ट्रंप सरकार ने सर्च इंजन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के बीच राजनीतिक पक्षपात को लेकर एक सर्वेक्षण शुरू किया है। इसमें लोगों को ऑनलाइन सेंसरशिप की सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
ऑनलाइन सर्वेक्षण में कहा गया है , " सोशल मीडिया को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मामले में आगे रहना चाहिए और उसकी रक्षा करनी चाहिए। कई अमेरिकियों ने देखा है कि उनके सोशल मीडिया खातों को उपयोक्ता नीतियों का ' उल्लंघन ' बताकर बंद , रद्द या प्रतिबंधित किया गया है। "
इसमें लोगों से उन मामलों के बारे में बताने के लिए कहा गया है , जिनमें ऑनलाइन सेंसर किया गया है। साथ ही संपर्क करने के लिए भी जानकारी मांगी गई है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि " आपके विचार से कोई फर्क नहीं पड़ता , अगर आपको संदेह है कि राजनीतिक पक्षपात के कारण आपके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जा रही है , तो राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी कहानी साझा करें। "
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्ंरप अपने चुनावी अभियान के दौरान और राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से अब तक ट्विटर का काफी इस्तेमाल करते हैं।
ट्ंरप पहले भी प्रौद्योगिकी कंपनियों और अपने राजनीतिक विरोधियों के बीच " साठगांठ " को लेकर उनकी निंदा कर चुके हैं। उन्होंने गूगल पर सर्च परिणामों में हेरफेर करने का भी आरोप लगाया था।
(साभार: पीटीआई भाषा)
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