मार्केट रेगुलेटर सेबी ने सरकारी कंपनियों
भारत डायनामिक्स और
IREDA यानी इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी के आईपीओ को मंजूरी दे दी है। भारत डायनामिक्स ने सेबी से अपने आईपीओ के लिए 15 फरवरी को जबकि आईआरईडीए ने 16 फरवरी को Observations हासिल किया। आपको बता दूं कि किसी भी आईपीओ के लिए सेबी से Observations हासिल करना काफी महत्वपूर्ण होता है। दोनों कंपनियों ने जनवरी और दिसंबर के बीच अपने-अपने आईपीओ की अर्जी दी थी।
आईआरईडीए के प्रस्तावित आईपीओ के तहत कंपनी 13.90 करोड़ शेयर बेचेगी,जिसमें से 6.95 लाख शेयर कंपनी के योग्य कर्मचारियों के लिए आरक्षित रहेंगे। आईपीओ से मिले पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने सामान्य कामकाज और भविष्य की पूंजी की जरूरतों को पूरा करने में करेगी।
आपको बता दूं कि IREDA की स्थापना मार्च 1987 में कंपनी एक्ट, 1956 के तहत हुई थी। यह एनबीएफसी यानी नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी के तौर पर रिजर्व बैंक से रजिस्टर्ड है।
भारत डायनामिक्स के आईपीओ को
SBI Capital Markets, IDBI Capital Markets & Securities, और Yes Securities द्वारा मैनेज किया जाएगा।
भारत डायनामिक्स डिफेंस सेक्टर की महत्वपूर्ण कंपनी है। भारत डायनामिक्स लिमिटेड की स्थापना देश में संचलित प्रक्षेपास्त्र प्रणाली के विनिर्माण का आधार-पीठ तैयार करने के उद्येश्य से वर्ष 1970 में की गई. इसके अस्तित्ववान होने में राष्ट्र की प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनने की भावी दृष्टि प्रतिबिंबित होती है. डी आर डी ओ तथा वांतरिक्ष उद्योगों के प्रतिभाशाली कुछ इंजीनियरों के समूह से संपोषित बीडीएल ने अपना कार्यारंभ फ्रेंच उत्पाद एसएस 11बी1 से किया. यह उत्पाद फ्रांस के एअरोस्पेशियल के साथ भारत सरकार के अनुबंध के तौर पर सामने आया. बीडीएल के तीन विनिर्माण इकाइयाँ है जो कंचनबाग, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, भानूर, मेदक, आंध्र प्रदेश तथा विशाखपट्टणम, आंध्र प्रदेश में स्थित हैं. इब्रहिमपट्टणम, रंगा रेड्डी जिला, आंध्र प्रदेश तथा अमरावती, महाराष्ट्र में दो नई इकाइयों की योजना बनाई गई है.
एस एस 11बी1 परियोजना के सफलता पूवर्क पूर्ण होने के बाद बीडीएल ने दूसरी पीढ़ी के एटीजीएम-फ्रांस की मिलान तथा रूस की कांकूर्स का उत्पादन आरंभ किया. ये परियोजनाएं मेसर्स एरोमिसाइल, फ्रान्स तथा मेसर्स केबीपी, तुला, रूस के तकनीकी सहयोग से अनुज्ञप्ति उत्पाद के रूप में लिये गये थे. इन उत्पादों ने भारतीय सेना के इंफैण्ट्री तथा मेकॅनाईज्ड बलों की विस्तृत आवश्यकताओं को पूर्ण किया. बीडीएल में चरणबद्ध प्रौद्योगिकी अन्तरण की उत्पादन प्रक्रिया के दौरान कंपनी का ध्यान देशीकरण पर केन्द्रित हुआ जिसके फलस्वरूप इसके इंजीनियरों को टैंकभेदी प्रक्षेपास्त्रों की प्रणाली अभियांत्रिकी (सिस्टम इंजीनियरींग) और इसके डिजाइन की गहराई से जानकारी हासिल करने का मौका मिला. इस प्रक्रिया के दौरान बीडीएल ने कई भारतीय औद्योगिक भागीदारों को देशीकरण के बाद विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विकसित कर तैयार करने की दृष्टि से चर्चा भी कीं.
बीडीएल के मिलान प्रभाग एवं भानूर इकाई ए एस 9100सी वांतरिक्ष गुणता प्रबंधन प्रणाली प्रमाणपत्र से प्रमाणित हैं. अन्य सभी उत्पादन प्रभाग आई एस ओ 9001 : 2008 गुणता प्रबंधन प्रणाली से प्रमाणित हैं. मिलान प्रभाग के इलेक्ट्रॉनिक्स लैब तथा भानूर इकाई इलेक्ट्रॉनिक मापन उपकरण के लिए इलेक्ट्रो-टेकनिकल अधिव्यास के क्षेत्र में आई एस ओ / आई ई सी 17025 : 2005 (एन ए बी एल) प्रमाणन से अधिप्रमाणित हैं.
बीडीएल के तीनों इकाइयॉं यथा कंचनबाग, भानूर एवं विशाखापट्टणम आई एस ओ : 14001 : 2004 पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली से प्रमाणित है। मानव संसाधन का विकास भी कंपनी के मुख्य उद्देश्यों में से एक है. संगठन में सुव्यवस्थित आंतरिक प्रशिक्षण केंद्र है जहॉं अधिकारी एवं कर्मचारियों को उनकी प्रशिक्षण आवश्यकताओं के अनुरूप विस्तृत क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाता है.
ये उन 22 संपत्तियों से अलग है जिनकी नीलामी दिसंबर से फरवरी के दौरान की गई है। इनके लिए सामूहिक आरक्षित मूल्य 552 करोड़ रुपये था।
सेबी ने आज जारी नोटिस में कहा कि एसबीआई कैपिटल मार्केट पैनकार्ड क्लब की 10 संपत्तियों तथा उसके दिवंगत सीएमडी सुधीर मोरावेकर की एक संपत्ति की 21 मार्च को नीलामी करेगा। इनके लिए आरक्षित मूल्य 259.48 करोड़ रुपये है।
जिन संपत्तियों की नीलामी की जानी है उनमें गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा में एक चार सितारा होटल, रिजॉर्ट, जमीन का टुकड़ा, कार्यालय स्थल और दुकानें शामिल हैं।
पैनकार्ड क्लब ने 2002-03 से 2013-14 के दौरान 51,55,516 निवेशकों से 7,035 करोड़ रुपये जुटाए थे। यह राशि गैरकानूनी सामूहिक निवेश योजनाओं :सीआईएस: के जरिये जुटाई गई थी।