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88% ग्रामीण परिवारों के पास है सेविंग्स अकाउंट, हर महीने करीब ₹ 1400 की बचत: NABARD
देश में फाइनेंशियल एन्कलूजन यानी वित्तीय समावेशन के लिए चलाई जा रही मुहिम का जबर्दस्त फायदा मिल रहा है। फाइनेंशियल एन्कलूजन की मुहिम का ही नतीजा है कि देश के 88% ग्रामीण परिवारों के पास सेविंग्स अकाउंट यानी बचत खाता है, जबकि 48% ग्रामीण परिवार कृषि से होने वाली आमदनी पर निर्भर हैं यानी कृषि पर से निर्भरता कम हो रही है। यही नहीं, ग्रामीण परिवारों की आमदनी 2015-16 में 2012-13 के मुकाबले 37.4% बढ़ी है। ये खुलासा हुआ है राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक यानी NABARD (National Bank For Agriculture and Rural Development)के सर्वे में।
Nabard All India Financial Inclusion Survey (NAFIS) के ताजा सर्वे के मुताबिक, हालांकि, 88% ग्रामीण परिवारों के पास सेविंग्स अकाउंट तो है लेकिन केवल 24% ही एटीएम सेवा का इस्तेमाल करते हैं, वो भी तीन महीने में एक बार। उनमें से केवल 7.4 % परिवार डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं जबकि भुगतान के लिए 7.5% परिवार चेक का इस्तेमाल करते हैं, वो भी तीन महीने में एक बार।
NAFIS के इस सर्वे की मानें, तो किसानों की सालाना आमदनी 2015-16 में 2012-13 के मुकाबले 37.4% बढ़ी है। NSSO के आखिरी सर्वे जो कि 2012-13 में हुआ था, उस दौरान किसानों की सालाना आमदनी ₹77,977 आंकी गई थी जो कि 2015-16 में बढ़कर ₹1,07,172 हो गई। इस सर्वे में यह बात भी खुलकर सामने आई है कि 2015-16 के दौरान ग्रामीण परिवारों ने औसतन हर महीने ₹1,413 की बचत की। सर्वे के मुताबिक, उन परिवारों ने 2015-16 में औसतन हर महीने ₹8,059 कमाये, वहीं ₹6,646 खर्च किये,यानी कुल मिलाकर औसतन हर महीने ₹1,413 की बचत।
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ICICI बैंक और यूनियन बैंक ने भी बचत खाते पर ब्याज घटाये
बचत खाते पर ब्याज दर घटाने वाले बैंकों की लिस्ट बढ़ती जा रही है। एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, यस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक के बाद अब ICICI बैंक और यूनियन बैंक भी इस लिस्ट में शामिल हो गए हैं।
बचत खाते पर ब्याज कम करने वालों में अब पंजाब नेशनल बैंक भी शामिलICICI बैंक ने 50 लाख रुपये से कम की जमाराशि पर ब्याज दर में कटौती करते हुए 3.5 प्रतिशत सालाना कर दिया है। हालांकि इससे अधिक की बचत राशि पर चार प्रतिशत की दर से पहले की तरह ही ब्याज मिलता रहेगा।वहीं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बचत खाते में 25 लाख रुपये से कम की जमाराशि पर 3.5 प्रतिशत की वार्षिक दर से ब्याज देगा। इससे अधिक की बचत जमाराशि पर दर पहले की ही तरह चार प्रतिशत जारी रहेगी।
HDFC बैंक ने अपने बचत खाताधारकों को दिया झटका, ब्याज की दरों में की कटौती
एसबीआई, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यस बैंक के बाद अब HDFC बैंक ने अपने बचत खाताधारकों को झटका दिया है। HDFC बैंक ने ₹50 लाख तक की रकम पर ब्याज दरों में आधे प्रतिशत की कटौती कर दी है। बैंक अब इतनी रकम की बचत पर 4 प्रतिशत सालाना के बदले 3.5 प्रतिशत सालाना ब्याज देगा। हालांकि ₹50 लाख से अधिक की रकम पर अभी भी सालाना 4 प्रतिशत ब्याज देना जारी रखेगा।
बैंक की नई दरें 19 अगस्त से लागू हो जाएंगी।
इससे पहले 31 जुलाई को देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने एक करोड़ रुपए के बचत जमा खाते पर सालाना ब्याज दर 4 प्रतिशत से आधे प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया था। इस महीने के शुरुआत में एक्सिस बैंक ने ₹50 लाख तक की बचत जमा रकम पर सालाना ब्याज 4 प्रतिशत से कम कर 3.5 प्रतिशत कर दिया था।
बैंक ऑफ बड़ौदा और कर्नाटका बैंक ने भी ₹50 लाख तक की बचत जमा रकम पर सालाना ब्याज 4 प्रतिशत के मुकाबले 3.5 प्रतिशत कर दिया है।