अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते की उम्मीद तथा केंद्र सरकार के विनिवेश तेज करने के संकेतों के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने नवंबर महीने में घरेलू पूंजी बाजार में 22,872 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
यह लगातार तीसरा महीना है जब एफपीआई शुद्ध लिवाल रहे हैं।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अपुसार, एफपीआई ने एक नवंबर से 29 नवंबर के दौरान ऋणपत्रों से 2,358.2 करोड़ रुपये निकाले, जबकि इक्विटी में उन्होंने 25,230 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस तरह वे 22,871.8 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे।
इससे पहले एफपीआई ने घरेलू पूंजी बाजार में अक्टूबर में 16,037.6 करोड़ रुपये तथा सितंबर में 6,557.8 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।
सैमको सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख उमेश मेहता ने कहा, ‘‘अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौते की उम्मीद, सरकार द्वारा विनिवेश तेज करने समेत राहत के उपायों के संकेत तथा कबाड़ बनाने की नीति के अनुमान के कारण नवंबर महीने में एफपीआई शुद्ध खरीदार रहे हैं।’’
बीडीओ इंडिया के पार्टनर (कर एवं नियामकीय सेवाएं) प्रणय भाटिया ने कहा कि सितंबर 2019 में कर सुधार की हुई घोषणा को कानूनी जामा पहनाये जाने की उम्मीद ने भी एफपीआई की धारणा को मजबूत किया।
(साभार-पीटीआई भाषा)
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