दुनिया की दूसरी बड़ी इकोनॉमी चीन द्वारा ब्याज घटाने का बाद भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पर भी ब्याज दर में कटौती का दबाव बढ़ गया है।
चीन का केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) ने एक साल के बेंचमार्क बैंक लेंडिंग रेट को 0.25% घटाकर 4.6% कर दिया है। एक साल के बेंचमार्क डिपॉजिट रेट में 0.25% की कटौती की है। साथ ही रिजर्व रिक्वायरमेंट रेट (RRR) में 0.5% की कमी करते हुए ज्यादातर बड़े बैंक के लिए इसे 18% कर दिया है। चीन के इस फैसले के बाद रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ है।
(( चीन ने इकोनॉमी में जान फूंकने के लिए ब्याज घटाया
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/blog-post_96.html)
रिजर्व बैंक ने मंगलवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है कि अगस्त की पॉलिसी समीक्षा बैठक के दौरान RBI के टेक्निकल एडवाइजरी कमिटी (TAC) के 7 में से 4 सदस्यों ने ब्याज दर में कटौती की सिफारिश की थी।
हालांकि मौजूदा नियम के मुताबिक, रिजर्व बैंक गवर्नर TAC की सिफारिश मानने के लिए बाध्य नहीं है। इस बैठक में राजन ने महंगाई से जुड़े अभी और आंकड़े का इंतजार करने का हवाला देते हुए ब्याज दरों में कोई
बदलाव नहीं किया था। 4 अगस्त को ये बैठक हुई थी।
इस साल जनवरी से जून तक रिजर्व बैंक ब्याज दर में 0.75% की कटौती कर चुका है जबकि महंगाई में आ रही कमी को देखते हुए और ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने के लिए ब्याज दर में और कमी की मांग की जा रही है। ये अलग बात है कि बैंक अभी तक इस कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं दे पाए हैं। बैंकों ने लेंडिंग रेट्स में अभी तक 0.25-0.30% की ही कटौती कर पाए हैं। रिजर्व बैंक बार-बार ब्याज नहीं घटाने के लिए बैंकों को फटकार भी लगा रहा है।
जानकारों का कहना है कि चीन में ब्याज दरों में कटौती के बाद रिजर्व बैंक पर ब्याज दर में कमी करने का दबाव बढ़ेगा, क्योंकि इससे व्यापार और कैपिटल फ्लो पर असर होगा।
((तो,17 सितंबर को रघुराम राजन घटाएंगे ब्याज ?
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/17_24.html ))
चीन का केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) ने एक साल के बेंचमार्क बैंक लेंडिंग रेट को 0.25% घटाकर 4.6% कर दिया है। एक साल के बेंचमार्क डिपॉजिट रेट में 0.25% की कटौती की है। साथ ही रिजर्व रिक्वायरमेंट रेट (RRR) में 0.5% की कमी करते हुए ज्यादातर बड़े बैंक के लिए इसे 18% कर दिया है। चीन के इस फैसले के बाद रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ है।
(( चीन ने इकोनॉमी में जान फूंकने के लिए ब्याज घटाया
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/blog-post_96.html)
रिजर्व बैंक ने मंगलवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है कि अगस्त की पॉलिसी समीक्षा बैठक के दौरान RBI के टेक्निकल एडवाइजरी कमिटी (TAC) के 7 में से 4 सदस्यों ने ब्याज दर में कटौती की सिफारिश की थी।
हालांकि मौजूदा नियम के मुताबिक, रिजर्व बैंक गवर्नर TAC की सिफारिश मानने के लिए बाध्य नहीं है। इस बैठक में राजन ने महंगाई से जुड़े अभी और आंकड़े का इंतजार करने का हवाला देते हुए ब्याज दरों में कोई
बदलाव नहीं किया था। 4 अगस्त को ये बैठक हुई थी।
इस साल जनवरी से जून तक रिजर्व बैंक ब्याज दर में 0.75% की कटौती कर चुका है जबकि महंगाई में आ रही कमी को देखते हुए और ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने के लिए ब्याज दर में और कमी की मांग की जा रही है। ये अलग बात है कि बैंक अभी तक इस कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं दे पाए हैं। बैंकों ने लेंडिंग रेट्स में अभी तक 0.25-0.30% की ही कटौती कर पाए हैं। रिजर्व बैंक बार-बार ब्याज नहीं घटाने के लिए बैंकों को फटकार भी लगा रहा है।
जानकारों का कहना है कि चीन में ब्याज दरों में कटौती के बाद रिजर्व बैंक पर ब्याज दर में कमी करने का दबाव बढ़ेगा, क्योंकि इससे व्यापार और कैपिटल फ्लो पर असर होगा।
((तो,17 सितंबर को रघुराम राजन घटाएंगे ब्याज ?
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