' सर, सुविधा नहीं ली तो, चोरी तो होगी, ना': बैंक कस्टमर केयर

बैंक कस्टमर केयर के झांसे में आने से पहले सुविधा का चार्ज पूछ लें

जिस बैंक के आप ग्राहक हैं, वहां से आपके पास भी बैंक के कस्टमर केयर का फोन आता होगा।  बैंक अपना प्रोडक्ट बेचने या सुविधा के बारे में जानकारी देने के लिए अक्सर अपने कस्टमर को परेशान करते हैं। कई बार तो कस्टमर केयर के फोन को आप काट देते हैं, लेकिन कई बार आप उनसे बात करने को तैयार हो जाते हैं।  

मेरे पास एक जाने-माने निजी प्राइवेट बैंक का अकाउंट साल 2003 से है। अक्सर बैंक के कस्टमर केयर अधिकारी का फोन मेरे पास आता है, पर मैं उसे रिसीव नहीं करता हूं। लेकिन, शनिवार(09-01-2016) को रिसीव कर लिया, तो वो बैंक के एक सुविधा मोबाइल नंबर (1800..........) की खासियत के बारे में बताने लगा। उस नंबर की खासियत मुझे अच्छी लगी। मुझे एक-एक करके उस नंबर की सुविधा की जानकारी वो कस्टमर केयर अधिकारी देने लगा। कस्टमर केयर से सुविधा के बारे में जानकारी लेते समय क्यों सावधान रहें, इस बारे में बाद में बताएंगे, लेकिन उस मोबाइल नंबर की सुविधा के बारे में उसने जो कुछ बताया, पहले वो बता रहा हूं। एक बात और बैंक का वो सुविधा नंबर पिछले दो साल से काम कर रहा है, जैसा कि मुझे उस कस्टमर केयर अधिकारी ने बताया।

उस नंबर से कस्टमर को होने वाली सुविधा (कस्टमर केयर अधिकारी के मुताबिक):
-आपके उस बैंक या आपके किसी भी दूसरे बैंक के डेबिट कार्ड या क्रेडिट
कार्ड की चोरी हो जाने या फिर गुम होने जाने की स्थिति में आपके कॉल
करने के 5 मिनट के अंदर सारे कार्ड ब्लॉक हो जाएंगे, जबकि कस्टमर केयर
नंबर पर बात करने पर कार्ड ब्लॉक होने में करीब 15-25 मिनट का समय लगता है।

-अगर उस बैंक के कार्ड का दुरुपयोग कर कर किसी ने आपकी अकाउंट उड़ा दिया हो,
तो बैंक आपको मुआवजा देगा। लेकिन, मुआवजे की भी शर्त है। अगर आपने चोरी होने
के एक हफ्ते के भीतर संबंधित नंबर से बैंक को इस बारे में जानकारी दी, तो आपको बैंक
ढाई लाख रुपए तक मुआवजा दे सकता है, अगर चोरी होने के तुरंत बाद आपने उस नंबर से
बैंक को सूचित किया तो सारे पैसे आपको वापस मिल जाएंगे। जाहिर सी बात है, ये तो
किसी के लिए बढ़िया सुविधा है।

-फर्ज कीजिए, आप अपने इलाके से कहीं दूर देश के दूसरे कोने या विदेश में सैर करने गए
हों, आप महंगे होटल में ठहरे हों, और ऐसे आपका पर्स, जिसमें पैसे हों, टिकट हो, और साथ
ही हो. डेबिट और क्रेडिट कार्ड, चोरी हो जाए या फिर गुम हो जाए, तो क्या करेंगे। जाहिर
है अगर आस-पास में आपका कोई मददगार नहीं हो, तो बड़ी मुसीबत हो सकती है। लेकिन,
अगर उस बैंक का वो सुविधाजनक नंबर आपके पास है, तो वो जादू का काम करेगा।

उस नंबर से अगर आप बैंक को फोन करेंगे, तो आप की मुसीबत खत्म समझो। होटल का बिल
आपका बैंक पे कर देगा। अगर देश के भीतर आप कहीं ऐसी मुसीबत में फंसे तो बैंक 50 हजार
रुपए तक तुरंत मदद करेगा और देश के बाहर ऐसी मुसीबत में फंसे तो एक लाख रुपए की मदद।
लेकिन, ये पैसे आपको बैंक को लौटाने होंगे, जब आप अपना सैर खत्म करके घर लौटा जाएं, उसके
करीब 28 दिनों के भीतर और हां, इस पर आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा। इसके अलावा भी
कस्टमर केयर ने उस नंबर से कॉल करने पर कई और सुविधाओं की जानकारी दी।

आपको सोचना क्या है...
उस नंबर की सुविधा की खासियत किसी को भी आकर्षित कर सकती है, लेकिन सोचने वाली बात उस कस्टमर केयर अधिकारी ने सबसे आखिरी में बताया। उसने बताया कि इसके लिए आपको रजिस्टर्ड करवाना होगा और उसके लिए आपको 1799 रुपए चुकाना होगा।

जब बैंक को सुविधा के लिए पैसे चुकाने की बात आएगी, तो जाहिर है आप कुछ तो सोचेंगे कि अरे, यार बैंक का मैं कस्टमर हूं, सुविधा देना बैंक की जिम्मेदारी है, मेरे पैसों को सुरक्षित रखना बैंक की प्राथमिक ड्यूटी है और हर सुविधा के लिए इतने पैसे देना कहां तक उचित है। आप ये भी सोचेंगे कि बैंक में मेरे जो पैसे पड़े हैं तो उससे तो बैंक भी कमाते होंगे, तो फिर हर सुविधा के लिए पैसे देना कितना जायज है।

जब उस कस्टमर केयर अधिकारी ने उस नंबर पर सुविधा के एवज में पैसे की मांग की तो उससे मैंने एक सवाल पूछा, कि यार, ये बताओ, पिछले दो साल आपका वो सुविधा वाला नंबर चालू है, तो क्या किसी का डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का दुरुपयोग कर उसका अकाउंट खाली करने की घटना नहीं हुई है, क्या है?तो, उसने तपाक से बोला, सर, सुविधा नहीं लेगा, तो चोरी तो होगी, ना? क्या सोच रहे हैंं, आप पैसा देकर बैंक से वो सुविधा लेंगे?

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