वेब पत्रकारों का हक मिलकर रहेगा, WJAI ने तेज की लडाई

देश में एक तरफ मुख्य पत्रकारिता चाहे वो प्रिंट हो या फिर इलेक्ट्रॉनिक, अपनी धार खोती जा रही है, लोगों का उनपर से भरोसा कम होता जा रहा है इसी बीच वेब पत्रकारिता की स्वीकार्यता बढ़ रही है। लेकिन, जिस रफ्तार से वेब पत्रकारिता और वेब पत्रकार अपना योगदान दे रहे हैं उस हिसाब से सरकार की तरफ से उन्हें प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारों जैसी सुविधा और मान्यता नहीं मिल रही हैवेब पत्रकारों को उनका हक दिलाने और वेब पत्रकारिता को  मान्यता दिलाने के इरादे से कुछ समय पहले ही   WJAI   यानी   web Journalists' Association Of India का बिहार के पटना में गठन किया गया। WJAI की 14 अक्टूबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई  इसमें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक के समकक्ष वेब पत्रकारों को सुविधाएं देने की माँग उठी

वेब पत्रकारों के हित में देश की पहली एसोसिएशन वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (WJAI) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दूसरी बैठक सह वेबसाइट लोकार्पण समारोह 14 अक्टूबर को पटना में जमाल रोड स्थित बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ भवन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के दौरान एसोसिएशन की वेबसाइट का लोकार्पण विधान पार्षद प्रो. वीरेंद्र नारायण यादव सहित वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत प्रत्युष, रजनीशकांत द्वारा किया गया।
वेबसाइट लाँच समारोह को संबोधित करते हुए एम एल सी प्रो. वीरेन्द्र नारायण यादव ने कहा कि उनके द्वारा वेब जर्नलिस्टों को राज्य में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के समकक्ष मान्यता और सुविधा देने का सवाल सदन के सत्र में उठाया जाएगा।बेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारणी बैठक में संरक्षक रजनीकांत पाठक ने कहा कि जिस तरह केंद्र व राज्य की सरकार टीवी मीडिया व प्रिंट मीडिया पर सरकारी कार्यक्रम के प्रचार प्रसार पर खर्च करती है उसी तरह बेब मीडिया के लिए भी बजट दे। पाठक ने कहा कि असंख्य बेब पत्रकार आज बिना सामाजिक सुरक्षा व सुविधा के काम कर रहे हैं। वेब पोर्टल के जरिए गाँव से लेकर शहर तक की ख़बर 24 घंटे मिलती रहती है। सरकार नई नीति बनाकर बेब जर्नलिज्म में लगे पत्रकारों को वो तमाम सुविधा दे जो टीवी या प्रिंट मीडिया को दे रही है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल ने कहा कि डब्ल्यूजेएआई के तीसरी बैठक दिल्ली में आयोजित की जाएगी और पूर्व से प्रस्तावित वेब पत्रकारों का ग्लोबल समिट शीतकालीन सत्र के बाद पटंना में आयोजित किया जाएगा।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमिताभ ओझा ने अतिथियों और वेब पत्रकारों को स्वागत करते हुए पत्रकारिता में शूचिता की बात कही।

समारोह में डब्लूजेएआई के राष्ट्रीय महासचिव अमित रंजन ने बताया कि एसोसिएशन के वेबसाइट लॉन्चिंग के बाद वेब पत्रकारों को भी प्रिंट एवं इलेक्ट्रोनिक पत्रकारों के समकक्ष मान्यता एवं सुविधा देने समेत अन्य मांगों को लेकर एक मांग पत्र भी सूचना मंत्री से मिलकर सौंँपा जाएगा और वेब पत्रकारों के सम्मान और सुविधा की निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी।

दूसरे सत्र में डब्ल्यूजेएआई से जुड़े सभी वेब पत्रकारों को स्वनियमन का कड़ाई से पालन का निर्णय लिया गया। संगठन ने वेब पोर्टलों के लिए भी संगठन की सदस्यता का द्वार खोलते हुए सदस्यता राशि मात्र 2.5 हजार और वार्षिक अंशदान 5 सौ रुपयज तय किया गया। बैठक में व्यापक स्तर सदस्यता चलाने का निर्णय किया गया। तय किया गया कि संगठन की सदस्यता लेने वाले पोर्टल अपने सभी पत्रकारो को संगठन की सदस्यता ग्रहण करा सकते हैं पूर्व से किसी पोर्टल के चार पत्रकारों को ही संगठन की सदस्यता दी जाती रही है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एसोसिएशन से जुड़े कई अन्य मसलों पर भी चर्चा हुई।

इस अवसर पर दूसरे सत्र में जिला संयोजकों के साथ बैठक कर एसोसिएशन विस्तार की रणनीति पर भी चर्चा की गई। कई अन्य राज्य एवं जिलों के संयोजकों की जिम्मेदारी दी गई।

इस मौके पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल, राष्ट्रीय महासचिव अमित रंजन, संरक्षक रजनीकांत पाठक, देवकुमार सिंह, मनोज कुमार चौधरी, डॉ. लाल बाबू यादव, प्रफुल्ल ओंकार झा, चंदन कुमार, रंजन श्रीवास्तव, संजय पांडेय, वीरेंद्र कुमार यादव, मनोकामना सिंह, कमल सिंह सेंगर, रामबालक राय, चंदन राज, आदित्य कुमार, अक्षय आनंद, समेत राष्ट्रीय कमिटी के सदस्यों, कई अन्य राज्यों के राज्य प्रभारी एवं बिहार के सभी जिलों के जिला संयोजक मौजूद रहे।

इस बैठक में अगले साल के शुरुआत में वर्ल्ड वेब जर्नलिस्ट सेमिनार कराने का भी फैसला लिया गया है। इसकी तैयारी शुरू भी कर दी गई है। अगर आप वेब जर्नलिस्ट हैं, और प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसा हक चाहते हैं तो जरूर WJAI से जुडें। इसकी वेबसाइट है - http://www.wjai.in/

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