7% सालाना से ज्यादा ब्याज देने वाली Bank Term Deposits में ज्यादा पैसा लगा रहे हैंं लोग-RBI

तिमाही बीएसआर-2: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि – सितंबर 2024

आज, भारतीय रिज़र्व बैंक ने ‘अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के पास जमाराशि1 – सितंबर 20242’ शीर्षक से अपना वेब प्रकाशन, भारतीय अर्थव्यवस्था पर डेटाबेस पोर्टल3 (https://data.rbi.org.in Homepage > Publications) पर जारी किया।

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (एससीबी) {क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) को छोड़कर} तिमाही ‘आधारभूत सांख्यिकी विवरणियाँ’ (बीएसआर) - 2 विवरणी में, जमाराशि के प्रकार (चालू, बचत और मियादी), इसके संस्थागत क्षेत्र-वार स्वामित्व, व्यक्तियों से संबंधित जमाराशियों के आयु-वार वितरण, परिपक्वता पैटर्न, आकार और मीयादी जमाराशियों के ब्याज दर सीमा-वार वितरण के साथ-साथ कर्मचारियों की संख्या पर शाखावार आंकड़े प्रस्तुत करते हैं। ये आंकड़े अलग-अलग स्तर (अर्थात जनसंख्या समूह4, बैंक समूह, राज्य, जिले और केंद्र) पर जारी किए जाते हैं।



मुख्य बातें:

  • सितंबर 2024 में बैंक जमाराशि संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) 11.7 प्रतिशत थी, जोकि पिछली तिमाही के करीब रही।

  • सभी जनसंख्या समूहों (अर्थात ग्रामीण/अर्द्ध-शहरी/शहरी/महानगरीय) की जमाराशियों में दोहरे अंकों की वार्षिक संवृद्धि दर्ज की गई; 2024-25 की दूसरी तिमाही के दौरान, कुल वृद्धिशील जमाराशियों में 66.5 प्रतिशत का योगदान महानगरीय शाखाओं द्वारा दिया गया, जिनकी कुल जमाराशियों में 54.7 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

  • कुल जमाराशि में से 51.4 प्रतिशत व्यक्तिगत जमाराशि थी; व्यक्तिगत जमाराशि में लगभग 40 प्रतिशत हिस्सेदारी महिला जमाकर्ताओं की थी।

  • नवीनतम मौद्रिक नीति सख्ती चक्र के दौरान जमाराशियों की एक बड़ी राशि उच्च ब्याज दर वाली जमाराशियों में अंतरित हो गई है; 7 प्रतिशत से अधिक ब्याज दर वाली मियादी जमाराशियां एक वर्ष पूर्व के 54.7 प्रतिशत से बढ़कर 68.8 प्रतिशत और मार्च 2023 में 33.7 प्रतिशत हो गई हैं।

  • चूंकि मियादी जमाराशियों में अधिक आकर्षक रिटर्न प्रदान की गई, इसलिए उन्होंने सीएएसए (चालू खाता और बचत खाता) जमाराशियों में संवृद्धि को भी पीछे छोड़ दिया, और कुल जमाराशियों में उनकी हिस्सेदारी सितंबर 2024 में 61.4 प्रतिशत हो गई, जो एक वर्ष पहले 59.8 प्रतिशत थी।

  • सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की जमाराशि संवृद्धि (वर्ष-दर-वर्ष) सितंबर 2024 में 9.0 प्रतिशत (जून 2024 में 8.1 प्रतिशत) तक बढ़ गई, जो अन्य बैंक समूहों के लिए काफी कम रही, जोकि 15 प्रतिशत से अधिक थी।

  • वरिष्ठ नागरिकों की जमाराशि का हिस्सा सितंबर 2024 में बढ़कर 20.1 प्रतिशत हो गया, जो एक वर्ष पहले 19.7 प्रतिशत था।


1 सितंबर 2024 के अंतिम रिपोर्टिंग शुक्रवार के लिए पाक्षिक फॉर्म-ए विवरणी (आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा 42(2) के तहत एकत्रित) के आधार पर बैंक जमाराशि संबंधी समग्र डेटा हमारी वेबसाइट (https://rbi.org.in/ होम>सांख्यिकी>जारी आंकड़े> पाक्षिक>भारत में अनुसूचित बैंक की स्थिति का विवरण) पर पहले ही प्रकाशित किया गया है।

2 बीएसआर-2 के लिए संदर्भ तिथि तिमाही का अंतिम दिन है। इन आंकड़ों में 1 जुलाई 2023 से एक बैंक के साथ एक गैर-बैंक के विलय का प्रभाव शामिल है।

3 जून 2024 के अंत की स्थिति को शामिल करते हुए, शृंखला में पिछले जारी आंकड़े, 30 अगस्त 2024 को भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट पर प्रकाशित किए गए थे।

4 बीएसआर के लिए उपयोग किया जाने वाला जनसंख्या समूह मानदंड 2011 की जनगणना के अनुसार संबंधित राजस्व केंद्र, जहां एससीबी की शाखाएं संचालित हो रही हैं, की जनसंख्या के आकार पर आधारित है और इन्हें ए) 'ग्रामीण' (10,000 से कम जनसंख्या), बी) 'अर्ध-शहरी' (10,000 से अधिक और 1 लाख से कम जनसंख्या), सी) 'शहरी' (1 लाख से अधिक और 10 लाख से कम जनसंख्या), डी) 'मेट्रोपॉलिटन' (10 लाख और उससे अधिक जनसंख्या) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

 (साभार-www.rbi.org.in)

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