कॉल ड्रॉप का कहर, अब बैंकर्स भी हुए परेशान

कॉल ड्रॉप की घटना से पूरा देश तो पहले से ही परेशान है और अब बैंकर्स भी इसको लेकर चिंता जता रहे हैं। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने इसे फाइनेंशियल इनक्लूजन (वित्तीय समावेशन) मुहिम के लिए बड़ा झटका बताया है। भट्टाचार्य ने कहा कि देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में कॉल ड्रॉप की समस्या होना गंभीर बात है।

स्टेट बैंक की चेयरपर्सन ने इस बारे में अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब भी वो मुंबई में अपने आवास (मालाबार हिल्स) से अपने दफ्तर (नरिमन प्वाइंट्स) आते-जाते हैं तो रास्ते में पड़ने वाले मरिन ड्राइव में उनका नेटवर्क खराब हो जाता है, मोबाइल संपर्क टूट जाता है। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि
ये फाइनेंशियल इनक्लूजन मुहिम के लिए अच्छी बात नहीं है।

कॉल ड्रॉप के लिए जिम्मेदार कौन? 
कॉल ड्रॉप से लोग भले ही परेशान हैं लेकिन सरकार और टेलीकॉम कंपनियों के बीच इसको लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कंपनियां जहां इसके लिए स्पेक्ट्रम और टॉवर की कमी को दोष दे रही हैं, वहीं सरकार का आरोप है कि कनेक्टिविटी सुधारने के लिए कंपनियां पर्याप्त निवेश नहीं कर रही है।

टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने पिछले एक साल 2G नेटवर्क पर कॉल ड्रॉप की घटना में दोगुना, जबकि 3G नेटवर्क पर 65% की बढ़ोतरी पाया है।

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