जानिए, दिसम्बर तिमाही 2015 तक भारत पर कितना था विदेशी कर्ज

वित्त मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिसम्बर तिमाही, 2015 के आखिर में भारत पर विदेशी कर्ज का बोझ कुल मिलाकर 480.2  बिलियन डॉलर का रहा, जो मार्च तिमाही 2015 के आखिर में दर्ज विदेशी कर्ज के मुकाबले 4.9 बिलियन डॉलर (1.0 %) ज्यादा है।

दीर्घकालिक कर्जों जैसे वाणिज्यिक उधारी और एनआरआई जमाओं में बढ़ोतरी के चलते ही इस दौरान भारत पर विदेशी कर्ज का बोझ बढ़ गया। हालांकि, क्रमिक रूप से दिसम्‍बर तिमाही, 2015 के आखिर तक भारत के कुल विदेशी कर्ज में सितम्बर तिमाही 2015 के आखिर के स्तर से 1.2 बिलियन डॉलर की गिरावट आयी।

दिसम्बर तिमाही, 2015 के आखिर में दीर्घकालिक कर्ज 398.6 बिलियन डॉलर का रहा, जो मार्च तिमाही 2015 के आखिर में दर्ज दीर्घकालिक कर्ज के मुकाबले  8.8 बिलियन डॉलर (2.3%) ज्यादा है। भारत के अल्पकालिक विदेशी कर्जों में  4.6 % की कमी देखने को मिली और दिसम्बर तिमाही, 2015 के आखिर में यह 81.6 बिलियन डॉलर रहा।

दिसम्बर तिमाही, 2015  के आखिर में भारत पर जितने विदेशी कर्ज का बोझ था, उसमें दीर्घकालिक कर्जों (long-term external debt) का हिस्सा 83.0 % आंका गया, जबकि शेष (17 %) अल्पकालिक कर्ज (Short-term external debt ) था। संघटक वार रूप से कुल विदेशी कर्ज में वाणिज्यिक उधारी की हिस्सेदारी 38.2 % रही, उसके बाद एनआरआई जमाओं की हिस्सेदारी (25.5 %) और बहुपक्षीय  कर्ज (11.1 %) रहा।

दिसम्बर तिमाही, 2015  के आखिर में भारत के कुल विदेशी दीर्घकालिक कर्ज में सरकारी (संप्रभु) और गैर-सरकारी कर्ज क्रमश: 90.7 बिलियन डॉलर और 389.5 बिलियन डॉलर रहा। दिसम्‍बर तिमाही, 2015  के आखिर में भारत के कुल विदेशी अल्पकालिक कर्ज में सरकारी (संप्रभु) और गैर-सरकारी कर्जों का हिस्सा क्रमश: 18.9 बिलियन डॉलर तथा 81.1 बिलियन डॉलर रहा।

दिसम्बर तिमाही, 2015 के आखिर में भारत के कुल विदेशी कर्ज में अमेरिकी डॉलर वाले कर्जों (US dollar denominated debt) का हिस्सा सर्वाधिक 57.6 % रहा। इसके बाद क्रमश: भारतीय रुपये वाले कर्जों (Indian rupee )(28.7 %), एसडीआर (SDR) (5.8 % ), जापानी येन वाले कर्जों (Japanese yen) (4.1 %) और यूरो मुद्रा वाले कर्जों (euro) (2.3 %) का नम्बर आता है।

कुल विदेशी कर्ज में रियायती कर्ज का अनुपात दिसम्बर तिमाही, 2015 के आखिर में 8.7 % रहा (मार्च 2015 के आखिर में 8.8 %) ।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने कुल विदेशी कर्ज को 73.0 % का कवर उपलब्ध कराया, जो मार्च तिमाही 2015 की तुलना में 67.5 % था। विदेशी मुद्रा भंडार के प्रति अल्पकालिक विदेशी कर्ज का अनुपात 23.3 % था, जबकि मार्च तिमाही 2015 के आखिर में यह 26.7 % था।

दिसम्बर तिमाही, 2015 के आखिर में भारत के कुल विदेशी कर्ज पर संपूर्ण तिमाही रिपोर्ट वित्त मंत्रालय की वेबसाइट http://www.finmin.nic.in/ पर भी देख सकते हैं।

बता दें कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का आर्थिक मामलों का विभाग हर साल सितम्‍बर एवं दिसम्बर के आखिर में समाप्त होने वाली तिमाहियों के लिए भारत के विदेशी कर्ज के आंकड़े एकत्रित कर उसे जारी करता है। बाकी दो तिमाहियों मार्च और जून के लिए भारत के विदेशी कर्ज के आंकड़े रिजर्व बैंक जारी करता है।



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