रोजमर्रा इस्तेमाल के सामान बनाने वाली प्रमुख घरेलू कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 6.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 371.49 करोड़ रुपये रहा।
इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की इसी तिमाही में कंपनी को 397.18 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
शेयर बाजारों को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि आलोच्य तिमाही में कंपनी की कुल आमदनी 4.18 प्रतिशत बढ़कर 2,194.25 करोड़ रुपये हो गयी। वित्त वर्ष 2017-18 की आखिरी तिमाही में यह आंकड़ा 2,106.15 करोड़ रुपये था।
इस अवधि में उसका कुल व्यय 7.35 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,729.59 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की इसी तिमाही में 1,603.56 करोड़ रुपये था।
हालांकि, वित्त वर्ष 2018-19 में डाबर का लाभ बढ़कर 1,446.25 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2017-18 में यह आंकड़ा 1,357.74 करोड़ रुपये था।
आलोच्य वित्त वर्ष में कंपनी की कुल आमदनी 8,829.22 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 2017-18 में यह आंकड़ा 8,053.52 करोड़ रुपये था।
डाबर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मोहित मल्होत्रा ने परिणामों के बारे में कहा, 'वित्त वर्ष 2018-19 में डाबर के घरेलू कारोबार में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। हालांकि, वृहद आर्थिक हालात के कारण अंतरराष्ट्रीय कारोबार में उत्साह देखने को नहीं मिला।'
डाबर इंडिया ने शेयर बाजारों को अलग से सूचित किया है कि कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए एक रुपये के अंकित मूल्य पर प्रति इक्विटी शेयर डेढ़ रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है।
(साभार: पीटीआई भाषा)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
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