सेबी आज कर सकता है शेयर बाजार में ट्रेडिंग समय बढ़ाने पर चर्चा

बाजार नियामक सेबी की एक परामर्श समिति शेयर बाजार में कारोबारी का घंटा बढ़ाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। हालांकि कई ब्रोकरों का मानना है कि इस प्रकार के किसी कदम से उनके लिये लागत और साजो-सामान लाजिस्टिक का बोझा बढ़ेगा।

फिलहाल देश में शेयर बाजार सुबह नौ बजे खुलता है और अपरान 3.30 पर बंद होता है। शेयर बाजारों समेत संबंधित पक्षों का ऐसा विचार है कि कारोबारी घंटे शाम 7.30 मिनट तक चले ताकि घरेलू कारोबार वैकि बाजारों से बेहतर तरीके से जुड़ सके।

इस प्रस्ताव का समर्थन करने वालों का मानना है कि कारोबार का समय बढ़ने से व्यापार मात्रा बढ़ सकता और इस प्रकार एक्सचेंजों के लिये अधिक आय सृजन हो सकेगा और साथ ही देश में शेयर बाजार की पैठ बढ़ाने में मदद मिलेगी।

इस प्रस्ताव पर सेबी की सेंकेडरी मार्केट एडवाइजरी कमेटी चर्चा कर सकती है। समिति की बैठक कल होने वाली है। समिति कारोबार का समय शाम 5 बजे, 5.30 बजे और 7.30 बजे तक बढ़ाये जाने समेत विभिन्न प्रस्तावों पर विचार कर सकती है।

एक वरिष्ठ नियामकीय अधिकारी ने कहा कि कारोबार समय में बदलाव सभी संबद्ध पक्षों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद ही किया जा सकता है। इस बारे में सेबी की समिति द्वारा विचार केवल पहला चरण होगा।

आईआईएम अहमदाबाद के प्रोफेसर जयंत आर वर्ता की अध्यक्षता वाली 19 सदस्यीय समिति में शेयर बाजारों, डिपोजिटरी, ब्रोकरेज कंपनियों के सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा स्वतंत्र विशेषग्यों और सेबी तथा सरकार के अधिकारी इसमें शामिल हैं।

समिति द्वितीयक बाजार में सभी गतिविधियों की समीक्षा करती है और बाजार ढांचे में बदलाव तथा सुधार के उपायों के बारे में सिफारिश करती है।

कुछ ब्रोकरों का कहना है कि अगर शेयर बाजारों में कारोबारी समय बढ़ता है तो उन्हें दो अलग-अलग पाली में कर्मचारियों को बुलाना होगा और अपने ग्राहकों को कम-से-कम दो संपर्क प्रबंधकों को जिम्मेदारी देनी होगी।

अरिहंत कैपिटल मार्केट्स के अर्पित जैन ने कहा, कारोबार का समय बढ़ाये बिना ही ही शेयर बाजार अधिक कारोबार कर सकते हैं क्योंकि हमारे पास कुशल प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म हैं। ब्रोकरों के लिये समयसीमा बढ़ने से लागत बढ़ेगी जबकि इसके अनुरूप कोई लाभ नहीं बढ़ेगा।
(साभार-नवभारत टाइम्स)

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