कई विशेषज्ञों द्वारा चिंता जताए जाने को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने वित्त मंत्रालय से कहा है कि वह विदेशों में जारी किए जाने वाले सरकारी बांड पर एक विस्तृत अध्ययन करे।
सूत्रों ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने वित्त मंत्रालय से इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नरों और डिप्टी गवर्नरों द्वारा जतायी गयी चिंता का विश्लेषण करने के लिए कहा है।
सूत्रों ने बताया कि विस्तृत अध्ययन के बाद ही इस विषय पर कोई फैसला किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2019-20 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की थी कि सरकार अपने कर्ज का एक हिस्सा विदेशी मुद्रा में सरकारी बांड विदेशी बाजारों में जारी कर जुटाएगी।
इसका कई अर्थशास्त्रियों, विशेषज्ञों और यहां तक कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की आर्थिक शाखा स्वदेशी जागरण मंच ने भी विरोध किया है।
(साभार- पीटीआई भाषा)
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