विश्वबैंक कारोबार सुगमता रिपोर्ट तैयार करने के लिए दिल्ली और मुंबई के अलावा अब कोलकाता और बेंगलुरु को भी अपने अध्ययन में शामिल करेगा। इसका उद्देश्य देश में कारोबारी परिस्थितियों की सटीक तस्वीर पेश करना है। एक अधिकारी ने यह बात कही।
अधिकारी ने कहा , " सिर्फ दो शहरों को शामिल कर भारत का ठीक से प्रतिनिधित्व नहीं हो सकता है। अब कोलकाता और बेंगलुरु के शामिल होने से विश्वबैंक की रिपोर्ट में भारत की काफी अच्छी तस्वीर सामने आ सकेगी। "
विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में दस मापदंडों पर 190 देशों को रैंकिंग दी जाती है। इसमें कारोबार शुरू करना , निर्माण परमिट , बिजली कनेक्शन हासिल करना , कर्ज हासिल करना , कर भुगतान , सीमापार कारोबार , अनुबंध लागू करना और दिवाला मामले का निपटान शामिल है।
अधिकारी ने कहा कि इन दोनों शहरों को शामिल करने की कवायद शुरू की जा चुकी है।
विश्व बैंक की कारोबारी सुगमता रिपोर्ट 2020 बृहस्पतिवार को जारी होने की उम्मीद है।
अधिकारी के मुताबिक , भारत को इस बार की रिपोर्ट में रैंकिंग में और सुधार की उम्मीद है।
भारत ने लगातार दो साल विश्वबैंक की ' कारोबार सुगमता ' रिपोर्ट में अपनी स्थिति सुधार किया है। 2019 में भारत की रैंकिंग 23 स्थान के सुधार के साथ 77 वीं रही। इससे पहले 2018 की रिपोर्ट में वह 100 वें पायदान पर था।
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