Results for "आम बजट 2020-21"
बजट में व्यक्तिगत आयकर की दरों में कटौती, घरेलू उद्योंगों के हक में सीमा शुल्क की दरें बढ़ायी गयीं


आर्थिक सुस्ती से जूझ रही अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने के लिये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को पेश आम बजट में व्यक्तिगत आयकर दरों में कटौती करने के साथ ही सस्ते मकानों पर कर लाभ बढ़ाने और कंपनियों पर लाभांश वितरण कर समाप्त करने की घोषणा की।


वित्त मंत्री ने लोकसभा में 2020- 21 का बजट पेश करते हुये रसोई और भोजन की मेज पर इस्तेमाल होने वाले बर्तनों, बिजली के सामान से लेकर चप्पल जूते, फर्नीचर, स्टेशनरी और खिलौनों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया है। इससे ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा मिलने और घरेलू कंपनियों को सस्ते आयात से सुरक्षा मिलने की उम्मीद है।



सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसर बजट पेश करते हुये व्यक्तिगत आयकर दाताओं को घटी दरों के साथ वैकल्पिक आयकर व्यवस्था का प्रस्ताव किया है। सात स्लैब वाली नई प्रस्तावित कर व्यवस्था में मौजूदा पांच, 20 और 30 प्रतिशत की कर दर के अलावा 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत और 25 प्रतिशत के नये स्लैब शामिल किये गये हैं। आयकर की नई व्यवस्था वैकल्पिक रखी गई है और जो करदाता अलग अलग रियायतें और कटौतियां नहीं लेना चाहेंगे वह इस नई व्यवस्था को अपना सकते हैं।



नई आयकर व्यवसथा में ढाई लाख रुपये तक की सालाना आय को पहले की तरह कर मुक्त रखा गया है जबकि ढाई लाख रुपये से लेकर पांच लाख रुपये की आय पर 5 प्रतिशत की दर से आयकर देय होगा। इसी प्रकार 5 से 7.5 लाख रुपये पर 10 प्रतिशत, 7.5 से 10 लाख रुपये की आय पर 15 प्रतिशत, 10 से 12.5 लाख रुपये पर 20 प्रतिशत, 12.5 लाख रुपये से 15 लाख रुपये की आय पर 25 प्रतिशत और 15 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30 प्रतिशत की दर से आयकर का प्रस्ताव किया गया है।



बजट के अनुसार प्रस्तावि वैकल्पिक नए आयकर ढांचे को चुनने वाले करदाताओं को आयकर कानून की धारा 80सी और 80डी, यात्रा भत्ता, आवास किराया भत्ता, मनोरंजन भत्ता, पेशेवर कर और खुद के मकान अथवा खाली पड़ी संपत्ति के आवास रिण के ब्याज पर मिलने वाले कर लाभ और कटौती उपलब्ध नहीं होगी।



वित्त मंत्री ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारा लक्ष्य आने वाले समय में आयकर पर रियायतों और कटौतियों की व्यवस्था को समाप्त करना है।’



व्यक्तिगत आयकर की मौजूदा व्यवस्था में ढाई लाख रुपये की सालाना आय पूरी तरह से करमुक्त है। इसके बाद ढाई लाख से 5 लाख रुपये की आय पर पांच प्रतिशत, पांच से 10 लाख रुपये की आय पर 20 प्रतिात और 10 लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय पर 30 प्रतिशत की दर से आयकर लगता है।



वित्त मंत्री ने बजट प्रस्ताव में कहा कि आयकर की नई दरें करदाताओं के लिये वैकल्पिक हैं। यानी वह चाहें तो नये कर स्लैब के अनुरूप कर का भुगतान कर सकते हैं या फिर पुरानी व्यवस्था के मुताबिक ही आयकर का भुगतान कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट कि कि दोनों व्यवस्थाओं में पांच लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं देना होगा।



पिछले 11 साल के निम्न स्तर पर पहुंच आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के लिये वित्त मंत्री ने ढांचागत परियोजनाओं, ग्रामीण विकास और कृषि क्षेत्र पर खर्च बढ़ाने की घोषणा की है। वित्त मंत्री ने कहा कि किसान कल्याण और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिये सरकार 16 सूत्रीय कार्ययोजना का प्रस्ताव कर रही है। उन्होंने कहा कि कृषि सेवाओं में व्यापक निवेश की जरूरत है।



सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 6.11 करोड़ किसानों का बीमा किया है।



सीतारमण ने पिछले साल सितंबर में कंपनी कर में भी भारी कटौती का तोहफा कंपनियों को दिया। कंपनी कर में करीब 10 प्रतिशत की कटौती करने से सरकारी खजाने को 1.45 लाख करोड़ रुपये का नुकसान बताया गया। यही वजह है कि 2019- 20 का राजकोषीय घाटा 3.3 प्रतिशत के बजट अनुमान से बढ़कर 3.8 प्रतिशत के संशोधित अनुमान पर पहुंच गया।



नये वित्त वर्ष 2020- 21 के लिये राजकोषीय घाटा 3.5 प्रतिशत रहने का बजट अनुमान लगाया गया है।



वित्त मंत्री ने प्रत्यक्ष कर क्षेत्रमें व्यापक सुधार उपायों को आगे बढ़ाते हुये पुराने विवादित कर मामलों का निपटान करने के लिये ‘‘विवाद से विश्वास’’ योजना की एक बार फिर घोषणा की है। इस योजना के तहत 31 मार्च 2020 तक करदाता यदि भुगतान करता है तो केवल विवादित राशि का ही भुगतान करना होगा। ब्याज और जुर्माने से छूट होगी। इस तिथि के बाद योजना का लाभ उठाने वालों को करदाताओं को कुछ अतिरिक्त कर राशि का भुगतान करना पड़ सकता है। योजना 30 जून 2020 तक खुली रहेगी।



वर्ष 2020- 21 का कुल बजट 30 लाख 42 हजार 230 करोड़ रुपये का है जिसमें कर राजस्व प्राप्तियां 20 लाख 20 हजार 926 करोड़ रुपये, उधार एवं अन्य प्राप्तियों से 10 लाख 21 हजार 304 करोड़ रुपये प्राप्त करने का बजट अनुमान रखा गया है। बजट में राजस्व घाटा 2019- 20 के बजट अनुमान 2.3 प्रतिशत के मुकाबले मामूली बढ़कर 2.4 प्रतिशत रहने का संशोधित अनुमान लगाया गया है जबकि 2020- 21 में इसके 2.7 प्रतिशत तक पहुंच जाने का अनुमान है।

>आम बजट 2020-21 की खास-खास बातें:

-हमारे लोगों के पास रोजगार होना चाहिए। यह बजट उनकीआय सुनिश्चित करने और उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाने के लिए है : केंद्रीय वित्त मंत्री
-पानी की कमी से ग्रसित 100 जिलों के लिए व्यापक उपाय प्रस्तावित किए जा रहे हैं : वित्त मंत्री
-#Budget2020 लोगों की आय को बढ़ाने और उनकी क्रय शक्ति को बढ़ाने के लिए है: वित्त मंत्री
-#GST के कारण Transport और logistics क्षेत्रों में बढ़त देखने को मिली है, इंस्पेक्टर राज खत्म हुआ है। इससे #MSME उद्योगों को भी लाभ मिला है। जीएसटी से उपभोक्ताओं को 1 लाख करोड़ रुपये का वार्षिक लाभ
भी मिला है : केंद्रीय मंत्री
-केंद्र सरकार का ऋण घटकर मार्च 2019 में जीडीपी के 48.7 फीसदी पर आ गया है: केंद्रीय वित्त मंत्री
-पानी की कमी से ग्रसित 100 जिलों के लिए व्यापक उपाय प्रस्तावित किए जा रहे हैं : वित्त मंत्री
-20 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान उर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान के तहत सोलर पंप लगाने में सहायता दी जाएगी : वित्त मंत्री
-नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय और अंतरराष्टीय रूटों पर 'कृषि उड़ान' सेवा की शुरूआत की जाएगी। इससे उत्तर-पूर्वी और जनजातीय क्षेत्रों को लाभ मिलेगा : वित्त मंत्री
-#Budget2020 तीन चीजों पर मुख्यतौर पर केंद्रित है। यह हैं- आकांक्षी भारत (aspirational India) , सभी के लिए आर्थिक विकास (economic development) करने वाला भारत और सभी की देखभाल करने वाला समाज (caring society)- वित्त मंत्री

-Average household now saves 4 pc in monthly expense after rollout of GST, says FM-Fundamentals of economy strong, inflation well contained, banks cleaned up accumulated loans: FM-Simplified return for GST is being introduced from April 2020, says FM in Budget speech-7.4 pc growth surpassed in 2014-19 with average inflation of 4.5 pc, say FM

-India uplifted 271 million people out of poverty: FM 

-Govt says aim is to achieve seamless delivery of services through digital governance: FM 

-We have insured 6.11 crore farmers under Pradhan Mantri Fasal Bima Yojna: FM

-Agri services need copius investments, says FM 

-Agri market needs to be liberalised; govt proposes to handhold farmers, says FM 

-Govt proposes 16-point action plan to boost agriculture and farmers welfare, says FM 

-Farmers to be allowed to set up solar units on barren/fallow lands; supply power to grids: FM   

-States asked to adopt 3 central model laws on agri land leasing, marketing and contract farming: FM 

-FCI and Warehousing Corporation of India to build warehousing facility on their land, says FM  

-NABARD will map and geo-tab 162 mn tonne capacity agri warehouses across country: FM  

-Self Help Groups will be allowed to set up village agri storage facilities, says FM  

-Indian Railways to set up Kisan Rail in PPP mode for cold supply chain to transport perishable goods: FM  

-Horticulture with 311 MT exceeds production of food grains: FM  

-NABARD refinance scheme will be expanded, says FM 

-One horticulture crop in one district on cluster basis will be promoted, says FM  

-Govt allocated Rs 1.23 lakh for rural development and panchayati raj, and Rs 1.6 lakh crore for agriculture and allied activities 

-Proceeds from taxes on medical devices would be used to support setting up of hospitals, says FM   

-Allocation for Swachh Bharat for 2020-21 stands at Rs 12,300 crore: FM  

-Govt proposes Rs 3.6 lakh crore towards piped water supply to households  

-Urban local bodies across the country to provide internships for young engineers for a period of up to one year-FM  

-Degree-level full-fledged online education programme to be offered by institutes in top 100 in National Institutional Ranking Framework     

-IND-SAT exam to be held in African and Asian countries, for benchmarking foreign candidates who wish to Study In India

-#JalJeevan अभियान के लिए 3.6 लाख करोड़ आवंटित किए गए हैं : वित्त मंत्री
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Rajanish Kant शनिवार, 1 फ़रवरी 2020
लाइव : केंद्रीय वित्त मंत्री @nsitharaman कर रही हैं अपना दूसरा केंद्रीय #Budget पेश


(Source: PIB Youtube)

लाइव : केंद्रीय वित्त मंत्री @nsitharaman कर रही हैं अपना दूसरा केंद्रीय #Budget पेश

Rajanish Kant
2020-21 के लिए आज पेश होगा आम बजट, शेयर बाजार भी आज खुले रहेंगे
फाइल/ File Photo 
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आम बजट पेश करेंगी। ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा पूर्ण बजट होगा। यह सीतारमण का दूसरा बजट भी होगा, जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में ऐसा करने वाली इंदिरा गांधी के बाद दूसरी महिला वित्त मंत्री बनीं।

मार्च 2021 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए सीतारमण पूरे साल का बजट पेश करेंगी।

बजट भाषण आज पूर्वाह्न लगभग 11 बजे शुरू होगा। बजट की प्रस्तुति की अवधि 90 से 120 मिनट तक होती है।

वित्त मंत्री ने शुक्रवार को संसद में 2019-20 के लिए बजट पूर्व आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया, जिसमें अर्थव्यवस्था की स्थिति का अनुमान लगाया गया और इन चुनौतियों को रेखांकित किया गया। सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन द्वारा जारी किया गया था।

केंद्रीय बजट सरकार का वित्तीय विवरण है, जो अतीत में अपने राजस्व और व्यय का विवरण देने के साथ-साथ आने वाले वर्ष के लिए अनुमानित खर्च और अनुमानों का विवरण देता है।

सीतारमण ने पिछले साल जुलाई में अपना पहला बजट पेश किया था, जिसके तुरंत बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार वापस आ गई थी।

2016 तक, केंद्रीय बजट फरवरी के अंतिम कार्य दिवस को प्रस्तुत किया जाता था। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2017 में केंद्रीय बजट 1 फरवरी को पेश किए जाने पर परंपरा को बदल दिया था।

आम बजट को देखते हुए भारतीय शेयर बाजार BSE, NSE पर भी आज कारोबार जारी रहेगा। इतिहास में पहली बार शनिवार को भारतीय शेयर पर खरी-बिक्री होगी।

BSE Budget Day Timings



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