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LIC की नई पॉलिसी Dhan Vriddhi (धन वृद्धि), जानिये पॉलिसी की जरूरी बातें


एलआईसी ने नई पॉलिसी पेश की है। इसका नाम धन वृद्धि (Dhan Vriddhi) है। यह एक एकल प्रीमियम नॉन-लिंक्ड, असहभागी, व्यक्तिगत, बचत और जीवन बीमा योजना है।










अधिक जानने के लिए, अपनी निकटतम एलआईसी शाखा या एलआईसी एजेंट से संपर्क करें या licindia.in पर जाएं 


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Rajanish Kant शुक्रवार, 23 जून 2023
LIC की नई योजना Jeevan Azad, जानें खास बात


भारतीय जीवन बीमा निगम ने एलआईसी की नयी योजना जीवन आजाद पेश की। यह एक गैर-भागीदारी, व्यक्तिगत, बचत जीवन बीमा योजना है जो सुरक्षा और बचत का एक आकर्षक संयोजन प्रदान करती है। यह एक सीमित प्रीमियम भुगतान बंदोबस्ती योजना है जो पॉलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में परिवार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है और ऋण सुविधा के माध्यम से तरलता की जरूरतों का भी ध्यान रखती है। यह परिपक्वता की तिथि पर जीवित बीमित व्यक्ति को गारंटीकृत एकमुश्त राशि प्रदान करती है। 

जोखिम शुरू होने की तारीख के बाद लेकिन परिपक्वता की तारीख से पहले पॉलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर देय मृत्यु लाभ, मृत्यु पर बीमित राशि, मूल राशि या वार्षिक प्रीमियम का 7 गुना जो भी अधिक है, वह मिलेगी। यह मृत्यु लाभ मृत्यु की तिथि तक भुगतान किए गए कुल प्रीमियम के 105 प्रतिशत से कम नहीं होगा। 

बीमित व्यक्ति के परिपक्वता की निर्धारित तिथि तक जीवित रहने पर, परिपक्वता पर बीमित राशि के बराबर होती है, देय होगी। यह योजना कुछ शर्तों के अधीन किश्तों में मृत्यु/परिपक्वता लाभ प्राप्त करने का विकल्प भी प्रदान करती है। अतिरिक्त प्रीमियम के भुगतान पर इस योजना के तहत तीन वैकल्पिक राइडर उपलब्ध होंगे। 

प्रति जीवन न्यूनतम मूल बीमित राशि रु. 2 लाख है और प्रति जीवन अधिकतम मूल बीमित राशि रु. 5 लाख है। पॉलिसी को 15 से 20 साल की अवधि के लिए लिया जा सकता है, प्रीमियम भुगतान अवधि पॉलिसी अवधि से 8 साल कम होगी। प्रवेश के समय न्यूनतम आयु 90 दिन पूरी होनी चाहिए और प्रवेश के समय अधिकतम आयु 50 वर्ष (निकटतम जन्मदिन) है। 

प्रीमियम का भुगतान नियमित रूप से वार्षिक, अर्धवार्षिक, त्रैमासिक या मासिक विधि द्वारा किया किया जा सकता है (मासिक प्रीमियम एनएसीएच के माध्यम से)। यह प्लान ऑफलाइन के साथ साथ ऑनलाइन भी खरीदा जा सकता है। 

एलआईसी के जीवन आजाद - एक व्यक्तिगत, बचत, जीवन बीमा योजना के शुभारंभ पर एलआईसी ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ - एक व्यक्ति, बचत, जीवन बीमा योजना जो सुरक्षा और बचत का आकर्षक संयोजन प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए, https://digisales.licindia.in/eSales/liconline/setprop... पर जाएं। 


(साभार- एलआईसी फेसबुक पेज)

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Rajanish Kant गुरुवार, 19 जनवरी 2023
लॉकडाउन में LIC का प्रीमियम घर बैठे ही भरें, जानें पूरी प्रक्रिया

लॉकडाउन में LIC का प्रीमियम घर बैठे ही भरें, जानें पूरी प्रक्रिया

Rajanish Kant सोमवार, 23 मार्च 2020
The LIC maintain its market share of 70.52% in first year premium: Govt
The Life Insurance Corporation of India (LIC) Corporation regularly endeavours to provide a bouquet of life insurance products to cater to the needs of various strata of society. This was stated by Shri Anurag Singh Thakur, Union Minister of State for Finance & Corporate Affairs, in a written reply to a question in Lok Sabha today.
This has enabled LIC to maintain its market share of 70.52% in first year premium and 75.64% share in terms of policies as on 31.12.2019 (provisional figures) making it a dominant player. The product line, inter-alia, includes Term Assurance, Endowment, Whole Life, Money Back, Children Specific, Women Specific, Micro Insurance, Unit-Linked and Pension plans.
Giving more details, the Minister of State stated that LIC, during the current financial year upto 31.12.2019, has recruited 1,14,114 agents and 4,374 Development Officers. This recruitment drive coupled with innovative marketing strategies undertaken by the Corporation and a growth rate of 17.81% of policies sold till 31.12.2019 is expected to enable LIC to cross three crore bench mark during current financial year.
Shri Thakur said that LIC continuously strives to offer attractive products/features including provision of higher surrender value; extension of revival period from two years to five years; option to take death benefit in installments and option to take maturity benefit in instalments (Settlement Option) etc.

(Source: pib.gov.in)

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Rajanish Kant सोमवार, 10 फ़रवरी 2020
LIC IPO: जिनके पास LIC की पॉलिसी है, उनके लिए जरूरी खबर...

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Rajanish Kant मंगलवार, 4 फ़रवरी 2020
एलआईसी की दो साल से ज्यादा समय से बंद पड़ी बीमा पॉलिसी अब हो सकती है चालू

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने अपने पुराने पॉलिसीधारकों को राहत देते हुये उनकी दो साल से ज्यादा समय से बंद पड़ी पॉलिसी को फिर से चालू करने की अनुमति दी है।

एलआईसी के जारी एक बयान में कहा गया है कि अब ऐसी बीमा पॉलिसियां जिन्हें बंद पड़े दो साल से अधिक समय हो चुका है और जिन्हें चालू करने की अनुमति नहीं थी, अब उन्हें आगे बढ़ाया जा सकेगा।

डूबी हुई अथवा बंद पड़ी बीमा पॉलिसी (लैप्स पॉलिसी) से आशय ऐसी बीमा पॉलिसियों से है जो एक निश्चित अवधि के दौरान नियमित तौर पर प्रीमियम नहीं चुकाने पाने के कारण बंद हो जाती हैं।

एलआईसी की विज्ञप्ति में कहा गया है कि एक जनवरी 2014 के बाद खरीदी गई सामान्य बीमा पॉलिसी के धारक अब प्रीमियम भुगतान नहीं कर पाने की तिथि से पांच साल की अवधि के भीतर और यूनिट-लिंक्ड पॉलिसीधारक अपनी बंद पड़ी पॉलिसी को आखिरी प्रीमियम भुगतान के तीन साल की अवधि के भीतर फिर से चालू कर सकेंगे।

भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) के 2013 के नियमन के मुताबिक बीमा अवधि के दौरान जिस तिथि से प्रीमियम भुगतान नहीं किया गया तब से लेकर दो साल की अवधि के भीतर किसी पॉलिसी को फिर से चालू किया जा सकता है। इरडा का यह नियम एक जनवरी 2014 से अमल में है। इस तिथि के बाद ली गई बीमा पॉलिसी में यदि दो साल से अधिक समय तक प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है तो उसे पुन: चालू नहीं किया जा सकता था।

एलआईसी ने कहा कि पॉलिसीधारकों को जीवन बीमा सुविधा को बनाए रखने के लिए उसने इरडा से संपर्क किया। कंपनी ने अनुरोध किया है कि जिन पॉलिसीधारकों ने एक जनवरी 2014 के बाद बीमा पॉलिसी खरीदी है उन्हें भी उनकी बंद पड़ी पॉलिसी को फिर से चालू करने के लिये लंबी अवधि का लाभ दिया जाना चाहिये।

एलआईसी के प्रबंध निदेशक विपिन आनंद ने कहा कि दुर्भाग्यवश कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं जब कोई व्यक्ति अपना प्रीमियम नियमित तौर पर नहीं भर पाता और उसकी पॉलिसी डूब जाती है। ऐसे में पुरानी बंद पड़ी बीमा पॉलिसी को फिर से चालू करने का विकल्प नयी पॉलिसी खरीदने से बेहतर होता है।

उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के जीवन में जीवन बीमा लेना सबसे विवेकपूर्ण निर्णय होता है। हम अपने हर बीमाधारक और हमारे साथ उनके बीमा पॉलिसी को बनाए रखने की इच्छा का सम्मान करते हैं।


(साभार-पीटीआई भाषा)


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Rajanish Kant मंगलवार, 5 नवंबर 2019
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Rajanish Kant बुधवार, 7 अगस्त 2019
ULIP के साथ राइडर लेने पर अब ज्यादा प्रीमियम देने होंगे, पॉलिसीहोल्डर के हित में कई फैसले
इंश्योरेंस रेगुलेटर आईआरडीएई (इंशोयरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट को लेकर नए नियमों की  मंजूरी दे दी है। नए नियम के तहत अब यूलिप यानी यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्रोडक्ट के साथ राइडर (Critical Illness Rider, Personal Accident Rider and Disability Rider) लेने पर ज्यादा प्रीमियम देने होंगे, जबकि अभी बीमा देने वाली कंपनियां यूलिप के साथ राइडर लेने पर पॉलिसीहोल्डर की यूनिट में कटौती कर देते हैं। इरडा की बोर्ड बैठक में इसके अलावा कई अन्य फैसले लिए गए। 

इरडा ने इंडियाबुल्स इंटीग्रेटेड जनरल इंश्योरेंस बिजनेस को R1 यानी पहले स्तर की मंजूरी दी। आपको बता दूं कि इंश्योरेंस रेगुलेटर ने पिछले साल अक्टूबर में लिंक्ड (ULIP) और नॉन लिंक्ड लाइफ (Term, Endowment, Money Back, Whole Life Plans) से जुड़े ड्राफ्ट नियम जारी किए थे। इसके अलावा, लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर के प्रोडक्ट नियमों की समीक्षा के लिए कमिटी का भी गठन किया गया था। ड्राफ्ट रेगुलेशन की सिफारिशों को इरडा की बोर्ड बैठक में हरी झंडी दी गई। 

इंश्योरेंस रेगुलेटर ने लिंक्ड पेंशन पॉलिसी के मामले में पॉलिसीहोल्डर को गंभीर बीमारी या दुर्घटना की वजह से स्थाई विकलांगता या फिर दूसरे हेल्थ प्रोब्लम की स्थिति में आंशिक निकासी की भी सुविधा दी है। 

इसके अलावा, इरडा ने .एन्यूइटी  पेंशन प्रोडक्ट लेने वालों के हित में बड़ा फैसला लिया है। अभी तक किसी पेंशन प्रोडक्ट की अवधि खत्म होने पर पॉलिसीहोल्डर को उसी बीमा कंपनी से एन्युइटी खरीदना अनिवार्य था, लेकिन नए नियम के तहत अब नई बीमा कंपनी से भी एन्युइटी खरीद सकते हैं। 

नए नियम के मुताबिक, सभी उम्र वालों के लिए रेगुलर प्रीमियम प्रोडक्ट में प्रीमियम का सात गुना मिनिमम डेथ बेनेफिट दिया जाएगा, जबकि सिंगल प्रीमियम प्रोडक्ट के मामले में 1.25 गुना डेथ बेनेफिट मिलेगा। 

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


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Rajanish Kant शुक्रवार, 29 मार्च 2019