देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भारत पर विदेशी ऋण के संबंध में ताजा रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जून के अंत तक देश पर 571.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण था, जो कि इस साल मार्च में समाप्त अवधि के मुकाबले 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर ज्यादा है।
इस दौरान अगर बाहरी ऋण और जीडीपी के अनुपात की बात करें तो यह दर 21.1 प्रतिशत से घटकर 20.2 प्रतिशत पर आ गई। आरबीआई ने बताया कि कुल विदेशी ऋण में कमर्शियल लोन यानी वाणिज्यिक उधार की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 37.4 प्रतिशत बनी हुई है। विदेशी ऋण में वाणिज्यिक उधार के बाद गैर-निवासी जमा की हिस्सेदारी 24.8 प्रतिशत और शॉर्ट टर्म ट्रेड क्रेडिट की हिस्सेदारी 17.4 प्रतिशत है।
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(साभार- www.rbi.org.in)
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