वित्त वर्ष 2017-18 में अक्टूबर तक प्रत्यक्ष करों का संग्रह 15.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4.39 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंचा |
अक्टूबर 2017 तक हुए प्रत्यक्ष करों के संग्रह के अनंतिम आंकड़ों से यह पता चलता है कि इस दौरान शुद्ध संग्रह 4.39 लाख करोड़ रुपये का हुआ है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में हुए शुद्ध संग्रह की तुलना में 15.2 प्रतिशत अधिक है। प्रत्यक्ष करों का शुद्ध संग्रह वित्त वर्ष 2017-18 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमान (9.8 लाख करोड़ रुपये) का 44.8 प्रतिशत आंका गया है। अप्रैल-अक्टूबर 2017 के दौरान सकल संग्रह (रिफंड के लिए समायोजन से पहले) 10.7 प्रतिशत बढ़कर 5.28 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। अप्रैल-अक्टूबर 2017 के दौरान कुल मिलाकर 89,507 करोड़ रुपये के रिफंड जारी किये गये हैं। (Source: pib.nic.in) |
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