Postal Life Insurance का प्रीमियन भरने के लिए मिला ज्यादा समय
डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा के लिए प्रीमियम भुगतान की अवधि 30 अप्रैल, 2020 तक बढ़ाई गई
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते प्रकोप से उत्पन्न खतरे और समूचे देश में लागू किए गए पूर्ण लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए संचार मंत्रालय के डाक विभाग के डाक जीवन बीमा (पीएलआई) निदेशालय ने मार्च 2020 के अपने निर्दिष्ट प्रीमियम के भुगतान की अवधि बिना किसी जुर्माना/डिफॉल्ट शुल्क के 30 अप्रैल, 2020 तक बढ़ा दी है। पीएलआई निदेशालय ने कहा कि वैसे तो आवश्यक सेवाओं का हिस्सा होने के कारण कई डाकघरों में कामकाज बाकायदा हो रहा है, लेकिन डाक जीवन बीमा/ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) के ग्राहकों को प्रीमियम के भुगतान के लिए डाकघर आने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। अत: सभी पीएलआई/आरपीएलआई ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भुगतान की अवधि बढ़ा दी गई है।
इस निर्णय से उन लगभग 13 लाख पॉलिसी धारकों (5.5 लाख पीएलआई और 7.5 लाख आरपीएलआई) के लाभान्वित होने की संभावना है, जो वर्तमान महीने के प्रीमियम का भुगतान करने में समर्थ नहीं हो पाए हैं। पिछले महीने प्रीमियम का भुगतान करने वाले तकरीबन 42 लाख पॉलिसी धारकों के मुकाबले इनमें से केवल 29 लाख ही इस महीने के प्रीमियम का भुगतान अब तक कर पाए हैं।
पोर्टल पर पंजीकृत ग्राहकों को ‘पीएलआई ग्राहक पोर्टल’ का उपयोग करके प्रीमियम का ऑनलाइन भुगतान करने की भी सलाह दी गई है।
(साभार-पीटीआई भाषा)
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डाकघर बीमा पॉलिसी का प्रीमियम भरना हुआ आसान, मनोज सिन्हा ने लॉन्च किया दर्पण-पीएलआई एप
श्री मनोज सिन्हा ने दर्पण-पीएलआई ऐप लांच किया
केन्द्रीय संचार मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने आज यहां दर्पण-पीएलआई ऐप लांच किया जो पीएलआई और आरपीएलआई बीमा पॉलिसियों की किस्त संग्रह में सहायता प्रदान करेगा। इस ऐप के माध्यम से भारत के किसी भी डाकघर में किस्तें जमा की जा सकती हैं और पॉलिसी व धनसंग्रह का ऑनलाइन अपडेट संभव होगा। इस ऐप के माध्यम से उक्त बीमा पॉलिसियों की परिपक्वता दावों को डाकघर शाखा में ही निपटाया जा सकेगा।
श्री सिन्हा ने कहा कि देश के डाक सेवाओं के डिजिटलीकरण के लिए दर्पण (डिजिटल एडवांसमेंट ऑफ रूरल पोस्ट ऑफिस फॉर ए न्यू इंडिया) परियोजना लागू की गई है। इसका लक्ष्य देश के 1.29 ग्रामीण डाकघर शाखाओं को डाक व वित्तीय लेनदेन के लिए ऑनलाइन जोड़ना है।
(स्रोत-पीआईबी)