कोरोना वायरस, मांग में कमी, बैंक द्वारा लोन देने की अनिच्छा और इकोनॉमी में धीमेपन का असर भारतीय बैंकों से लिए जाने वाले लोन की ग्रोथ पर भी देखा जा रहा है। 31 मार्च 2020 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में बैंकों से लोन लेने की रफ्तार 6.14 प्रतिशत दर्ज की गई, जो कि 1962 के बाद सबसे कम ग्रोथ है। 31 मार्च 1962 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में बैंकों की लोन ग्रोथ 5.38 प्रतिशत थी। RBI ने 24 अप्रैल को समाप्त हुए पखवाड़े के दौरान क्रेडिट और डिपॉजिट ग्रोथ से जुड़े ताजा आंकड़े जारी किया है।
आंकड़ों के मुताबिक, सालाना आधार पर 24 अप्रैल को समाप्त पखवाड़े के दौरान बैंक क्रेडिट 6.74 प्रतिशत बढ़कर 102.69 ट्रिलियन रुपए, जबकि बैंक डिपॉजिट 9.82 प्रतिशत बढ़कर 137.11 ट्रिलियन रुपए परह पहुंच गया। एक साल पहले समान पखवाड़ा के दौरान बैंकों से 96.20 ट्रिलियन रुपए लोन लिया गया था जबकि बैंकों में 124.83 ट्रिलियन रुपए जमा किए गए थे।
10 अप्रैल 2020 को समाप्त पखवाड़े के दौरान बैंक क्रेडिट 7.20 प्रतिशत, जबकि बैंक डिपॉजिट 9.45 प्रतिशत बढ़ा था।
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