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खरीफ फसलों के उत्पादन के अग्रिम अनुमान जारी,दाल का उत्पादन घटेगा-सरकार
कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण विभाग ने 2018-19 के लिए प्रमुख खरीफ फसलों के उत्पादन के प्रथम अग्रिम अनुदान जारी की है। 

कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण विभाग ने आज 2018-19 के लिए प्रमुख खरीफ फसलों के उत्पादन के प्रथम अग्रिम अनुदान जारी की है। विभिन्न फसलों के उत्पादन का यह आकलन राज्यों से प्राप्त जानकरियों पर आधरित है और अन्य स्रोंतों से उपलब्ध सूचनाओं से इसका सत्यापन हो गया है। वर्ष 2018-19 के लिए प्रथम अग्रिम अनुमानों के मुताबिक विभिन्न फसलों का अनुमानित उत्पादन और वर्ष 2003-04 के बाद के वर्षों के लिए तुलनात्मक अनुदान यहां संलग्न किए गए हैं।
प्रथम अग्रिम अनुमानों के मुताबिक खरीफ 2018-19 के दौरान प्रमुख फसलों के अनुमानित उत्पादन का विवरण नीचे दिया गया हैं।
·         खाद्यन्न – 141.59 मिलियन टन
·         चावल – 99.24 मिलियन टन
·         पौष्टिक /मोटे आनाज– 33.13 मिलियन टन
·         मक्का – 21.47 मिलियन टन
·         दलहन – 9.22 मिलियन टन
·         अरहर – 4.08 मिलियन टन
·         उड़द – 2.65 मिलियन टन
·         तिलहन – 22.19 मिलियन टन
·         सोयाबीन – 13.46 मिलियन टन
·         मूंगफली – 6.33 मिलियन टन
·         अरंडी– 1.52 मिलियन टन
·         कपास – 32.48 मिलियन गांठे (प्रत्येक 170 किलोग्राम)
·         जूट एवं मेस्ता -10.17 मिलियन गांठे (प्रत्येक 180 किलोग्राम)
·         गन्ना – 383.89 मिलियन टन
मानसून सीजन यानी 30 जून से लेकर 12 सितंबर, 2018 तक की अवधि के दौरान देश में कुल बारिश लम्बी अवधि के औसत (एलपीए) की तुलना में 8 प्रतिशत कम रही है। इस अवधि के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत और दक्षिण प्रायद्वीप में कुल वर्षा सामान्य रही है। तदनानुसार, ज्यादातर प्रमुख फसल उत्पादक राज्यों में सामान्य वर्षा हुई है। हालांकि, यह प्रारंभिक अनुमान है और राज्यों से इस बारे में आवश्यक जानकारी मिलने पर इनमें संशोधन किए जाएंगे।
प्रथम अग्रिम अनुमानों के मुताबिक 2018-19 के दौरान खरीफ खाद्यान्न का कुल उत्पादन 141.59 मिलियन टन होने का अऩुमान लगाया गया है। यह पिछले साल हुए 140.73 मिलियन टन के खरीफ खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 0.86 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा इस दौरान खरीफ खादयान्न उत्पादन पिछले पांच वर्षों (2012-13 से लेकर 2016-17 तक) के दौरान 129.65 मिलियन टन के औसत उत्पादन से 11.94 मिलियन टन अधिक है।
खरीफ चावल का कुल उत्पादन 99.24 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है। यह पिछले साल की 97.50 मिलियन टन की पैदावार से 1.74 मिलियन टन अधिक है, यहीं नहीं इस दौरान खरीफ चावल का उत्पादन पिछेल पांच वर्षों में हुए औसत उत्पादन से 6.64 मिलियन टन अधिक है।
देश में पौष्टिक/मोटे अनाजों का कुल उत्पादन वर्ष 2017-18 के 33.89 मिलियन टन की तुलना में घटकर 33.13 मिलियन टन के स्तर पर आ गया है। मक्का उत्पादन 21.47 मिलियन टन रहने की आशा है जो पिछले साल के 20.24 मिलियन टन के उत्पादन से 1.23 मिलियन टन अधिक है। इतना ही नहीं, यह पिछले पांच वर्षों में हुए औसत मक्का उत्पादन से 4.40 मिलियन टन अधिक है।
खरीफ दालों का कुल उत्पादन 9.22 मिलियन टन होने का अनुमान है जो पिछले वर्ष में हुए 9.34 मिलियन टन की तुलना में 0.12 मिलियन टन कम है। हालांकि, खरीफ फसलों का अनुमानित उत्पादन पिछेल पांच वर्षों के औसत उथ्पादन से 2.67 मिलियन टन अधिक है.
देश में खरीफ तिलहन का कुल उत्पादन 22.19 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है जो वर्ष 2017-18 में हुए 21.00 मिलियन टन के उत्पादन के तुलना में 1.19 मिलियन टटन अधिक है। यहीं नहीं यह पिछले पांच वर्षों में हुए औसत उत्पादन की तुलना में 2.02 मिलियन टन अधिक है।
गन्ना उत्पादन 383.9 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया गया है जो पिछले साल में हुए 376.90 मिलियन टन की तुलना में 6.99 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, यह पिछले पांच वर्षों में हुए औसत उत्पादन की तुलना में 41.85 मिलियन टन अधिक है।
कपास का उत्पादन 32.48 मिलियन गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) और जूट एवं मेस्ता का उत्पादन 10.17 मिलियन गांठ (प्रत्येक 180 किलोग्राम) होने का अनुमान लगाया गया है।


Rajanish Kant बुधवार, 26 सितंबर 2018