सीपीआई (सामान्य) और सीएफपीआई पर आधारित अखिल भारतीय मुद्रास्फीति दरें (% में)
सूचकांक | मार्च 2020 (अंतिम) | मार्च 2019 | ||||
ग्रामीण | शहरी | संयुक्त | ग्रामीण | शहरी | संयुक्त | |
सीपीआई (सामान्य) | 6.09 | 5.59 | 5.84 | 1.80 | 4.10 | 2.86 |
सीएफपीआई | 8.88 | 8.59 | 8.76 | -1.46 | 3.47 | 0.30 |
मूल्य डेटा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा सुव्यवस्थित किए जाने वाले वेब पोर्टल के माध्यम से प्राप्त किया जाता है।
कीमतों में उतार-चढ़ाव से संबंधित विस्तृत विवरण जानने के लिए अंग्रेजी का अनुलग्नक यहां क्लिक करें
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल 2020 के लिए ग्रामीण, शहरी और संयुक्त के लिए आधार वर्ष 2012 = 100 पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के चुनिंदा उप-समूहों/समूहों के मूल्यों में दर्ज उतार-चढ़ाव (अनंतिम) और मार्च 2020 के लिए सीपीआई (अंतिम) को इस प्रेस नोट में जारी किया है। अखिल भारतीय ग्रामीण, शहरी और संयुक्त के लिए संबंधित उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) को भी जारी किया गया है।
मूल्य डेटा आम तौर पर चुनिंदा 1114 शहरी बाजारों और चुनिंदा 1181 गांवों से सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के एनएसओ के फील्ड ऑपरेशंस डिवीजन के फील्ड कर्मचारियों द्वारा साप्ताहिक रोस्टर पर अपने व्यक्तिगत दौरे के माध्यम से एकत्र किया जाता है। कोविड-19 महामारी के फैलाव को रोकने के लिए सरकार द्वारा देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा करने और विभिन्न निवारक उपायों को लागू करने के मद्देनजर मूल्य संग्रहकों के व्यक्तिगत दौरों के माध्यम से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के मूल्य संग्रह का कार्य 19 मार्च, 2020 से रोक दिया गया था। अप्रैल, 2020 में मूल्य डेटा को मोटे तौर पर निर्दिष्ट आउटलेटों या विक्रय केंद्रों से टेलीफोन पर बातचीत के जरिए एकत्र किया गया था। पड़ोस के आउटलेटों से फील्ड स्टाफ द्वारा की गई विभिन्न वस्तुओं की व्यक्तिगत खरीद के दौरान एकत्र की गई जानकारियों ने इसमें पूरक के तौर पर काम किया। पूरे देश में लगभग 200 स्थानों पर तैनात किए गए एनएसओ के एफओडी के अत्यंत अनुभवी और प्रोफेशनल कर्मचारियों के जरिए यह कवायद पूरी की गई। तदनुसार, एनएसओ ने 674 शहरी बाजारों और 524 गांवों से उन जिंसों (कमोडिटी) की कीमतों से संबंधित जानकारियां एकत्र कीं जो लॉकडाउन अवधि के दौरान उपलब्ध थीं और जिनका लेन-देन किया जा रहा था।
अप्रैल, 2020 में बाजार में विभिन्न उत्पादों के सीमित लेन-देन को ध्यान में रखकर पर्याप्तता के सिद्धांतों का पालन करते हुए सीपीआई के उप-समूहों/समूहों के मूल्यों में उतार-चढ़ाव को जारी करने का निर्णय लिया गया है। सीपीआई के इन उप-समूहों/समूहों के मूल्यों में उतार-चढ़ाव को निम्नलिखित मानदंडों पर आंका गया:
- केवल उन्हीं वस्तुओं की कीमतें शामिल की गईं, जिनके बारे में कम से कम 25% बाजारों (ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लिए अलग-अलग) से सूचनाएं प्राप्त हुई हैं और जिनका भारांक (वेटेज) संबंधित उप-समूहों/समूहों में 70% से अधिक है।
ii) अखिल भारतीय सूचकांकों को ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर एक साझा बाजार पर अलग-अलग विचार करके प्रत्यक्ष दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए संकलित किया गया है।
तदनुसार, ‘खाद्य और पेय’ समूह के अंतर्गत ‘मांस एवं मछली’ और 'तैयार भोजन, नाश्ता, मिठाई, इत्यादि' जैसे उप-समूहों के साथ-साथ ‘पान, तंबाकू एवं मादक द्रव्यों के समूह, ‘वस्त्र और फुटवियर समूह’ के मूल्यों में उतार-चढ़ाव को संकलित नहीं किया गया। ‘विविध’ समूह के अंतर्गत केवल ‘स्वास्थ्य’ उप समूह के सूचकांक को अप्रैल, 2020 के लिए संकलित किया गया है। राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के स्तर पर सामान्य सीपीआई और सूचकांक जारी नहीं किए जा रहे हैं।
सीपीआई (सामान्य) सूचकांकों और सीएफपीआई पर आधारित अखिल भारतीय मुद्रास्फीति दरें (मार्च 2019 की तुलना में मार्च 2020 में) निम्नानुसार दी गई हैं:
कोई टिप्पणी नहीं