2015-16 की दूसरी तिमाही के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र का प्रदर्शन

भारतीय रिज़र्व बैंक ने वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2015) के दौरान निजी कॉर्पोरेट कारोबार क्षेत्र के प्रदर्शन से संबंधित आंकड़े जारी किए।

संकलित आंकड़े 2,711 सूचीबद्ध गैर-सरकारी गैर-वित्तीय (NGNF) कंपनियों के संक्षिप्त वित्तीय परिणामों पर आधारित हैं।




मुख्य-मुख्य बातें:
-बिक्री:
मुख्य रूप से ‘पेट्रोलियम उत्पाद’ उद्योग समूह की बिक्री में 37.2 प्रतिशत तेज कमी के कारण कुल बिक्री में कमी आई।

विनिर्माण क्षेत्र में भी 7.8 प्रतिशत तक कमी आई। सेवा क्षेत्रों (आईटी को छोड़कर) और आईटी क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में बिक्री वृद्धि में सुधार दर्ज किया गया।

-व्यय:
समग्र स्तर पर बिक्री की तुलना में व्यय में उच्चतर दर से कमी आई।
बिक्री अनुपात की तुलना में कच्चे माल की लागत वर्ष 2014-15 की दूसरी तिमाही के 56.9 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही में 51.6 प्रतिशत और वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में और घटकर 50.8 प्रतिशत हो गई।

-ईबीआईटीडीए (EBITDA)(ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन पूर्व अर्जन):
समग्र स्तर पर, वर्ष-दर-वर्ष ईबीआईटीडीए वृद्धि में वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही के 3.7 प्रतिशत में सुधार होकर यह वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में 8.9 प्रतिशत हो गई। यह सुधार सभी क्षेत्रों में देखा गया।

लौह और इस्पात उद्योग के ईबीआईटीडीए में भारी कमी जारी रही।

-ब्याज:
समग्र स्तर पर, ब्याज व्यय में वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर में वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में थोड़ी गिरावट आई।
समग्र स्तर पर और विनिर्माण क्षेत्र में ब्याज कवरेज़ अनुपात (ब्याज और कर/ब्याज व्यय पूर्व अर्जन) में थोड़ा सुधार देखा गया।

-निवल लाभ:
निवल लाभ में पिछली तिमाही की कमी की तुलना में वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में 9.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

-मूल्यनिर्धारण क्षमता:

ईबीआईटीडीए (EBITDA)मार्जिन से मापित मूल्यनिर्धारण क्षमता उसी स्तर पर रही जो पिछली तिमाही में समग्र स्तर और विनिर्माण क्षेत्र के लिए देखी गई थी। आईटी क्षेत्र ने ईबीआईटीडीए और निवल लाभ मार्जिन दोनों में सुधार दर्ज किया।

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