बैंक ऋण का क्षेत्रवार अभिनियोजन – अप्रैल 2025
अप्रैल 20251 माह के लिए 41 चुनिंदा अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) से जुटाए गए बैंक ऋण के क्षेत्रवार अभिनियोजन संबंधी आंकड़े, जो सभी एससीबी बैंकों द्वारा अभिनियोजित कुल खाद्येतर ऋण का लगभग 95 प्रतिशत होता है, विवरण I और II में दिए गए हैं।
वर्ष-दर-वर्ष (व-द-व) आधार पर, 18 अप्रैल 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार खाद्येतर बैंक ऋण2 में 11.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई3, जबकि पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े (अर्थात 19 अप्रैल 2024) के दौरान यह 15.3 प्रतिशत थी।
18 अप्रैल 2025 को समाप्त पखवाड़े की स्थिति के अनुसार बैंक ऋण3 के क्षेत्रवार अभिनियोजन की मुख्य बातें नीचे दी गई हैं:
कृषि और संबद्ध कार्यकलापों हेतु प्रदत्त ऋण में 9.2 प्रतिशत (व-द-व) की वृद्धि दर्ज की गई (पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 19.8 प्रतिशत)।
उद्योग क्षेत्र को प्रदत्त ऋण में 6.7 प्रतिशत (व-द-व) की वृद्धि हुई, जो पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 6.9 प्रतिशत थी। प्रमुख उद्योगों में, 'मूल धातु और धातु उत्पाद', 'सभी अभियांत्रिकी', 'वाहन, वाहन कलपुर्जे और परिवहन उपकरण', 'कपड़ा' तथा 'निर्माण' को बकाया ऋण में तेज वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज की गई। तथापि, आधारभूत संरचना खंड में ऋण वृद्धि में गिरावट आई।
सेवा क्षेत्र को प्रदत्त ऋण कम होकर 11.2 प्रतिशत (व-द-व) रह गया (पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 19.5 प्रतिशत), जो मुख्य रूप से ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों’ (एनबीएफसी) को प्रदत्त ऋण में मंद वृद्धि के कारण थी। ‘व्यापार’ और ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर’ खंड में ऋण वृद्धि (व-द-व) में तेजी बनी रही।
वैयक्तिक ऋण खंड हेतु प्रदत्त ऋण में 14.5 प्रतिशत (व-द-व) की मंद वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 17.0 प्रतिशत थी, जिसका मुख्य कारण 'अन्य व्यक्तिगत ऋण', 'वाहन ऋण' और 'क्रेडिट कार्ड बकाया' की वृद्धि में गिरावट थी।
(साभार: www.rbi.org.in)
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
कोई टिप्पणी नहीं