Gold मार्केट के लिए Golden खबर, देश में सोने की मांग 14% प्रतिशत बढ़ी, निवेशकों को होगा फायदा: World Gold Council (WGC)


देश के सोने के बाजार के लिए अच्छी खबर है। इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान सोने की मांग और ग्राहकों की सोने में रुचि पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले उम्मीद से बेहतर रही। इस दारौन सोने की मांग कोरोना महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गई और मांग में 14 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी दर्ज हुई। World Gold Council (WGC) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। 

>रिपोर्ट की खास खास बातें :

इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान देश में सोने की मांग 191.7 टन पर पहुंच गई, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 14 प्रतिशत ज्यादा है। World Gold Council के मुताबिक, ग्राहकों की मजबूत रुचि की वजह से सोने की मांग बढ़ी है। पिछले साल की इसी अवधि में सोने की मांग 168 टन रही थी। 

बात अगर वैल्यू टर्म में करें, तो इस साल जुलाई-सितंबर के दौरान देश में सोने की मांग 85,010 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो कि पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 19 प्रतिशत ज्यादा है। World Gold Council के मुताबिक पिछले साल की इसी अवधि में सोने की मांग 71,630 करोड़ रुपए की दर्ज की गई  थी। 

इस दौरान देश में सोने की जूलरी की मांग पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 17 प्रतिशत बढ़कर 125.1 टन से 146.2 टन पर पहुंच गई। वैल्यू टर्म में यह बढ़ोतरी 22 प्रतिशत रही। जुलाई-सितंबर 2021 में 53,330 करोड़ रुपए की जूलरी खरीदी गई थी, जो कि इस साल इस अवधि में बढ़कर 64,860 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। 
World Gold Council का कहना है कि सोने की मांग में यह बढ़ोतरी शहरी मांग, खासकर दक्षिण भारत के शहरों की वजह से हुई है। और इसके लिए बैंक लोन में हो रही बढ़ोतरी प्रमुख कारण है। RBI के मुताबिक, सितंबर 2022 के दौरान वर्ष-दर-वर्ष (व-द-व) आधार पर देखें तो, खाद्येतर बैंक ऋण में सितंबर 2022 में 16.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले यह 6.8 प्रतिशत थी। हालांकि, World Gold Council  का कहना है कि महंगाई और खराब मॉनसून सोने की ग्रामीण मांग पर असर डाल रहा है। 

इस दौरान सोने के सिक्के और बार की मांग सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 45.4 टन पर पहुंच गई। काउंसिल का कहना है कि सोने की कीमत में गिरावट, कमजोर इक्विटी मार्केट, दो साल कोरोना महामारी से उबरने के बाद फेस्टिवल सीजन में उत्साह की वजह से सोने की मांग बढ़ी है। 

काउंसिल का आगे कहना है कि सोने के भारतीय खुदरा निवेशकों को आने वाले में दिनों में बढ़ती महंगाई दर और डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपए से फायदा मुमकिन है। 

2021 में भारत में 1003 टन सोने का आयाय हुआ था। काउंसिल का कहना है कि मौजूदा बाजार के रुझान को देखते हुए इस साल सोने के आयात में इस स्तर से अधिक की वृद्धि की कोई उम्मीद नहीं है। इस साल की शुरुआती तीन तिमाहियों में भारत ने 559 टन सोने का आयात किया है।  

इसी बीच, इस साल की अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान सोने की औसत कीमत में सालाना आधार पर 4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इस साल अप्रैल-जून में सोने की औसत कीमत 46,430 रुपए प्रति 10 ग्राम (बिना कस्टम ड्यूटी और जीएसटी) थी, वहीं इस साल जुलाई-सितंबर में यह 44,351 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। 

2021 की जुलाई-सितंबर के मुकाबले इस साल की इसी अवधि में सोने की निवेश मांग 6 प्रतिशत बढ़कर 42.9 टन से बढ़कर 45.4 टन पर पहुंच गई। 


(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'





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