भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए हर साल 100 अरब डॉलर के एफडीआई की जरूरत : अघी

भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए हर साल 100 अरब डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की जरूरत है। अमेरिका-भारत रणनीतिक एवं भागीदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) ने यह राय जताई है।

यूएसआईएसपीएफ का मानना है कि भारत को इसमें से ज्यादातर एफडीआई अमेरिका से मिलेगा।

यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, ‘‘भारत को अपनी अर्थव्यवस्था को मौजूदा के 2,700 अरब डॉलर से 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने की जरूरत है। इसके लिए भारत को काफी एफडीआई की जरूरत है। इसे हासिल करने के लिए सालाना कम से कम 100 अरब डॉलर का एफडीआई आना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि इसमें से ज्यादातर एफडीआई अमेरिका से आएगा।’’

अघी ने कहा, ‘‘अमेरिकी परिप्रेक्ष्य में देखा जाए, तो उसे टीकाकरण कूटनीति पर भारत का सहयोग करने की जरूरत है। भारत के कारखानों में टीकों का उत्पादन होना चाहिए और उनका निर्यात शेष दुनिया को किया जाना चाहिए। वे टीके को कहीं अधिक सस्ता बना सकते हैं।’’ यूएसआईएसपीएफ ने पिछले सप्ताह अपनी चौथी वर्षगांठ मनाई है।

(साभार-पीटीआई भाषा)

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