रिटायरमेंट फंड बॉडी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने बड़ा फैसला लिया है। उसने एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) यूनिट्स को भविष्य निधि (पीएफ) खातों में डालने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आपको बता दूं कि इस समय ईपीएफओ के सब्सक्राइबर्स की संख्या 4.5 करोड़ है। माना जा रहा है कि ईपीएफओ के सदस्य ईटीएफ यूनिट्स को अपने पीएफ खातों में अगले साल मार्च अंत तक देख पाएंगे।
ईपीएफओ की सर्वोच्च नीति निर्णायक इकाई सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (सीबीटी) ने इक्विटी निवेश के मूल्यांकन और लेखे के लिए लेखा नीति को मंजूरी दी है।
>खास बातें :
-जब भी पीएफ सब्सक्राइवर्स पीएफ अकाउंट से पैसे निकालेंगे ईटीएफ यूनिट के भी पैसे दे दिये जाएंगे
-ईटीएफ यूनिट को सब्सक्राइवर ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं, जब भी वो पीएफ का पैसा निकालेंगे, उन्हें ईटीएफ का पैसा मिल जाएगा
-अगस्त 2015 से ईपीएफओ ने अपने पैसों को ईटीएफ में लगाना शुरू किया था
-अब तक ईपीएफओ ने करीब 32 हजार रुपए ईटीएफ में निवेश किया है और उस पर करीब 21.87 प्रतिशत रिटर्न मिला है, लेकिन यह रिटर्न तभी कारगर होगा जब ईपीएफओ उसे बेचेगा।
-बोर्ड ने National Payments Corporation of India (NPCI) platform के जरिये केंद्रीकृत भुगतान व्यवस्था लागू करने की भी मंजूरी दी है। इससे भुगतान की लागत कम होने के साथ-साथ कई और सुविधाएं मिलेंगी। अभी भुगतान की विकेंद्रित व्यवस्था है जिससे भुगतान की लागत बढ़ जाती है, पीएफ सब्सक्राइवर्स के खाते में पैसा ट्रांसफर होने में देरी होती है, कई बार पैसा ट्रांसफर नहीं हो पाता है और सबसे बड़ा बात मौजूदा भुगतान व्यव्सथा आधार पर आधारित नहीं है।
-NPCI या नई व्यवस्था के तहत पीएफ का पैसा निकालने के लिए अर्जी दिए जाने के दिन ही (T+0 दिन )मुमकिन है कि यह सब्सक्राइवर के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाए। ईपीएफओ बोर्ड की अगले महीने की 15 तारीख यानी 15 दिसंबर 2017 की बैठक होने वाली है जिसमें पेंशन से जुड़े कई मुद्दों के साथ-साथ ईटीएफ संबंधित प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा होगी।
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