सरकारी बैंकों की बकाया कर्ज वसूली मुहिम का दिखने लगा रंग

सरकारी बैंकों के बढ़ते बकाए कर्ज की चिंता के बीच अच्छी खबर आई है। बैंकों द्वारा ऐसे कर्ज की वसूली के लिए की जा रही कोशिशों का रंग दिखने लगा है। इसका प्रमाण है 7 सरकारी बैंकों द्वारा इस साल की सितंबर तिमाही में बकाए कर्ज की वसूली में तिमाही आधार पर  जोरदार उछाल आना।

7 सरकारी बैंकों एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक, आईडीबीआई बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने इस साल की सितंबर तिमाही में 1845 करोड़ रुपए बकाए कर्ज की वसूली की, जो कि इस साल की जून तिमाही के मुकाबले 51% अधिक है। इस साल की जून तिमाही में 1,222 करोड़ रुपए के बकाए कर्ज की वसूली करने में ये बैंक कामयाब रहे थे।

7 बैंकों की बकाए कर्ज की वसूली (लोन रिकवरी): (रु. करोड़ में) 

बैंक                  Q2 FY16          Q1FY16
एसबीआई            627                  430
बीओआई              799                  468
बैंक ऑफ बड़ौदा      79.23              13.05
यूनियन बैंक           55                    40
सेंट्रल बैंक               23                    13
आईडीबीआई बैंक     45                     22
पीएनबी                 217                  236
कुल                       1845                1222

हालांकि, बैंकों के बकाए कर्ज के मुकाबले बकाए कर्ज की ये वसूली नाममात्र की है। बैंकों के बकाए कर्ज की बात करें तो फिलहाल कुल कर्ज का करीब 10 % है। बकाए कर्ज की वसूली के लिए एसबीआई जहां नेमिंग और शेमिंग यानी अखबार में डिफॉल्टरों के नाम छपवाकर उनको शर्मिंदा करने की मुहिम चला रहा है, वहीं दूसरे बैंक भी इसके लिए अलग-अलग तरह की मुहिम चला रहे हैं।

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