कंपनियों के वित्तीय नतीजा बताने के लिए फॉर्मेट जारी

कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने वैसी कंपनियों के वित्तीय नतीजे बताने के लिए फॉर्मेट जारी किया है, जिसके डेट सिक्योरिटीज और non-cumulative redeemable preference शेयर एक्सचेंज में सूचीबद्ध हैं।

क्या  है फॉर्मेट में:
-छमाही नतीजे सालाना आधार (Y-o-Y) पर बताना होगा। सभी आंकड़े लाख में बताने
होंगे।
-फॉर्मेट के तहत कंपनियों को शुद्ध बिक्री (net sales), शुद्ध मुनाफा (net profit), खर्च,
exceptional items, paid-up capital, earnings per share बगैरह की जानकारी
देनी होगी।
-इन जानकारियों के अलावा, बैंक और NBFCs को NPA और capital adequacy
ratios की जानकारी भी देनी होगी।

सेबी ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)की उस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कार्पोरेट नतीजों का नया फॉर्मेट जारी किया है जिसमें कहा गया है कि शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के डिसक्लोजर नियम को और पारदर्शी बनाने की जरूरत है।

((शेयर बाजार के निवेशकों के लिए कंपनियों के नतीजे के मायने -भाग-1
कंपनियों के नतीजे को सिर्फ आंकड़ा ना समझें निवेशक-भाग-1
http://beyourmoneymanager.blogspot.com/2015/11/1_11.html

((शेयर बाजार के निवेशकों के लिए कंपनियों के नतीजे के मायने -भाग-2
कंपनियों के नतीजे को सिर्फ आंकड़ा ना समझें निवेशक-भाग-2
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/11/2_11.html

((बाय/सेल/होल्ड/टार्गेट/स्टॉप लॉस क्या बला है...
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/11/blog-post_59.html

((डिविडेंड/सस्पेंडेंड/डीलिस्ट कंपनी के बारे में जानकारी कहां मिलेगी
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/11/blog-post_14.html

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