अक्टूबर में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 36.8% बढ़ा

एक्सपोर्ट में लगातार कमी, चीन में आर्थिक धीमेपन और सुस्त घरेलू इकोनॉमी के बीच इनडायरेक्ट टैक्स (अप्रत्यक्ष कर) कलेक्शन (संग्रह) के मोर्चे पर अच्छी खबर है। 

वित्त मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अक्टूबर के दौरान सालाना आधार पर इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले इस साल अक्टूबर में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 36.8% जबकि अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान 35.9% की बढ़ोतरी हुई है। जबकि वित्त वर्ष 2015-16 के लिए इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन ग्रोथ का लक्ष्य 18.8% है।

केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर , 2015 के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह अक्टूबर 2014 के 42,897 करोड़ रुपए से बढ़कर 58,691 करोड़ रुपए हुआ यानी सितंबर 2015 के दौरान पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 36.8 % की बढ़ोतरी।

अगर 2015-16 की अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन की बात करें तो ये आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 35.9% बढ़कर 2,81,798 लाख करोड़ से 3,82,860 करोड़ रुपए हो गया।

अक्टूबर, अप्रैल-अक्टूबर2015 के दौरान अप्रत्यक्ष कर राजस्व (अस्थायी) संग्रह का विवरण, पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में वृद्धि दर सहित इस प्रकार हैः
अक्टूबर और अक्टूबर-सितंबर 2015-16 के टैक्स कलेक्शन के आंकड़े:  

(रुपए करोड़ में)

कर स्रोत

अक्टूबर
अक्टूबर-सितंबर तक
बीई का
हासिल %

बी.
2015-16
2014-15
2015-16
% बढ़त
2014-15
2015-16
% बढ़त

सीमा शुल्‍क

208336


16800

18998

13.1

104831

122448

16.8

58.8
सेंट्रल एक्साइज

228157


13569

22550

66.2

87588

147685

68.6

64.7
सेवा कर

209774


12528

17143

36.8

89379

112727

26.1

53.7

कुल

646267


42897

58691

36.8

281798

382860

35.9

59.2

((अप्रैल-सितंबर में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बजट अनुमान का 50% पूरा

((अगस्त में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 36.7% बढ़ा
((जुलाई में इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 39% बढ़ा, सरकार खुश




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