नकदी को ना ना...डिजिटल भुगतान का स्वागत

मोदी सरकार की नोटबंदी के बाद डिजिटल भुगतान की मुहिम जोर पकड़ रही है। नोटबंदी और निकासी की सीमा खत्म होने के बाद भी कैश का इस्तेमाल नोटबंदी से पहले की अवधि यानी पिछले साल 8 नवंबर के मुकाबले कम है। लोग 8 नवंबर से पहले के मुकाबले अब भी 26 प्रतिशत कम कैश का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, यूपीआई समेत डिजिटल लेन-देन का प्रचलन बढ़ रहा है। 

रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च तक सिस्टम में 13.32 लाख करोड़ रुपए की कुल नकदी और मुद्रा प्रचलन में थी। फिलहाल सिस्टम में जो नकदी और मुद्रा है वह पिछले साल नवंबर के शुरुआत के 74 प्रतिशत है यानी 26 प्रतिशत कम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपए के नोटों पर प्रतिबंध लगाने के समय सिस्टम में 17.97 लाख करोड़ की नकदी और मुद्रा प्रचलन में थी। 

बैंकों से साप्ताहिक नकदी निकासी की बात करें, तो यह लगातार चौथे हफ्ते गिरी है।  10 मार्च वाले हफ्ते में 47,400 करोड़ रुपए की नकदी की निकासी हुई थी जो कि 31 मार्च को समाप्त हफ्ते में घटकर 22,194 करोड़ रुपए रह गई। 
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