कम निवेश से रिटायरमेंट तक कैसे बनें करोड़पति; Crorepati kaise bane

कम निवेश से रिटायरमेंट तक कैसे बनें करोड़पति; Crorepati kaise bane

Rajanish Kant शुक्रवार, 6 जुलाई 2018
अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को उछले, डाओ जोंस 182 अंक चढ़ा
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से  
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 
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Rajanish Kant
आयातित एवं निर्यात वस्तुओं से संबंधित विदेशी मुद्रा विनिमय दर अधिसूचित, कल से लागू
सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 (1962 का 52) की धारा 14 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) ने सं. 55/2018-कस्‍टम्स (एन.टी.), दिनांक 21 जून, 2018 की अधिसूचना के पश्‍चात अनुसूची-I और अनुसूची-II में दर्ज प्रत्येक विदेशी मुद्रा, जिसका उल्‍लेख कॉलम (2) में किया गया है, की नई विनिमय दर निर्धारित की है जो आयात और निर्यात वस्तुओं के संदर्भ में कॉलम (3) में की गयी तत्संबंधी प्रविष्टि के अनुसार 6 जुलाई, 2018 से प्रभावी होंगी।

अनुसूची- I
           
क्रम संख्याविदेशी मुद्राभारतीय रुपये के समतुल्‍य विदेशी मुद्रा की प्रत्‍येक इकाई की विनिमय दर
(1)    (2)(3)
               (a)                (b)
(आयातित वस्‍तुओं के लिए)(निर्यात वस्‍तुओं के लिए)
1.ऑस्ट्रेलियाई डॉलर52.1049.80
2.बहरीन दीनार187.65175.40
3.कैनेडियन डॉलर53.4051.50
4.चाइनीज युआन10.5510.20
5.डेनिश क्रोनर10.9510.55
6.यूरो81.9078.70
7.हांगकांग डॉलर8.958.60
8.कुवैत दीनार235.20220.10
9.न्यूजीलैंड डॉलर47.9045.75
10.नॉर्वेजियन क्रोनर8.658.30
11.पौंड स्टर्लिंग92.7089.40
12.कतरी रियाल19.3518.30
13.सऊदी अरब रियाल18.9517.80
14.सिंगापुर डॉलर51.3549.55
15.दक्षिण अफ्रीकी रैंड5.204.85
16.स्वीडिश क्रोनर8.007.70
17.स्विस फ्रैंक70.7568.00
18.यूएई दिरहम19.3518.15
19.अमेरिकी डॉलर69.7068.00
                                                                                                                               
अनुसूची -II
क्रम संख्याविदेशी मुद्राभारतीय रुपये के समतुल्‍य विदेशी मुद्रा की प्रति 100 इकाइयों की विनिमय दर
(1)    (2)(3)
(a)(b)
(आयातित वस्‍तुओं के लिए)(निर्यात वस्‍तुओं के लिए)
1.जापानी येन63.6061.20


(स्रोत-पीआईबी)
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Rajanish Kant गुरुवार, 5 जुलाई 2018
बैंक ऑफ बड़ौदा और विजया बैंक ने लोन महंगे किये
सरकारी बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा और विजया बैंक ने MCLR यानी धनराशि आधारित उधार दर (निधि आधारित उधार दर, कोष आधारित उधार दर - Marginal Cost of Funds based Lending Rate ) में बढ़ोतरी कर दी है। इससे उन बैंकों से होम लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। 

बैंक ऑफ बड़ौदा ने अलग-अलग अवधि के लिए एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत बढ़ा दिया है। नई दरें 7 जुलाई से लागू होंगी। बैंक से रातभर, एक महीने, तीन महीने, छह महीने और एक साल के लोन के लिए अब 0.05 प्रतिशत ज्यादा क्रमश: 8%, 8.5%, 8.15%, 8.35% और 8.50% ब्याज चुकाना होगा। 

आपको बता दूं बैंक हर महीने अपने एमसीएलआर की समीक्षा करते हैं और जरूरत पड़ने पर घटाते हैं, बढ़ाते हैं या फिर जस का तस रखते हैं। 

उधर, विजया बैंक ने एमसीएलआर ओवर्नाइट और एक महीने के लिए 7.90% और 6 महीनों के लिए 8.50% ही बरकरार रखी हैजबकि बैंक ने तीन महीनों के लिए 8.15% से बढ़ा कर 8.25%, एक साल की अवधि के लिए 8.50% से 8.55%, दो साल के लिए 8.65% से 9.00% और तीन साल के लिए 8.75% से बढ़ा कर 9.25% कर दी हैं। बैंक की बढ़ी हुई एमसीएलआर 5 जुलाई से प्रभावी हैं।

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Rajanish Kant
बिटक्वाइन वालों! अब भी नहीं संभलें, तो होगा बड़ा नुकसान? Bitcoin par ab...

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Rajanish Kant
छोटे-मंझोले कारोबारियों (SMEs) ने आईपीओ के जरिये अप्रैल-जून में खूब पैसे जुटाये
देश के दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म के जरिये छोटे-मंझोले कारोबारी (SMEs) खूब पैसा जुटाने में कामयाब हो रहे हैं। उन कारोबारियों ने आईपीओ के जरिये वित्त वर्ष 2018-19 की अप्रैल-जून तिमाही में ₹8.25 बिलियन (1 बिलियन=100 करोड़) जुटाए जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले करीब दोगुना है। 

अगर हम आईपीओ के औसत साइज की बात करें,तो  अप्रैल-जून तिमाही 2018-19 में आईपीओ के औसत साइज की बात करें ₹170 मिलियन (1 मिलियन=10 लाख) है जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में औसत साइज ₹130 मिलियन था। छोटे मंझोले कारोबारियों ने आईपीओ से जुटाये गए ज्यादातर पैसों का इस्तेमाल अपने कारोबार को बढ़ाने, कामकाजी पूंजी की जरूरत पूरी करने और सामान्य कारोबारी कामकाज में किया। 

अप्रैल-जून तिमाही 2018-19 में 47 आईपीओ के जरिये ₹8.25 बिलियन (1 बिलियन=100 करोड़) जुटाए गए,जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 24 आईपीओ के जरिये ₹3.1 बिलियन (1 बिलियन=100 करोड़) की रकम जुटाई गई थी। इस दौरान गुजरात से सबसे ज्यादा 17 छोटे-मंझोले कारोबारियों ने आईपीओ लांच किया, जबकि महाराष्ट्र की 11, दिल्ली की 5 और मध्य प्रदेश की 3 छोटे-मंझोली कंपनियों ने आईपीओ के जरिये पैसे जुटाए। 


>आईपीओ Vs एफपीओ  Vs ओएफएस;  IPO vs FPO Vs OFS 

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Rajanish Kant
Mutual Fund SIPs accounts stood at 2.23 CRORE:amfi
Mutual Fund SIPs accounts stood at 2.23 CRORE! And the total amount collected through SIP    during May 2018 was ₹7,304 crore

Indian Mutual Funds have currently about 2.23 crore (22.3 million) SIP accounts through which investors regularly invest in Indian Mutual Fund schemes.
Systematic Investment Plan or SIP as it is commonly known, is an investment plan (methodology) offered by Mutual Funds wherein one could invest a fixed amount in a mutual fund Scheme periodically at fixed intervals – say once a month instead of making a lump-sum investment. The SIP instalment amount could be as small as ₹500 per month. SIP is similar to a recurring deposit where you deposit a small /fixed amount every month.
SIP is a very convenient method of investing in mutual funds through standing instructions to debit your bank account every month, without the hassle of having to write out a cheque each time.
SIP has been gaining popularity among Indian MF investors, as it helps in Rupee Cost Averaging and also in investing in a disciplined manner without worrying about market volatility and timing the market.
AMFI data shows that the MF industry had added about 9.58 lacs SIP accounts each month on an average during the FY 2018-19, with an average SIP size of about ₹3,275 per SIP account.
Month-wise amount collected from FY 2016-17 onwards are mentioned below :

MonthSIP Contribution  core
 FY 2018-19FY 2017-18FY 2016-17
Total during FY13,994 67,19043,921
March 7,1194,335
February 6,4254,050
January 6,6444,095
December 6,2223,973
November 5,8933,884
October 5,6213,434
September 5,5163,698
August 5,2063,497
July 4,9473,334
Jun 4,7443,310
May7,3044,5843,189
April6,6904,2693,122

Sourse: amfi (https://www.amfiindia.com/mutual-fund)
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Indian Mutual Fund industry’s Avg. Assets Under Management (AAUM) stood at ₹ 23.43 Lk Cr:AMFI
Average Assets Under Management (AAUM) of Indian Mutual Fund Industry for the month of May 2018 stood at ₹ 23.43 lakh crore. Assets Under Management (AUM) as on May 31, 2018 stood at  ₹22.60 lakh crore.
The AUM of the Indian MF Industry has grown from ₹ 5.05 trillion as on 31st March 2008 to ₹22.60 trillion as on 31st May, 2018, about four and half fold increase in a span of 10 years!!
The MF Industry’s AUM has grown from ₹7.01 trillion as on 31st March, 2013 to ₹22.60 trillion as on 31st May 2018, more than three fold increase in a span of 5 years !!
The Industry’s AUM had crossed the milestone of ₹10 Trillion (₹10 Lakh Crore) for the first time in May 2014 and in a short span of about three years, the AUM size had increased more than two folds and crossed ₹ 20 trillion (₹20 Lakh Crore) for the first time in August 2017. The Industry AUM stood at ₹22.60 Trillion (₹ 22.60 Lakh Crore) as on 31st May, 2018.
The total number of accounts (or folios as per mutual fund parlance) as on May 31, 2018 stood at 7.35 crore (73.5 million), while the number of folios under Equity, ELSS and Balanced schemes, wherein the maximum investment is from retail segment stood at 6.13 crore (61.3 million).
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