भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के एप के जरिये मापी जाने वाली मोबाइल डेटा स्पीड की वैधता को करीब एक साल पहले चुनौती देने के बाद सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) ने बुधवार को कहा कि यह मुद्दा अभी बंद नहीं हुआ है। ट्राई ने कहा कि प्रयोगकर्ता वैकल्पिक डेटा टेस्टर की ओर रुख कर रहे हैं।
ट्राई के माईस्पीड एप द्वारा मोबाइल डेटा की रफ्तार को मापने का मुद्दा उद्योग के बीच चर्चा में रहा था। पिछले साल कुछ आपरेटरों ने नियामक के एप के तरीकों और नतीजों पर सवाल उठाया था। इसी के आधार पर दूरसंचार आपरेटरों की अपलोड और डाउनलोड स्पीड को रैंकिंग दी जाती है।
सीओएआई ने उस समय इस बात पर चिंता जताई थी कि ट्राई की एप पर आपरेटर की डाउनलोड स्पीड के नतीजे अन्य टेस्टिंग सेवाओं के आंकड़ों से भिन्न क्यों है।
यह पूछे जाने पर कि मुद्दा अभी कायम है या आपरेटर इससे संतुष्ट हैं, सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यू ने संवाददाताओं से कहा कि यह मुद्दा बंद नहीं हुआ है। ‘मेरा रुख यह है कि यदि नियामक इसे हल नहीं करता है तो आपके पास उसे हल करने के लिए और रास्ते हैं। ऐसा नहीं है कि इसके लिए कोई स्वतंत्र उपाय नहीं हैं।
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