रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल ने अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में बैंक ग्राहकों को त्योहारी सीजन का तोहफा दिया है। 3 और 4 अक्टूबर तक चली मौद्रिक नीति समिति बैठक के बाद गवर्नर पटेल ने कहा है कि मौजूद और संभावित मैक्रोइकोनॉमिक स्थिति को देखते हुए समिति ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती करते हुए इसे मौजूदा 6.5% से 6.25% कर दिया है।
इसी तरह रिवर्स रेपो रेट 5.75%, MSF 6.75% जबकि बैंक रेट 6.75% हो गया। RBI के इस फैसले के बाद ईएमआई का बोझ कम होने की उम्मीद बढ़ गई है। साथ ही बैंक भी अब कर्ज सस्ता कर सकते हैं।
मौद्रिक पॉलिसी क्या है
इससे पहले आखिरी बार इस साल अप्रैल की बैठक में तत्कालीन गवर्नर रघुराम राजन ने रेपो रेट में चौथाई परसेंट की कटौती की थी। इसके बाद से रेपो रेट में कटौती का इंतजार किया जा रहा था। मौद्रिक नीति समिति की पहली बैठक 3,4 अक्टूबर को हुई जिसमें रेपो रेट में कटौती का फैसला किया गया।
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के बारे में जानें रिजर्व बैंक की प्रमुख दरें:
रेट मौजूदा रेट (%) नया रेट ( %)
>रेपो रेट: 6.50 6.25
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>रिवर्स रेपो रेट: 6.00 5.75
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>मार्जिनल स्टैंडिंग
फैसिलिटी रेट (MSF): 7 6.75
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>कैश रिजर्व रेश्यो (CRR): 4
----------------------------------------------------------------------
>बैंक रेट: 7 6.75
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>SLR: 21 20.75
>बेस रेट : 9.30 - 9.70 9.30 - 9.70
>MCLR (Overnight) : 8.90 - 9.15 8.85 - 9.15
>Savings Deposit Rate : 4 4
>Term Deposit Rate > 1 Year : 7 - 7.30 7 - 7.30
मौद्रिक नीति निर्णय के पक्ष में छह सदस्यों ने मतदान किया। एमपीसी की बैठक का कार्यवृत्त 18 अक्टूबर 2016 को प्रकाशित किया जाएगा। एमपीसी की अगली बैठक 6 और 7 दिसंबर 2016 को आयोजित की जाएगी और उसके प्रस्ताव को 7 दिसंबर 2016 को घोषित किया जाएगा।
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