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क्या आप एक से अधिक PF अकाउंट से परेशान हैं, तो आपके लिए राहत की खबर है
क्या आपके पास भी एक से अधिक पीएफ अकाउंट है और उसे मैनेज करने या फिर उसे बंद करने या फिर उसका ट्रांसफर नए पीएफ अकाउंट में करने का वक्त आपके पास नहीं है, तो आपके लिए अच्छी खबर है। दरअसल, अब आप 10 पीएफ अकाउंट को एक ही अकाउंट को एक बार में यूनिवर्सल खाता संख्या (UAN) के साथ जोड़ सकेंगे। 

पीएफ अकाउंट मैनेज करने वाली संस्था ईपीएफओ यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अपने करीब 5 करोड़ अकाउंट होल्डर्स के लिए यह सेवा शुरू की है। इस सुविधा के तहत ईपीएफओ के अंशधारक 10 पुराने खातों को एक बार में यूनिवर्सल खाता संख्या (यूएएन) के साथ जोड़ सकेंगे। अभी तक ईपीएफओ अंशधारकों को ईपीएफओ के यूएएन पोर्टल पर यूएएन का इस्तेमाल करते हुए ट्रांसफर क्लेम अलग-अलग ऑनलाइन करना होता है। इस सुविधा को पाने के लिए उन्हें अपने यूएएन को एक्टिवेट करना होगा। यह बैंक खातों तथा अन्य ब्योरे मसलन आधार नंबर और पैन से जुड़ा होगा।

यूएएन एक्विटवेशन के बिना ये अंशधारक ईपीएफओ की स्थानांतरण दावा पोर्टल सुविधा के जरिये ऑनलाइन तरीके से इसे कर सकेंगे। ईपीएफओ ने इस सुविधा के साथ प्रक्रिया को आसान किया है। 

2014 के अक्टूबर में ईपीएफओ ने प्रोविडेंट फंड(PF) खाताधारकों को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) की सुविधा दी थी। आपको अपना यूएएन जानना बेहद आसान है। बस आपको ईपीएफओ की वेबसाइट पर जाकर कुछ स्टेप्स फोलो करने होंगे।
क्या है यूएएन नंबर
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर(UAN) के जरिए लोगों को अपना पीएफ खाता बंद करने या ट्रांसफर कराने के झंझट से छुटकारा मिल जाता है। अक्सर नौकरी छोड़ने पर लोग पीएफ खाते को बंद करके नई कंपनी नया खाता खुलवाते थे। इसमें काफी समय लगता था और खाताधारक को इससे नुकसान भी होता है। यूएएन के जरिए आप अपने अकाउंट का बैलेंस कहीं से भी चेक कर सकते हैं, साथ ही पासबुक और यूएएन कार्ड भी डाउनलोड कर सकते हैं, लेकिन बहुत सारे लोगों को अभी तक अपना यूएएन नहीं पता है। बहुत सारे लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें यह भी नहीं पता कि उन्हें यूएएन मिला भी है या नहीं।
आइए जानते हैं किस तरह से जानें कि यूएएन नंबर मिला है या नहीं और यदि मिला है तो कैसे होगा एक्टिवेट-
UAN स्टेटस पता करें
अपना UAN स्टेटस पता करने के लिए इस लिंक http://uanmembers.epfoservices.in/check_uan_status.php पर क्लिक करें।
इसके बाद जो पेज खुलना है, उसमें मांगी गई जानकारियां भरें। इसमें राज्य का नाम, सिटी का नाम, इस्टेबलिशमेंट कोड और पीएफ अकाउंट नंबर भरना होगा और चेक स्टेटस बटन पर क्लिक करना होगा।
इस पर क्लिक करते ही आपको एक मैसेज दिखेगा, जिसमें यह बताया गया होगा कि आपको यूएएन नंबर मिला है या नहीं। अगर आपको यूएएन नंबर मिल गया है तो आप इसके लिए अपनी कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट से पता कर सकते हैं।
कैसे करें एक्टिवेट
STEP 1- कंपनी से यूएएन पता करके आपको उसे एक्टिवेट कराना होगा। इसे एक्टिवेट कराने के लिए http://uanmembers.epfoservices.in/index.php?accesscheck=%2Fhome.php इस लिंक पर क्लिक करें। खुलने वाले नए पेज पर activate your UAN पर क्लिक करें।
खुलने वाले नए पेज पर activate your UAN पर क्लिक करें।
STEP 2- लिंक पर क्लिक करने के बाद एक पेज खुलेगा, जिसमें यूएएन नंबर, मोबाइल नंबर, राज्य, सिटी, इस्टेबलिशमेंट और पीएफ अकाउंट नंबर डालना होता है। सारी जानकारी भरने के बाद वैरिफिकेशन कोड डालकर ‘GET PIN’ पर क्लिक करें। इस पर क्लिक करने के बाद 5 मिनट के अन्दर आपके मोबाइल फोन पर एक पिन आएगा, जिसे फॉर्म में डालकर सबमिट करना होगा।
ई-मेल पर मिलेगा एक्टिवेशन लिंक
STEP 3- पिन सबमिट करने के बाद जो विंडो खुलेगी, उसमें आपका नाम, पिता का नाम, कंपनी का नाम, यूएएन और जन्मतिथि लिखी होती है। जैसा कि ऊपर तस्वीर में दिखाया गया है। इसमें आपको अपने यूएएन अकाउंट में लॉगिन करने के लिए एक पासवर्ड डालना होता है। इसके बाद अपनी ई-मेल आईडी रजिस्टर करें।सबमिट बटन पर क्लिक करते ही आपको एक ई-मेल चला जाएगा, जिसमें एक्टिवेशन लिंक होता है। अपनी ई-मेल आईडी में जाकर उस लिंक पर क्लिक करें। क्लिक करते ही ईपीएफओ की वेबसाइट का एक पेज खुलेगा, जिस पर ई-मेल आईडी कन्फर्मेशन का मैसेज मिल जाएगा।
STEP 4-अपने यूएएन और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें। लॉगिन करने के लिए http://uanmembers.epfoservices.in/ इस लिंक पर क्लिक करें। यहां अपना यूएएन और पासवर्ड डालें और लॉगिन बटन पर क्लिक करें। क्लिक करते ही आपके सामने एक पेज खुल जाएगा, जो आपके अकाउंट का पेज होता है।
STEP 5-अपने अकाउंट में आ जाने के बाद आप अपना यूएएन कार्ड और पासबुक डाउनलोड कर सकते हैं। पासबुक के जरिए आप देख सकते हैं कि आपके पीएफ अकाउंट में कितने पैसे हैं। साथ ही इसमें आपकी मेंबर आईडी और इस्टेबलिशमेंट कोड भी लिखा होता है। इससे आप मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी और पासवर्ड भी बदल सकते हैं।





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Rajanish Kant शुक्रवार, 8 दिसंबर 2017
समय से पहले PF निकालने पर टैक्स देने से कैसे बचें

समय से पहले PF निकालने पर टैक्स देने से कैसे बचें

Rajanish Kant शनिवार, 18 नवंबर 2017
पीएफ अकाउंट वालों के लिए खुशखबरी

पीएफ अकाउंट वालों के लिए खुशखबरी

Rajanish Kant शुक्रवार, 11 अगस्त 2017
जानिए 1 जुलाई से क्या-क्या बदलेगा, कहां-कहां आधार के बिना काम नहीं चलेगा, देखिये पूरी लिस्ट
एक जुलाई इतिहास बनने जा रहा है। ये तो आपको पता ही होगा, क्योंकि देश का सबसे बड़ा टैक्स सुधार इसी दिन से लागू होने जा रहा है। जी हां, जीएसटी यानी वस्तु व सेवा कर (गुड्स एंड सर्विसेस) एक जुलाई से लागू होने जा रहा है। 
(जीएसटी ज्ञान GST Gyan : एक देश, एक बाजार, एक कर
>लेकिन, एक जुलाई से इसके अलावा भी बहुत कुछ बदल रहा है, जिसके लिए आपको भी तैयार रहना होगा। देखिये यहां लिस्ट:

- बिना आधार का आईटी  रिटर्न फाइल आप नहीं कर सकेंगे। सरकार ने आईटी रिटर्न फाइल करते समय आधार नंबर की जानकारी देना अनिवार्य बना दिया है। इसलिए एक जुलाई के बाद आईटी रिटर्न फाइल बिना आधार के नहीं कर सकेंगे। 

-पैन से आधार को लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। कई लोग टैक्स चोरी करने के लिए एक से ज्यादा पैन बनवा लेते थे। कर चोरी और पैन के दुरुपयोग को रोकने के लिए पैन-आधार को लिंक करना जरूरी किया गया है। अगर आपने पैन-आधार लिंक नहीं किया तो आपका पैन अमान्य हो जाएगा, बेकार हो जाएगा। 

-अगर आप एक जुलाई के बाद पैन बनवाने जा रहे हैं, तो आपको आधार देना जरूरी है। अगर आपके पास आधार नहीं है तो आप इसके लिए अर्जी दीजिए और अर्जी देने के बाद जो आपको रसीद मिली, उसे पैन बनवाते समय प्रस्तुत करें। 

-एक जुलाई से पासपोर्ट बनवाते समय आधार देना जरूरी है। नो आधार, नो पासपोर्ट 

-अपने पीएफ अकाउंट को आधार से जोड़ना जरूरी है। 30 जुलाई आखिरी तारीख है पीएफ अकाउंट से आधार को जोड़ने का। ईपीएफओ के मुताबिक, आधार रहने पर पीएफ निकासी और सेटलमेंट की प्रक्रिया तेजी से होगी। 

-रेलवे टिकट पर आधार केबिना छूट नहीं। भारतीय  रेल ने टिकट पर छूट चाहनों वालों के लिए आधार नंबर की जानकारी देना अनिवार्य बना दिया है। यह नियम एक जुलाई से लागू हो जाएगा। 

-अगर आप स्कूल या कॉलेज में पढ़ रहे हैं और सरकारी स्कॉलरशिप ले रहे हैं या फिर उसके लिए आवेदन करने जा रहे हैं तो आपको अपना आधार नंबर देना जरूरी है। मानव संसाधन मंत्रालय ने  इसे एक जुलाई से अनिवार्य बना दिया है। 

-अगर पीडीएस सब्सिडी लेना चाहते हैं या अभी ले रहे हैं, तो आपको भी आधार देना होगा। इसे एक जुलाई से जरूरी बना दिया गया है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको इसका लाभ नहीं मिलेगा। 





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Rajanish Kant गुरुवार, 29 जून 2017
PF अकाउंट होल्डर्स को ₹ 2.67 लाख हाउसिंग सब्सिडी के लिए EPFO ने हुडको के साथ करार किया
2022 तक सभी के लिए अवास मिशन पूरा करने के लिए नई दिल्‍ली में केन्‍द्रीय शहरी विकास, आवास तथा शहरी गरीबी उपशमन मंत्री श्री एम वेंकैया नायडू और श्रमऔर रोजगार राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री भंडारू दत्‍तात्रेय की उपस्थित में केन्‍द्रीय भविष्‍य निधि आयुक्‍त डॉ. वीपी जोय और हुडको के अध्‍यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. एम रवी कांत ने सहमति ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किये।  
      2022 तक सभी के लिए आवास के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के विजन को हासिल करने की दिशा में एक कदम आगे बढाते हुए ईपीएफओ ने 12 अप्रैल 2017 को बजट अधिसूचना संख्‍या जीएसआर 351 (ई) के माध्‍यम से ईपीएफ योजना 1952 में संशोधन किया। इस संशोधन में ईपीएफ सदस्‍यों को कुल एकत्रित भविष्‍य निधि राशि में से 90 प्रतिशत की निकासी की अनुमति देकर मकान लेने में सहायता प्रदान करने का प्रावधान है। इस संशोधन से आवास ऋण किश्‍त के भुगतान में सहजता का प्रावधान है। योजना का उद्देश्‍य उन कर्मियों के लिए मकान बनाने में सहायता देना है जो केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों के आवास कार्यों से जुड़े हैं।
      योजना की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं :
  1. श्रमिकों की आवास आवश्‍यकता प्रदान करने के लिए सभी हितधारकों यानी कामगारों, कर्मचारियों, वित्‍तीय सस्‍थानों तथा आवास एजेंसियों को एक साथ लाना।
  2. सामूहिक कार्य के लिए हाउसिंग सोसायटी बनाना, 10 या उससे अधिक सदस्‍य एक सोसायटी रजिस्‍टर करा सकते हैं। सोसायटी सार्वजनिक/ निजी आवास प्रदाताओं से आवास ईकाईयों का प्रबंध करेगी, निधि और योगदान का प्रमाण पत्र प्राप्‍त करने के लिए सोसायटी के माध्‍यम से संबंधित पीएफ कार्यालय में आवेदन की व्‍यवस्‍था।
  3. श्रमिक वर्ग के लिए आवास बनाने के उद्देश्‍य से ईपीएफ बचत धन को सक्रिय करना, सदस्‍य के भविष्‍य निधि धन के खाते में एकत्रित राशि की 90 प्रतिशत निकासी की अनुमति।
  4. ईपीएफ योजना के पैरा 68 बीडी (3) के अंतर्गत बैंकों की निकासी में ईएमआई निर्धारण के लिए बैंक / वित्‍तीय एजेंसियां आयुक्‍त द्वारा दिये गये प्रमाण पत्र का उपयोग कर सकती हैं।
  5. मासिक पीएफ अभिदान में से ऋण का पूरा / आंशिक पुनर्भुगतान का प्रावधान।
  6. ऐसी निकासी के लिए पात्रता शर्त में छूट/ अब ईपीएफ की सदस्‍यता अवधि 5 वर्ष से घटाकर 3 वर्ष कर दी गई है।
  7. प्रधानमंत्री आवास योजना में निर्धारित राशि से कम वार्षिक आय वाले सदस्‍यों के लिए आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय की नोडल एजेंसी हुडको तथा राष्‍ट्रीय आवास बैंक के माध्‍यम से ऋण से जुड़ी सब्सिडी योजना (सीएलएसएस) में20 लाख रूपये तक ब्‍याज सब्सिडी लाभ।  
  8. एजेंसी को सीधे तौर पर किश्‍त भुगतान करने के लिए व्‍यक्तिगत आवास ऋण पुनर्भुगतान ईपीएफओ को अधिकृत करके किया जा सकता है।
  9. स्रोत-pib.nic.in

Rajanish Kant शुक्रवार, 23 जून 2017
पीएफ अकाउंट होल्डर के लिए बड़ी खबर-योगदान कम नहीं होगा,लेकिन शेयर में ज्यादा निवेश होगा
जो कर्मचारी कुछ दिनों से बढ़ी हुई टेक होम सैलरी की उम्मीद कर रहे थे, उनको मायूस होना पड़ सकता है। कारण,पीएफ में कर्मचारियों और नियोक्ताओं के अनिवार्य योगदान कम नहीं होगा। यह पहले की ही तरह 12-12 प्रतिशत रहेगा।  सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (सीबीटी) की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
कुछ दिनों से पीएफ में कर्मचारियों और नियोक्ताओं के अनिवार्य योगदान को कम करने की खबर आ रही थी। कहा जा रहा था कि सरकार ने इसे मौजूदा 12 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया है। लेकिन, ईपीएफओ की निर्णय लेने वाली सबसे बड़ी संस्था सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (सीबीटी) ने अपनी बैठक में कर्मचारियों और नियोक्ताओं के लिए अनिवार्य योगदान घटाकर 10 प्रतिशत करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
आपको बता दें कि मौजूदा नियमानुसार, कर्मी की बेसिक पे का 12 फीसदी हिस्सा पूरी तरह से पीएफ खाते में डाला जाता है और इतना ही हिस्सा नियोक्ता द्वारा अपनी ओर से कर्मी के ईपीएफ, ईपीएस और ईडीएलआई में विभिन्न और तयुशदा हिस्सों में डाल दिया जाता है. कर्मचारी और नियोक्ता मूल वेतन का 12% ईपीएफ में योगदान करते हैं।  
कहा जा रहा है कि नियोक्ता, कर्मचारियों और सरकार के प्रतिनिधियों को सरकार के इस प्रस्ताव पर आपत्ति है और उनका मानना था कि इसे 12 प्नतिशत ही बने रहना चाहिए। सूत्रों का मानना है कि सरकार के सामने अब अनिवार्य योगदान को कम करने वाला प्रस्ताव वापस लेने के अलावा कोई उपाय नहीं है। 
इस बैठक में सीबीटी ने एक और बड़ा फैसला लिया। शेयर बाजार में पीएफ फंड के निवेश की सीमा मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का निर्णय किया गया है। आपको बता दें कि पीएफ फंड पर ज्यादा रिटर्न के लिए 2015-16 से एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ के जरिये शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत की गई। 2015 में अधिसूचित निवेश पैटर्न के मुताबिक, ईपीएफओ पीएफ की कुल रकम का 15 प्रतिशत यानी करीब हर साल 1.4 लाख करोड़ रुपए शेयर मार्केट में निवेश कर सकता है। 
 ईपीएफओ पर पीएफ रकम के निवेश पर रिटर्न बढ़ाने का जबर्दस्त दबाव है। ईपीएफओ ने शुरुआती दो सालों में ईटीएफ के जरिये शेयर बाजार में 19000 करोड़ रुपए का निवेश किया, जिस पर सालाना कम से कम 12 प्रतिशत का रिटर्न मिला। वहीं दूसरी ओर, ईपीएफओ पीएफ रकम पर ब्याज दर 2016-17 में 8.65 प्रतिशत रखा है जो कि पिछले चार साल में सबसे कम है।
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 
बचत, निवेश संबंधी beyourmoneymanager के लेख
फिक्स्ड डिपॉजिट-पर्सनल लोन ईएमआई-होम लोन ईएमआई-रिटायरमेंट फंड-रेट ऑफ रिटर्न कैलकुलेटर

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(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

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Rajanish Kant रविवार, 28 मई 2017