Results for "फसल"
गेहूं, चावल के रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान
2018-19 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान 

कृषि, सहकारिता तथा किसान कल्‍याण विभाग ने 2018-19 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया
कृषिसहकारिता तथा किसान कल्‍याण विभाग ने आज 2018-19 के लिए प्रमुख फसलों के उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया। विभिन्‍न फसलों के उत्पादन का मूल्यांकन राज्यों  से प्राप्त  फीडबैक पर आधारित है और अन्य स्रोतों से प्राप्त सूचना से इसे सत्‍यापित किया गया है। वर्ष 2005-06 से आगे के वर्षों के तुलनात्‍मक अनुमानों की तुलना में 2018-19 के लिए तीसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार विभिन्‍न फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का ब्‍यौरा संलग्‍न है।

तीसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2018-19 के दौरान मुख्‍य फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का ब्‍यौरा इस प्रकार है:


  • खाद्यान्‍न – 283.37 मिलियन टन
  • चावल – 115.63 मिलियन टन (रिकार्ड)
  • गेहूँ –  101.20 मिलियन टन (रिकार्ड)
  • पौष्टिक/मोटे अनाज – 43.33 मिलियन टन
  • मक्‍का – 27.82 मिलियन टन
  • दलहन – 23.22 मिलियन टन
  • चना – 10.09 मिलियन टन
  • तूर – 3.50 मिलियन टन
  • तिलहन – 31.42 मिलियन टन
  • सोयाबीन – 13.74 मिलियन टन
  • राई तथा सरसों – 8.78 मिलियन टन
  • मूंगफली – 6.50 मिलियन टन
  • कपास – 27.59 मिलियन गांठे (प्रति 170 कि०ग्रा० की)
  • गन्‍ना – 400.37 मिलियन टन  (रिकार्ड)

2018-19 के लिए तीसरे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्‍न उत्‍पादन 283.37मिलियन टन अनुमानित है जो विगत पॉंच वर्षों (2013-14 से 2017-18) के औसत खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में 17.62 मिलियन टन अधिक है। 
2018-19 के दौरान चावल का कुल उत्‍पादन रिकार्ड 115.63 मिलियन टन अनुमानित है। चावल के उत्‍पादन में 2017-18 के 112.76 मिलियन टन उत्‍पादन की तुलना में 2.87 मिलियन टन की वृद्धि हुई है। यह विगत पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन 107.80 मिलियन टन की तुलना में भी 7.83मिलियन टन अधिक है।
गेहूँ का उत्‍पादन 101.20 मिलियन टन (रिकार्डअनुमानित है जो 2017-18 के दौरान प्राप्‍त 99.87मिलियन टन गेहूँ उत्‍पादन की तुलना में 1.33 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा2018-19 के दौरान गेहूँ का उत्‍पादन विगत पांच वर्षों के औसत गेहूँ उत्‍पादन 94.61 मिलियन टन की तुलना में 6.59 मिलियन टन अधिक है।
पौष्टिक/मोटे अनाजों का उत्‍पादन 43.33 मिलियन टन अनुमानित है जो औसत उत्‍पादन की तुलना में मामूली रूप से  0.24 मिलियन टन अधिक है। 
2018-19 के दौरान दलहनों का कुल उत्‍पादन 23.22 मिलियन टन तक अनुमानित है जो विगत पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन 20.26  मिलियन टन की तुलना में 2.96 मिलियन टन अधिक है।
2018-19 के दौरान देश में तिलहनों का कुल उत्‍पादन 31.42 मिलियन टन अनुमानित है। 2018-19 के दौरान तिलहनों का उत्‍पादन विगत पांच वर्षों के औसत तिलहन उत्‍पादन की तुलना में 1.77मिलियन टन अधिक है।
2017-18 की तुलना में 20.46 मिलियन टन की वृद्धि के साथ2018-19 के दौरान देश में गन्‍ने का कुल उत्‍पादन 400.37 मिलियन टन अनुमानित है। इसके अलावा2018-19 के दौरान गन्‍ने उत्‍पादनविगत पांच वर्षों के औसत गन्‍ना उत्‍पादन 349.78 मिलियन टन की तुलना में भी 50.59 मिलियन टन अधिक है। कपास का उत्‍पादन 27.59 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि०ग्रा०) अनुमानित है तथापटसन एवं मेस्‍टा का उत्‍पादन 9.79 मिलियन गांठ (प्रति 180 कि.ग्रा.) अनुमानित है।

(साभार-पीआईबी)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


Plz Follow Me on: 

सामान खरीदने से पहले कीमत देखते हैं, फिर शेयर खरीदने से पहले भी कुछ देखिये

Rajanish Kant मंगलवार, 4 जून 2019
2017-18 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी, चावल, गेहूं, दाल का रिकॉर्ड उत्पादन मुमकिन
कृषि, सहयोग एवं किसान कल्‍याण विभाग ने वर्ष 2017-18 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन के तीसरे अग्रिम अनुमान जारी किए 

चालू वर्ष के दौरान देश में 279.51 मिलियन टन खाद्यान्‍न के रिकॉर्ड उत्‍पादन का अनुमान
कृषि, सहयोग एवं किसान कल्‍याण विभाग ने वर्ष 2017-18 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन के तीसरे अग्रिम अनुमान 16 मई, 2018 को जारी कर दिये। विभिन्‍न फसलों के उत्‍पादन का आकलन राज्‍यों से प्राप्‍त जानकारियों पर आधारित होता है और इसका सत्‍यापन अन्‍य स्रोतों से प्राप्‍त सूचनाओं से किया जाता है। वर्ष 2017-18 के लिए तीसरे अग्रिम अनुमानों के मुताबिक विभिन्‍न फसलों के अनुमानित उत्‍पादन को 2003-04 के बाद के वर्षों के तुलनात्‍मक अनुमान के साथ संलग्‍न किया गया है।
तीसरे अग्रिम अनुमानों के मुताबिक वर्ष 2017-18 के दौरान प्रमुख फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का उल्‍लेख नीचे किया गया है :
  • खाद्यान्‍न – 279.51 मिलियन टन (रिकॉर्ड) 
  • चावल – 111.52 मिलियन टन (रिकॉर्ड) 
  • गेहूं – 98.61 मिलियन टन (रिकॉर्ड) 
  • पोषक/मोटे अनाज – 44.87 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • मक्‍का– 26.88 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • दालें – 24.51 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • चना – 11.16 मिलियन टन (रिकॉर्ड) 
  • अरहर– 4.18 मिलियन टन
  • उड़द– 3.28 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • तिलहन – 30.64 मिलियन टन
  • सोयाबीन – 10.93 मिलियन टन
  • मूंगफली – 8.94 मिलियन टन    
  • रेपसीड एवं सरसों– 8.04 मिलियन टन
  • अरंडी – 1.49 मिलियन टन
  • कपास – 34.86 मिलियन गांठें (प्रत्‍येक 170 किलो)
  • गन्‍ना – 355.10 मिलियन टन

मानसून 2017 के दौरान लगभग सामान्‍य वर्षा होने और सरकार की विभिन्‍न नीतिगत पहलों के परिणामस्‍वरूप देश में चालू वर्ष के दौरान रिकॉर्ड खाद्यान्‍न उत्‍पादन हुआ है। वर्ष 2017-18 के लिए तीसरे अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, देश में कुल खाद्यान्‍न उत्‍पादन 279.51 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2016-17 के दौरान हुए 275.11 मिलियन टन के पिछले रिकॉर्ड खाद्यान्‍न उत्‍पादन से 4.40 मिलियन टन अधिक है। चालू वर्ष में यह अनुमानित उत्‍पादन पिछले पांच वर्षों (2012-13 से लेकर 2016-17 तक) के दौरान हुए औसत खाद्यान्‍न उत्‍पादन से भी 19.33 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान कुल चावल उत्‍पादन रिकॉर्ड 111.52 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है। इस दौरान चावल उत्‍पादन वर्ष 2016-17 में हुए 109.70 मिलियन टन के उत्‍पादन से 1.82 मिलियन टन अधिक है। वर्ष 2017-18 के दौरान चावल उत्‍पादन पिछले पांच वर्षों में हुए 106.29 मिलियन टन के औसत उत्‍पादन से भी 5.22 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान कुल गेहूं उत्‍पादन रिकॉर्ड 98.61 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है। इस दौरान गेहूं उत्‍पादन वर्ष 2016-17 में हुए 98.51 मिलियन टन के उत्‍पादन से 0.10 मिलियन टन अधिक है। वर्ष 2017-18 के दौरान गेहूं उत्‍पादन पिछले पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन से भी 5.28 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान पोषक/मोटे अनाजों का उत्‍पादन रिकॉर्ड 44.87 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन से 3.17 मिलियन टन अधिक है। यही नहीं, वर्ष 2017-18 के दौरान उत्‍पादन वर्ष 2016-17 में हुए 43.77 मिलियन टन के उत्‍पादन से 1.10 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान कुल दाल उत्‍पादन रिकॉर्ड 24.51 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष में हुए 23.13 मिलियन टन के उत्‍पादन से 1.37 मिलियन टन अधिक है। पिछले पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन की तुलना में भी वर्ष 2017-18 के दौरान अनुमानित कुल उत्‍पादन 5.66 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान कुल तिलहन उत्‍पादन 30.64 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2016-17 में हुए 31.28 मिलियन टन के उत्‍पादन की तुलना में 0.64 मिलियन टन कम है। हालांकि, पिछले पांच वर्षों में हुए औसत तिलहन उत्‍पादन की तुलना में वर्ष 2017-18 के दौरान अनुमानित तिलहन उत्‍पादन 1.09 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2016-17 की तुलना में उत्‍पादन में 49.03 मिलियन टन की उल्‍लेखनीय वृद्धि होने के परिणामस्‍वरूप वर्ष 2017-18 के दौरान कुल गन्‍ना उत्‍पादन 355.10 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है। पिछले पांच वर्षों के दौरान हुए औसत गन्‍ना उत्‍पादन की तुलना में भी वर्ष 2017-18 के दौरान अनुमानित गन्‍ना उत्‍पादन 13.06 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान कपास उत्‍पादन 34.86 मिलियन गांठें (प्रत्‍येक 170 किलो) होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष के दौरान हुए 32.58 मिलियन गांठों के उत्‍पादन की तुलना में 2.28 मिलियन गांठें अधिक है। इतना ही नहीं, पिछले पांच वर्षों के दौरान हुए 33.50 मिलियन गांठों के औसत उत्‍पादन की तुलना में भी वर्ष 2017-18 के दौरान अनुमानित कपास उत्‍पादन 1.36 मिलियन गांठें अधिक है।
वर्ष 2017-18 के दौरान जूट एवं मेस्ता का उत्‍पादन 10.62 मिलियन गांठें (प्रत्‍येक 180 किलो) होने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2016-17 के दौरान हुए उत्‍पादन की तुलना में कम है।
(Source: pib)

Rajanish Kant गुरुवार, 17 मई 2018