यूरोपीय संघ के साथ समझौते के बिना अलग होने से ब्रिटेन के दीर्घकालिक मंदी में जाने का खतरा


ब्रिटेन यदि विभिन्न व्यापारिक मुद्दों पर पहले से समझौता किये बिना ही यूरोपीय संघ से अलग हो जाता है तो उसे सालभर लंबी मंदी के दौर का सामना कर पड़ सकता है। सरकार के आधिकारिक आकलनकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को यह कहा है।

बजट जवाबदेही कार्यालय ने अपनी एक अहम रपट में अनुमान जताया है कि 31 अक्टूबर 2019 को ब्रिटेन यदि यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों पर समझौता किये बिना ही अलग हो जाता है तो 2019 की चौथी तिमाही से देश सालभर से ज्यादा लंबी खिंचने वाली मंदी में जा सकता है। 

रपट के अनुसार इसी बीच कर संग्रह कम होने से 2020 से हर साल ब्रिटेन का उधार 33 अरब यूरो बढ़ सकता है क्योंकि उसका कर संग्रह घटेगा। ब्रिटेन यदि वह यूरोपीय संघ के साथ नए व्यापारिक समझौता किये बिना ही अलग होता है तो विश्व व्यापार संगठन से जुड़े शुल्क में भी उसके लिये समस्या खड़ी हो सकती है। 

अगले हफ्ते बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन जाएंगे। वह बार-बार दोहराते रहे हैं कि अक्टूबर के अंत तक यदि किसी समझौते पर सहमति नहीं बनती है तो ब्रिटेन इसके बिना ही यूरोपीय संघ से अलग हो जाएगा।

इस रपट में समझौते के बिना ही यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद लोक वित्त पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चर्चा की गयी है।


(साभार- पीटीआई भाषा)
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