428 सस्पेंडेंड कंपनियों पर डीलिस्टिंग की तलवार, कहीं आपके पास भी इन कंपनियों के शेयर तो नहीं है
दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में सूचीबद्ध (लिस्टेड) 428 कंपनियों पर असूचीबद्धता (डीलिस्टिंग) की तलवार लटक रही है। एक्सचेंज ने 428 निलंबित (सस्पेंडेंड) कंपनियों को फाइनल नोटिस जारी कर उनसे सस्पेंशन खत्म करने के लिए अर्जी देने या फिर डीलिस्टिंग के लिए तैयार रहने को कहा है। आप भी देख लें कि कहीं आपके पास भी इन सस्पेंडेंड कंपनियों के शेयर तो नहीं हैं।
आपको बता दें कि ये ऐसी कंपनियां हैं जिसे लिस्टिंग नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में पिछले सात से अधिक साल से सस्पेंशन झेल रहीं हैं। एक्सचेंज चरणबद्ध तरीके से इन कंपनियों की डीलिस्टिंग की कार्रवाई करेगा। एक्सचेंज ने कहा है कि कंपनी मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध पते पर उन कंपनियों को नोटिस भेजा गया है।
इससे पहले भी दो बार 509 कंपनियों के पास नोटिस भेजकर उनसे सस्पेंशन खत्म करने की अर्जी देने या
फिर डीलिस्टिंग के लिये तैयार रहने का कहा गया था। 52 कंपनियों ने इन नोटिस का जवाब दिया और अपना सस्पेंशन खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी लेकिन बाकी कंपनियों ने इसका जवाब नहीं दिया। एक्सचेंज के मुताबिक, जिन कंपनियों ने इन नोटिस पर जवाब नहीं दिए, उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया कि क्यों ना उनकी सूचीबद्धता खत्म कर दी जाए।
आपको बता दें कि किसी कंपनी को अगर डीलिस्ट किया जाता है तो उस कंपनी का, उसके डायरेक्टर्स,प्रोमोटर्स और ग्रुप कंपनी सिक्योरिटी मार्केट से 10 साल तक पूंजी नहीं जुटा सकते हैं। बीएसई ने कहा है कि डीलिस्टिंग की हालत में संबंधित कंपनी से उसके सार्वजनिक होल्डर के निकलने के बारे में एक्सचेंज को विस्तार से पूरी जानकारी देने की जिम्मेदारी उस कंपनी की होती है ताकि उसका फेयर वैल्यूएशन किया जा सके। ऐसा नहीं किए जाने पर संबंधित कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
23 जून 2016 तक दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज बीएसई पर 5501 लिस्टेड कंपनी है, उसमें से सस्पेंडेड कंपनियों की संख्या 1505 है।
((डिविडेंड/सस्पेंडेंड/डीलिस्ट कंपनी के बारे में जानकारी कहां मिलेगी
((शेयर बाजार पर beyourmoneymanager के लेख
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में सूचीबद्ध (लिस्टेड) 428 कंपनियों पर असूचीबद्धता (डीलिस्टिंग) की तलवार लटक रही है। एक्सचेंज ने 428 निलंबित (सस्पेंडेंड) कंपनियों को फाइनल नोटिस जारी कर उनसे सस्पेंशन खत्म करने के लिए अर्जी देने या फिर डीलिस्टिंग के लिए तैयार रहने को कहा है। आप भी देख लें कि कहीं आपके पास भी इन सस्पेंडेंड कंपनियों के शेयर तो नहीं हैं।
आपको बता दें कि ये ऐसी कंपनियां हैं जिसे लिस्टिंग नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में पिछले सात से अधिक साल से सस्पेंशन झेल रहीं हैं। एक्सचेंज चरणबद्ध तरीके से इन कंपनियों की डीलिस्टिंग की कार्रवाई करेगा। एक्सचेंज ने कहा है कि कंपनी मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध पते पर उन कंपनियों को नोटिस भेजा गया है।
इससे पहले भी दो बार 509 कंपनियों के पास नोटिस भेजकर उनसे सस्पेंशन खत्म करने की अर्जी देने या
फिर डीलिस्टिंग के लिये तैयार रहने का कहा गया था। 52 कंपनियों ने इन नोटिस का जवाब दिया और अपना सस्पेंशन खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी लेकिन बाकी कंपनियों ने इसका जवाब नहीं दिया। एक्सचेंज के मुताबिक, जिन कंपनियों ने इन नोटिस पर जवाब नहीं दिए, उनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया कि क्यों ना उनकी सूचीबद्धता खत्म कर दी जाए।
आपको बता दें कि किसी कंपनी को अगर डीलिस्ट किया जाता है तो उस कंपनी का, उसके डायरेक्टर्स,प्रोमोटर्स और ग्रुप कंपनी सिक्योरिटी मार्केट से 10 साल तक पूंजी नहीं जुटा सकते हैं। बीएसई ने कहा है कि डीलिस्टिंग की हालत में संबंधित कंपनी से उसके सार्वजनिक होल्डर के निकलने के बारे में एक्सचेंज को विस्तार से पूरी जानकारी देने की जिम्मेदारी उस कंपनी की होती है ताकि उसका फेयर वैल्यूएशन किया जा सके। ऐसा नहीं किए जाने पर संबंधित कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
23 जून 2016 तक दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज बीएसई पर 5501 लिस्टेड कंपनी है, उसमें से सस्पेंडेड कंपनियों की संख्या 1505 है।
((डिविडेंड/सस्पेंडेंड/डीलिस्ट कंपनी के बारे में जानकारी कहां मिलेगी
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