श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी ने सोमवार को स्पष्ट किया कि उसके पास नकदी संकट से जूझ रहे यस बैंक का कोई भी अतिरिक्त टियर-1 बॉन्ड नहीं है।
कंपनी ने खबर पर स्पष्टीकरण देते हुए शेयर बाजार को बताया, “कंपनी यस बैंक लिमिटेड के किसी भी अतिरिक्त टियर-1 बॉन्ड को नहीं रखती है।”
श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी ने आगे बताया, “कंपनी ने वर्ष 2010 में यस बैंक लिमिटेड के अपर टियर 2 बॉन्ड में 50 करोड़ रुपये का निवेश किया था और वह अभी बकाया है।”
यस बैंक के लिए रिजर्व बैंक की पुनर्गठन योजना में सबसे अधिक नुकसान उठाने वालों में अतिरिक्त टियर-1 बॉन्ड धारक होंगे, जिसका बैंक पर कुल 10,800 करोड़ रुपये बकाया हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 2,450 करोड़ रुपये में यस बैंक की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा। इससे पहले यस बैंक पूंजी जुटाने में असफल रहा था, जिसके बाद बृहस्पतिवार को रिजर्व बैंक ने सरकार के साथ विचार विमर्श कर बैंक के निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया और उसमें प्रशासक नियुक्त कर दिया। बैंक के लेनदेन पर रोक लगाते हुये तीन अप्रैल तक ग्राहकों के लिये खाते से निकासी को 50,000 रुपये पर सीमित कर दिया।
(साभार-पीटीआई भाषा)
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