सेंसेक्स आज 140 अंक लुढ़का, निफ्टी 11,477 पर निपटा

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Rajanish Kant बुधवार, 5 सितंबर 2018
शानदार GDP से खुश नहीं हुआ बाजार, सेंसेक्स 333 अंक लुढ़का, निफ्टी 11,582.35 पर निपटा


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Rajanish Kant सोमवार, 3 सितंबर 2018
आयकर रिटर्न दाखिल करने में 31 अगस्त, 2018 तक 71 प्रतिशत की उछाल दर्ज
वित्त वर्ष 2018 के दौरान (दाखिल करने के लिए 31 अगस्‍त, 2018 तक बढ़ाई गई नियत तिथि) दाखिल किए गए आयकर रिटर्न (आईटीआर) की संख्या में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 31 अगस्‍त, 2018 तक ‘ई-फाइल’ आईटीआर की कुल संख्या 31 अगस्‍त, 2017 तक के 3.17 करोड़ की तुलना में 5.42 करोड़ आंकी गई, जो 70.86 प्रतिशत की उल्‍लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है। 31 अगस्‍त 2018, जो आईटीआर दाखिल करने के लिए बढ़ाई गई अंतिम तिथि थी, को लगभग 34.95 लाख रिटर्न अपलोड किए गए।
दो श्रेणियों में आईटीआर की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इन श्रेणियों के तहत वेतनभोगी व्यक्तियों (आईटीआर-1 एवं 2) द्वारा दाखिल किए गए आईटीआर की संख्‍या के साथ-साथ अनुमानित कराधान योजना (आईटीआर-4) का लाभ उठाने वाले लोगों द्वारा दाखिल किए गए आईटीआर की संख्‍या में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है।
31 अगस्‍त, 2018 तक वेतनभोगी व्यक्तिगत करदाताओं द्वारा दाखिल किए गए ई-रिटर्न की कुल संख्या वित्‍त वर्ष 2017 की इसी अवधि के दौरान दाखिल किए गए 2.19 करोड़ रिटर्न की तुलना में 3.37 करोड़ आंकी गई, जो रिटर्न की कुल संख्‍या में 1.18 करोड़ अथवा 54 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
‘अनुमानित कर योजना’ का लाभ उठाने वाले व्यक्तियों द्वारा 31 अगस्‍त, 2018 तक दाखिल किए गए ई-रिटर्न की कुल संख्या 31 अगस्‍त, 2017 तक दाखिल किए गए 14.93 लाख रिटर्न की तुलना में 1.17 करोड़ आंकी गई, जो रिटर्न की कुल संख्‍या में 681.69 प्रतिशत की दमदार वृद्धि दर्शाती है।

(स्रोत-पीआईबी)
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Rajanish Kant शनिवार, 1 सितंबर 2018
GST Revenue collection for August 2018 close to ninety-four thousand crore rupees
The total gross GST revenue collected in the month of August, 2018 is Rs. 93,960crore of which CGST is Rs. 15,303 crore, SGST is Rs. 21,154 crore, IGST is Rs. 49,876 crore (including Rs. 26,512 crorecollected on imports) and Cess is Rs. 7,628 crore (including Rs. 849 crore collected on imports). The total number of GSTR 3B Returns filed for the month of July up to 31st August, 2018 is 67 lakh. This is slightly higher than 66 lakh returns of the month of June filed up to 31st July, 2018. The last date of filing return of July, 2018 in the State of Kerala was extended upto 5th October, 2018.
The total revenue earned by Central Government and the State Governments after settlement including provisional settlement of Rs. 12,000 crore in the month of August, 2018 is Rs. 36,963 crore for CGST and Rs. 41,136 crore for the SGST. For the bi-monthly period June-July, 2018, compensation of Rs. 14,930 crore has been released to the States.
The revenues collected in August, 2018 of Rs. 93,960 crore is slightly lower than July, 2018 collection of Rs. 96,483 crore, and June, 2018 collection of Rs. 95,610 crore. The chart shows trends in revenue during the current year.
One of the main factors for the dip in tax revenues is probable postponement of sale of items for which tax rate was reduced by the Council as the decision to reduce the tax rate was taken in meeting held on 21st July while the notification of the reduced rate came into effect only from 27th July, 2018. Since it would have taken some time for the market to pass on the benefit of reduced taxes, consumers would have postponed their decision to buy expecting the benefit. The actual impact of reduction of rate of taxes would be observed only from next month onwards as the rate reduction would have got affected only in last few days of the month.
Even past trend of indirect tax collection shows that while July collections are 8.2% of the total annual collections, August collections are at a lower level of 7.7% of the total annual collections. This is another reason for lower collections during the month of August as compared to that in July.

(स्रोत-पीआईबी)
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Rajanish Kant
प्रधानमंत्री ने ‘इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक’ का शुभारंभ किया - वित्तीय समावेश की दिशा में एक बड़ी पहल

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) का शुभारंभ किया। यह समारोह देश भर में 3000 से भी अधिक उन स्थानों पर देखा गया जो दिल्ली में आयोजित मुख्य कार्यक्रम से जुड़े हुए थे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के जरिए बैंकिंग सेवाएं देश भर में सबसे दूरस्थ स्थानों और वहां रहने वाले लोगों तक बड़ी आसानी से पहुंच जाएंगी।
उन्होंने स्‍मरण किया कि केंद्र सरकार ने इससे पहले वित्तीय समावेश सुनिश्चित करने के लिए ‘जन धन योजना’ शुरू की थी। उन्होंने कहा कि आज ‘आईपीपीबी’ का शुभारंभ किया जाना इस उद्देश्य की पूर्ति करने की दिशा में एक और अहम कदम है। उन्होंने कहा कि आईपीपीबी की शाखाएं आज 650 जिलों में खोली गई हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डाकिया लंबे समय से गांवों में एक सम्मानित और स्वीकार्य व्यक्ति रहे हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों द्वारा दस्‍तक देने के बावजूद डाकिया पर भरोसा अब भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार का दृष्टिकोण मौजूदा ढांचों एवं संरचनाओं में सुधार सुनिश्चित करना है, इसलिए बदलते समय के अनुसार उनमें बदलाव लाना ही है। उन्होंने कहा कि देश भर में 1.5 लाख से भी अधिक डाकघर और तीन लाख से भी ज्यादा डाकिया या ‘ग्रामीण डाक सेवक’ हैं जो देश के लोगों से जुड़े हुए हैं। अब लोगों को वित्तीय सेवाएं सुलभ कराने के उद्देश्‍य से उन्हें स्मार्टफोन और डिजिटल उपकरणों के माध्‍यम से सशक्त बनाया जाएगा।
‘आईपीपीबी’ के फायदों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि यह धन हस्तांतरण, सरकारी लाभों के हस्तांतरण और बिल भुगतान के साथ-साथ निवेश एवं बीमा जैसी अन्य सेवाएं भी सुलभ कराएगा। उन्होंने कहा कि डाकिया लोगों के घरों के दरवाजे पर ये सेवाएं सुलभ कराएंगे। उन्होंने कहा कि आईपीपीबी डिजिटल लेन-देन की सुविधा भी प्रदान करेगा और इसके साथ ही विभिन्‍न स्‍कीमों जैसे कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ प्रदान करने में भी मदद करेगा, जिसके तहत किसानों को सहायता मुहैया कराई जाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से ही केंद्र सरकार अंधाधुंध ऋण दिए जाने के कारण भारत के बैंकिंग क्षेत्र में उत्‍पन्‍न हुई विकृतियों और समस्याओं से पूरी दृढ़ता के साथ निपट रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा ऋणों की समीक्षा की गई है और बैंकिंग क्षेत्र के संबंध में प्रोफेशनल नजरिया अपनाया गया है। उन्‍होंने ‘भगोड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक’ जैसे अन्‍य कदमों का भी उल्‍लेख किया जिन्‍हें यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि दोषी लोगों को दंडित किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब स्व-रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए गरीब और मध्यम वर्ग को 13 लाख करोड़ रुपये से भी अधिक के ‘मुद्रा’ ऋण दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा ‘एशियन गेम्‍स’ में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और अर्थव्यवस्था में विकास के आंकड़े अत्‍यंत उत्‍कृष्‍ट रहने से आज पूरा देश नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि यह लोगों के सामूहिक प्रयासों से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि आज भारत न केवल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, बल्कि वह एक ऐसा देश भी बनकर उभरा है जो सबसे तेजी से गरीबी का उन्‍मूलन कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 3 लाख ‘डाक सेवक’ हर घर और हर किसान के साथ-साथ गांवों में हर छोटे उद्यम को भी वित्तीय सेवाएं सुलभ कराने में अत्‍यंत अहम साबित होंगे। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि हाल के महीनों में ‘डाक सेवकों’ के कल्याण और उनकी लंबित मांग को पूरा करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि इन कदमों की बदौलत डाक सेवकों के वेतन में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आईपीपीबी अगले कुछ महीनों में देश भर में फैले 1.5 लाख से भी अधिक डाकघरों तक पहुंच जाएगा।


(स्रोत-पीआईबी)
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Rajanish Kant
होम लोन (Home Loan) समय से पहले कैसे बंद करें

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Rajanish Kant
सितंबर के पहले सप्‍ताह में सभी बैंक खुले रहेंगे - सरकार
बैंक केवल 2 सितंबर को रविवार के दिन और 8 सितंबर को दूसरे शनिवार के दिन बंद रहेंगे, तीन सितंबर को देश में सभी जगह छुट्टी नहीं है सभी राज्‍यों में एटीएम पूरी तरह काम करेंगे; बैंकों से कहा गया है कि वे एटीएम से निकासी के लिए पर्याप्‍त मात्रा में नकदी की उपलब्‍धता सुनिश्चित करें
ऐसा देखने में आया है कि सोशल मीडिया में ऐेसी अफवाह फैलाई जा रही है कि सितंबर 2018 के पहले सप्ताह में बैंक 6 दिनों के लिए बंद रहेंगे। इससे आम लोग बेवजह परेशान हो रहे हैं।
यह स्‍पष्‍ट किया जा रहा है कि सितंबर के पहले सप्‍ताह में बैंक खुले रहेंगे और बैंकिंग गतिविधियां बिना किसी व्‍यवधान के जारी रहेंगी। बैंक केवल 2 सितंबर को रविवार के दिन और 8 सितंबर को दूसरे शनिवार के दिन बंद रहेंगे, तीन सितंबर को देश में सभी जगह छुट्टी नहीं है। इस दिन नेगोशिएबल इन्स्ट्रमेन्ट्स एक्‍ट, 1881 के तहत केवल कुछ ही राज्‍यों में बैंक बंद रहेंगे।

बैंक जिन दिनों बंद रहेंगे उन दिनों सभी राज्‍यों में एटीएम पूरी तरह काम करते रहेंगे। ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा। बैंकों से कहा गया है कि वे एटीएम मशीनों में निकासी के लिए पर्याप्‍त मात्रा में नकदी की उपलब्‍धता सुनिश्चित करें।    (स्रोत - पीआईबी)

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इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की शुरुआत आज से, जानें क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी
प्रधानमंत्री  श्री नरेन्द्र  मोदी आज नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) का शुभारंभ करेंगे।
आईपीपीबी को आम आदमी के लिए एक सुगमकिफायती और भरोसेमंद बैंक के रूप में स्थापित करने की कोशिश की जा रही है, ताकि केन्द्र सरकार के वित्तीय समावेश उद्देश्यों को तेजी से पूरा करने में मदद मिल सके। देश के हर कोने में फैले डाक विभाग के 3,00,000 से अधिक डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के विशाल नेटवर्क से इसे काफी लाभ मिलेगा। इसलिए आईपीपीबी भारत में लोगों तक बैंकों की पहुंच बढ़ाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाएगा।
आईपीपीबी का शुभारंभ तेजी से विकास की ओर बढ़ते भारत का लाभ देश के दूरस्थ कोनों में सुलभ कराने संबंधी केन्द्र सरकार के प्रयासों को मजबूती देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
शुभारंभ के दिन,  आईपीपीबी की देश भर में 650 शाखाएं और 3250 एक्सेस प्‍वाइंट (पहुंच केन्द्र/कार्यकलाप केन्द्र) होंगे, जहां समानांतर रूप से शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
देश भर में सभी 1.55 लाख डाकघर 31 दिसंबर, 2018 तक आईपीपीबी प्रणाली से जुड़ जाएंगे। .
आईपीपीबी बचत और चालू खातोंधन हस्तांतरणप्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरणबिल और उपयोगिता भुगतान  और उद्यम एवं वाणिज्यिक भुगतान जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराएगा। इन सुविधाओं एवं इससे जुड़ी अन्य संबंधित सेवाओं को बैंक के अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्‍लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए बहु-विकल्प माध्यमों (काउंटर सेवाएंमाइक्रो-एटीएम मोबाइल बैंकिंग एप एसएमएस और आईवीआर) के जरिए उपलब्ध कराया जाएगा।
(स्रोत-पीआईबी)

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