक्षा के संबंध में दिनांक 08 फरवरी 2023 के विकासात्मक और विनियामकीय नीतियों पर वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसरण में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने उचित ऋण पद्धति - ऋण खातों में दंडात्मक प्रभार संबंधी परिपत्र का मसौदा जारी किया।

> मसौदे की विस्तार से जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 

‘परिपत्र के मसौदा’ पर हितधारकों की टिप्पणियां, 15 मई 2023 तक मुख्य महाप्रबंधक, विनियमन विभाग, केंद्रीय कार्यालय, भारतीय रिज़र्व बैंक, 12वीं मंजिल, केंद्रीय कार्यालय भवन, शहीद भगत सिंह मार्ग, फोर्ट, मुंबई - 400001 को या ई-मेल द्वारा भेजा जा सकता है, जिसमें विषय के रूप में “उचित ऋण पद्धति - ऋण खातों में दंडात्मक प्रभार संबंधी परिपत्र का मसौदा” लिखा हो।

(साभार: www.rbi.org.in)

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Rajanish Kant गुरुवार, 13 अप्रैल 2023
मार्केट रेगुलेटर SEBI का लोगो बदल गया, आपने देखा क्या II SEBI New Logo

          सेबी का नया लोगो



मार्केट रेगुलेटर सेबी यानी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड  ने अपना लोगो बदल दिया है। उसने अपने 35वें स्थापना दिवस के मौके पर नया लोगो जारी किया। नया लोगो जारी करने के मौके पर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन, पूर्व और वर्तमान पूर्ण-कालिक सदस्य भी मौजूद थे। सेबी ने इस मौके पर कहा कि उसने उद्योगों के साथ साझेदारी और परामर्श की अपनी समृद्ध परंपरा में भरोसा जारी रखा है। साथ ही उसका पालन भी करती रही है। आपको बता दूं कि सेबी की स्थापना  अप्रैल, 1988 में की गई थी। 

सेबी का पुराना लोगो 

नया लोगो जारी करती हुईं सेबी की चेयरमैन माधवी पुरी बुच ने कहा कि सेबी का नया लोगो उसकी समृद्ध परंपराओं और प्रतिभूति बाजार में उसकी जिम्मेदारी के सभी तीन क्षेत्रों- प्रतिभूति बाजार के विकास और विनियमन, निवेशक संरक्षण के लिए नए आंकड़े और प्रौद्योगिकी-आधारित दृष्टिकोण के अद्वितीय संयोजन को दिखाता है।



सेबी के बारे में:

सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) भारत में प्रतिभूति (सिक्योरिटी) और वस्तु (कमोडिटी) बाजार का  नियामक संस्था यानी रेगुलेटर है। इसकी स्थापना 12 अप्रैल 1988 को हुई थी। यह केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन काम करता है। यह भारत में प्रतिभूतियों और कमोडिटी बाजारों को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण नियमों और विनियमों को लागू किया है। यह निवेशकों की हितों का पूरा ख्याल रखती है। 

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EMS ltd (ईएमएस लि.) ने IPO के लिए अर्जी दी


सीवरेज समाधान देने वाली कंपनी EMS ltd (ईएमएस लि.) ने IPO के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी को अर्जी दी  है। कंपनी आईपीओ के तहत ताजा शेयर जारी करके 180 करोड़ रुपए जुटाएगी, जबकि ऑफर फॉर सेल (ओएफएस)  के तहत प्रोमोटर्स के 82.94 लाख शेयर्स बेचेगी। 

>कंपनी के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 

>कंपनी के आईपीओ की अर्जी को विस्तार से पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें 

इस कंपनी के प्रोमोटर रणवीर सिंह की कंपनी में फिलहाल 97.81 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी की प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिये 60 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। अगर ऐसा किया जाता है तो ताजा शेयर से जुटाई जाने वाली रकम में कमी आ सकती है। 

ताजा शेयरों की बिक्री से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी की कामकाजी पूंजी की जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। 

इस आईपीओ का एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर Khambatta Securities है। कंपनी के शेयर्स एनएसई और बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे। 

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आज से Kintech Renewables, Transpact Enterprises के Price Band (प्राइस बैंड) में बदलाव

 


आज से Kintech Renewables, Transpact Enterprises समेत इन कंपनियों के प्राइस बैंड में बदलाव किये गए हैं। 

प्राइस बैंड को ही भी सर्किट लिमिट्स कहते हैं।  प्राइस बैंड, एक्सचेंज द्वारा सेट की गयी एक सुरक्षा उपाय है। जब बहुत ही कम समय में स्टॉक के प्राइस बहुत तेजी से घटते बढ़ते है, तब उसको रोकने के लिए यह काम आती हैं। जब प्राइस एक्सचेंज द्वारा निर्धारित उप्पर या लोअर सर्किट लिमिट को हिट करती है, तो उस विशेष स्टॉक या कॉन्ट्रैक्ट (EQ, FNO, CDS or MCX) के लिए उस सर्किट प्राइस पर ऑर्डर पेंडिंग रहता हैं।

आसान शब्दों में कहें तो प्राइस बैंड वह प्राइस रेंज है जिसके अंदर ही स्टॉक में उस दिन के लिए ट्रेड कर सकतें है। सर्किट लिमिट 2 से 20% के बीच में हो सकती हैं। यह लिक्विडिटी, वॉल्यूम और शेयरों की केटेगरी के आधार पर तय होती है।

जिन कंपनियों के प्राइस बैंड में बदलाव किए गए हैं, उनकी लिस्ट-

Scrip Code

Scrip Name

Price Band % Revised to

542020

AKI India Ltd

10

542765

Transpact Enterprises Ltd

5

543351

Naapbooks Ltd

5

512329

Kintech Renewables Ltd

2

(साभार: www.bseindia.com)

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आज इन कंपनियों के वित्तीय नतीजे- Infosys, Avantel


आज बाजार की नजर- Infosys, Avantel समेत इन कंपनियों के वित्तीय नतीजे पर रहेगी। कंपनियां इन दिनों जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजे की घोषणा कर रही हैं। आज नतीजे की घोषणा करने वाली कंपनियों की लिस्ट- 

Security CodeSecurity NameResult Date
501622AMALGAM13 Apr 2023
532406AVANTEL13 Apr 2023
500209INFY13 Apr 2023
531324ROSELABS13 Apr 2023
531652THIRDFIN13 Apr 2023


(साभार: www.bseindia.com)

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आज से इन कंपनियों के Price Band ( प्राइस बैंड) में बदलाव- Bright Outdoor Media, Austin Engineering Company


आज से Bright Outdoor Media, Austin Engineering Company समेत इन कंपनियों के प्राइस बैंड में बदलाव किये गए हैं। 

प्राइस बैंड को ही भी सर्किट लिमिट्स कहते हैं।  प्राइस बैंड, एक्सचेंज द्वारा सेट की गयी एक सुरक्षा उपाय है। जब बहुत ही कम समय में स्टॉक के प्राइस बहुत तेजी से घटते बढ़ते है, तब उसको रोकने के लिए यह काम आती हैं। जब प्राइस एक्सचेंज द्वारा निर्धारित उप्पर या लोअर सर्किट लिमिट को हिट करती है, तो उस विशेष स्टॉक या कॉन्ट्रैक्ट (EQ, FNO, CDS or MCX) के लिए उस सर्किट प्राइस पर ऑर्डर पेंडिंग रहता हैं।

आसान शब्दों में कहें तो प्राइस बैंड वह प्राइस रेंज है जिसके अंदर ही स्टॉक में उस दिन के लिए ट्रेड कर सकतें है। सर्किट लिमिट 2 से 20% के बीच में हो सकती हैं। यह लिक्विडिटी, वॉल्यूम और शेयरों की केटेगरी के आधार पर तय होती है।

जिन कंपनियों के प्राइस बैंड में बदलाव किए गए हैं, उनकी लिस्ट-

Scrip Code

Scrip Name

Price Band % Revised to

543831

Bright Outdoor Media Ltd

20

522005

Austin Engineering Company Ltd

10

534422

Looks Health Services Ltd

10

543281

Suvidhaa Infoserve Ltd

10

540108

Tiaan Consumer Ltd

5

541112

Shreeshay Engineers Ltd

5


(साभार: www.bseindia.com)

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Rajanish Kant बुधवार, 12 अप्रैल 2023