कोरोना वायरस: अमेरिकी संसद ने करीब 500 अरब डॉलर की और सहायता को दी मंजूरी


अमेरिकी संसद ने कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में बेरोजगारी की तेजी से बढ़ रही दर के बीच आर्थिक नुकसान झेल रहे नियोक्ताओं और अस्पतालों को राहत देने के लिए करीब 500 अरब डॉलर की और सहायता देने का प्रावधान किया है।

कोरोना वायरस संकट से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में शामिल अमेरिका में बेरोजगारी दर बढ़ रही है और ऐसा माना जा रहा है कि बेरोजगारी की यह दर 1930 के दशक में आई महामंदी के स्तर तक पहुंच गयी है।

बेरोजगारी पर नये आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण प्रत्येक छह अमेरिकी कर्मचारियों में से एक को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।

गहराते आर्थिक संकट के बीच सदन ने करीब 500 अरब डॉलर का व्यय पैकेज पारित किया है जिससे संकटग्रस्त कारोबारों एवं अस्पतालों की मदद की जा सके।

सहायता देने संबंधी विधेयक बृहस्पतिवार को लगभग सर्वसम्मति से पारित हो गया। इसे पारित करने के लिए डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सांसद 27 मार्च के बाद पहली बार वाशिंगटन में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने का पूरा ध्यान रखा।

प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने कहा, ‘‘लाखों लोगों का रोजगार छिन गया है। यह बेहद दु:खद समय है। हम ऐसे समय में एकत्र हुए हैं जब 50,000 लोगों की मौत हो चुकी है, बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं और अनिश्चितता कायम है। हम उम्मीद करते हैं कि हम जल्द ही इस सबसे उबर लगेंगे। फिलहाल तो हम इसे काबू करने में लगे हैं।’’

इस विधेयक में ट्रम्प प्रशासन ने लघु एवं मध्यम कारोबारियों की मदद करने के लिए 250 अरब डॉलर की सहायता दिए जाने का प्रावधान किया है। इसमें डेमोक्रेटिक पार्टी की मांग के अनुसार अस्पतालों एवं जांच कार्यक्रम के लिए 100 अरब डॉलर की सहायता और लघु बैंकों एवं सामुदायिक विकास बैंकों के लिए 60 अरब डॉलर की सहायता का प्रावधान है। इसमें कारोबारों को ऋण देने के लिए भी 60 अरब डॉलर का प्रावधान किया गया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब कई अमेरिकी बड़ी आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं, ऐसे में यह विधेयक छोटे कारोबारियों की मदद करेगा ताकि वे लाखों कर्मियों को भुगतान कर सकें।’’

इस विधेयक को पांच के मुकाबले 388 मतों से पारित कर दिया गया।

इस विधेयक के पारित होने के साथ ही अमेरिकी संसद कोरोना वायरस के मद्देनजर राहत के लिए 2,400 अरब डॉलर की सहायता का प्रावधान कर चुकी है।

सरकार ने बताया कि नौकरी से निकाले गए 44 लाख अमेरिकियों ने पिछले हफ्ते बेरोजगारी लाभों के लिए आवदेन किया था।

कुल मिलाकर, करीब 2.6 करोड़ लोगों ने पांच हफ्तों में बेरोजगारों को मिलने वाली मदद के लिए आवेदन दिया है। यह संख्या अमेरिका के 10 बड़े शहरों की आबादी के बराबर है। यह भीषण गिरावट है जिसके बाद उस चर्चा को और बल मिलने लगा है कि कारखानों एवं अन्य कारोबारों को बंद से कैसे और कब छूट दी जानी चाहिए।

अमेरिका के सबसे अधिक प्रभावित हिस्से, न्यूयॉर्क में ऐसे साक्ष्य उभर रहे हैं कि राज्य के संभवत: 27 लाख निवासी वायरस से संक्रमित हैं जो कि प्रयोगशाला जांचों में की गई पुष्टि से 10 गुणा अधिक है।

वहीं न्यूयॉर्क सिटी के स्वास्थ्य कमिश्नर ऑक्सिरिस बारबोट ने कहा कि शहर में करीब 10 लाख लोग संक्रमित हैं। शहर की आबादी 86 लाख है।


(साभार-पीटीआई भाषा)
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